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रायबरेली: मुख्यमंत्री की नसीहत के बाद हरकत में आया प्रशासन, 4 लेखपाल निलंबित

उत्तर प्रदेश के रायबरेली में पराली जलाने को लेकर प्रशासन की लापरवाही सामने आई है. इस लापरवाही के चलते डीएम ने 4 लेखपालों को सस्पेंड कर दिया है.

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पराली जलाने के कारण 4 लेखपाल निलंबित.
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Published : Dec 4, 2019, 9:12 AM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:18 PM IST

रायबरेलीः पराली जलाने को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ के सख्त तेवरों का असर प्रशासनिक अमले पर भी दिखने लगा है. दरअसल, जिले में पराली जलाने के रोकथाम पर राजस्व विभाग के कर्मचारियों द्वारा लापरवाही बरती जा रही थी. लापरवाही के चलते जिलाधिकारी शुभ्रा सक्सेना ने 4 लेखपालों को सस्पेंड कर दिया. साथ ही कुल 26 राजस्व कर्मी पर कार्रवाई किए जाने के आदेश जारी किए हैं.

लापरवाही के चलते चार लेखपाल हुए सस्पेंड.

खुलेआम जलाई जा रही पराली
दरअसल, पराली जलाने पर सुप्रीम कोर्ट ने प्रतिबंध लगा दिया है. इसके बावजूद जिले में किसानों द्वारा सुप्रीम कोर्ट के फैसले का उल्लघंन किया जा रहा है.

65 हजार रुपये का जुर्माना
रायबरेली के अपर जिलाधिकारी राम अभिलाष ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद से प्रशासन द्वारा प्रयास किया जा रहा है कि जिले में कहीं भी पराली न जलाई जाए. इसके बावजूद कुछ लोग चोरी छिपे अभी भी इन कार्यों में लिप्त पाएं जा रहे हैं. जिले में अब तक पराली जलाने के संबंध में करीब 65 हजार रुपये का जुर्माना लगाया जा चुका है, जिसके एवज में ढाई हजार रुपये की वसूली भी पूरी की जा चुकी है.

कार्रवाई के आदेश जारी
साथ ही प्रथम दृष्टया दोषी पाए गए राजस्व विभाग के क्षेत्रीय कर्मचारी के भी खिलाफ डीएम ने कार्रवाई के आदेश जारी किए गए हैं. इस मामले के लेकर जनपद की विभिन्न तहसीलों में तैनात 4 लेखपालों को निलंबित कर दिया गया. वहीं 11 राजस्व कर्मियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की अनुशंसा की गई है.

चार लेखपाल निलंबित
पराली जलाने को लेकर डीएम की इस कार्रवाई को राज्य सरकार के आदेशों का पालन करते हुए अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है. प्रशासन का दावा है कि लेखपालों ने जिस तरह से अपने क्षेत्र के जिम्मेदारी को नजरअंदाज किया, उसी क्रम में कार्रवाई की गई है. निलंबित किए जाने वाले लेखपालों में नसीराबाद में तैनात अतुल विक्रम यादव, उमेश कुमार वर्मा, अखिलेश बहादुर सिंह समेत गुरबख्शगंज के लाल बहादुर शामिल हैं.

इसे भी पढ़ें- बांदा में किसानों ने जलाई पराली, 15 पर दर्ज हुई FIR

रायबरेलीः पराली जलाने को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ के सख्त तेवरों का असर प्रशासनिक अमले पर भी दिखने लगा है. दरअसल, जिले में पराली जलाने के रोकथाम पर राजस्व विभाग के कर्मचारियों द्वारा लापरवाही बरती जा रही थी. लापरवाही के चलते जिलाधिकारी शुभ्रा सक्सेना ने 4 लेखपालों को सस्पेंड कर दिया. साथ ही कुल 26 राजस्व कर्मी पर कार्रवाई किए जाने के आदेश जारी किए हैं.

लापरवाही के चलते चार लेखपाल हुए सस्पेंड.

खुलेआम जलाई जा रही पराली
दरअसल, पराली जलाने पर सुप्रीम कोर्ट ने प्रतिबंध लगा दिया है. इसके बावजूद जिले में किसानों द्वारा सुप्रीम कोर्ट के फैसले का उल्लघंन किया जा रहा है.

65 हजार रुपये का जुर्माना
रायबरेली के अपर जिलाधिकारी राम अभिलाष ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद से प्रशासन द्वारा प्रयास किया जा रहा है कि जिले में कहीं भी पराली न जलाई जाए. इसके बावजूद कुछ लोग चोरी छिपे अभी भी इन कार्यों में लिप्त पाएं जा रहे हैं. जिले में अब तक पराली जलाने के संबंध में करीब 65 हजार रुपये का जुर्माना लगाया जा चुका है, जिसके एवज में ढाई हजार रुपये की वसूली भी पूरी की जा चुकी है.

