रायबरेली: लॉकडाउन के चलते सरकार बैंकिंग समेत एसेंशियल सर्विसेज के सुचारू रूप से काम करने का दावा कर रही है. सही मायनों में इसका लाभ जरूरतमंदों को मिलता नहीं दिख रहा है. तमाम तरह की बंदिशों को पार करते हुए दूर-दराज के गांव के लोग धन निकासी के लिए बैंक पहुंचते हैं. इसके बाद भी जरूरतमंदों को बैंकिंग सुविधाओं का फायदा नहीं मिल पा रहा है.
इलाहाबाद बैंक शाखा के बाहर बुजुर्ग जय नारायण तिवारी ने कहा कि बैंक शाखा में आये थे. बैंक अधिकारी कहते हैं कि नेटवर्क नहीं है. इसलिए धन निकासी नहीं हो पा रही है. पत्नी के बीमार होने के कारण जय नारायण तिवारी को पैसे की अत्यंत आवश्यकता है. कई दिनों से उन्हें ब्रांच से टरकाया जा रहा है. कभी आधार लिंक न होने के कारण. कभी अन्य कोई कारण बताकर जय नारायण तिवारी को वापस भेज दिया जाता है.
बैंक में 20 किलोमीटर दूर से अपनी मां को लेकर आये करुणा शंकर ने कहा कि बैंक में अंदर जाने की इजाजत नहीं है. बाहर से ही बता दिया जा रहा है कि बैंक का सर्वर डाउन है. कोई सुनवाई भी होती नजर नहीं आती. इस मामले पर बैंक प्रबंधन की तरफ से कोई बोलने को तैयार नहीं है.