कार्रवाई के आदेश जारी
साथ ही प्रथम दृष्टया दोषी पाए गए राजस्व विभाग के क्षेत्रीय कर्मचारी के भी खिलाफ डीएम ने कार्रवाई के आदेश जारी किए गए हैं. इस मामले के लेकर जनपद की विभिन्न तहसीलों में तैनात 4 लेखपालों को निलंबित कर दिया गया. वहीं 11 राजस्व कर्मियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की अनुशंसा की गई है.

चार लेखपाल निलंबित
पराली जलाने को लेकर डीएम की इस कार्रवाई को राज्य सरकार के आदेशों का पालन करते हुए अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है. प्रशासन का दावा है कि लेखपालों ने जिस तरह से अपने क्षेत्र के जिम्मेदारी को नजरअंदाज किया, उसी क्रम में कार्रवाई की गई है. निलंबित किए जाने वाले लेखपालों में नसीराबाद में तैनात अतुल विक्रम यादव, उमेश कुमार वर्मा, अखिलेश बहादुर सिंह समेत गुरबख्शगंज के लाल बहादुर शामिल हैं.

इसे भी पढ़ें- बांदा में किसानों ने जलाई पराली, 15 पर दर्ज हुई FIR

Intro:रायबरेली:मुख्यमंत्री की नसीहत के बाद हरकत में आया प्रशासन, डीएम की कार्यवाही की जद में आएं 26 राजस्व कर्मी


03 दिसंबर 2019 - रायबरेली


पराली जलाने को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ के सख्त तेवरों का असर प्रशासनिक अमले पर भी दिखने लगा है।रायबरेली की जिला अधिकारी शुभ्रा सक्सेना ने पराली जलाने के रोकथाम पर राजस्व विभाग के कर्मचारियों द्वारा लापरवाही बरते जाने 4 लेखपालों को सस्पेंड करते हुए कुल 26 राजस्व कर्मी पर कार्यवाही किए जाने के आदेश जारी किए है।डीएम के एक्शन की खबर आते ही पूरे विभाग में हड़कंप मच गया।

दरअसल पराली जलाने को लेकर सुप्रीम कोर्ट द्वारा प्रतिबंध लगाया जा चुका है पर इसके बावजूद जिले में किसानों द्वारा कई जगहों पर खुलेआम उसका उल्लघंन किया जा रहा है।बीते दिनों सूबे के मुखिया द्वारा पराली जलाने को लेकर शिथिलता बरतने वालो पर कार्यवाही किए जाने की बात कहने के बाद से जनपद के प्रशासनिक अमला एक्टिव मोड में आता दिख रहा है।





Body:रायबरेली के अपर जिलाधिकारी प्रशासन राम अभिलाष ने बताया सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद से प्रशासन द्वारा भरसक प्रयास किया जा रहा है जिले में कहीं भी पराली न जलाई जाए इसके बावजूद कुछ लोग चोरी छिपे अभी भी इन कार्यों में लिप्त पाएं जा रहे है। जहां कहीं भी ऐसे कोई मामले संज्ञान में आते हैं उनके खिलाफ तत्काल एफआईआर दर्ज करके जुर्माना वसूलने की प्रक्रिया के दायरे में आते हज।अब तक रायबरेली जनपद में करीब 65000 रुपए का जुर्माना पराली जलाने के संबंध में लगाया जा चुका है जिसके एवज में ढाई हजार की वसूली भी पूरी की जा चुकी है। इसके अलावा राजस्व विभाग के जो क्षेत्रीय कर्मचारी हैं जिनको प्रथम दृष्टया दोषी पाया गया है उनके खिलाफ भी जिला अधिकारी द्वारा कार्रवाई के आदेश जारी किए गए हैं। जनपद की विभिन्न तहसीलों में तैनात 4 लेखपालों को इस संबंध में अब तक निलंबित किया जा चुका है, वहीं 11 राजस्व कर्मियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की अनुशंसा की गई है और 11 को तत्काल स्पष्टीकरण देने के निर्देश दिए गए हैं।


फिलहाल डीएम शुभ्रा सक्सेना द्वारा की गई कार्रवाई से विभाग में हड़कंप मचा है।सख्त कार्रवाई करते हुए जिला अधिकारी ने 4 लेखपालों को निलंबित कर दिया व 10 लेखपाल व कानूनगो पर विभागीय कार्रवाई की संस्तुति दी है। 2 कानूनगो व लेखपालों को शीघ्र स्पष्टीकरण देने का आदेश भी जारी किए गए है।
डीएम की कार्रवाई की जद में कुल 26 राजस्व कर्मी आए हैं।इसी के साथ ही कृषकों से जुर्माने की रकम वसूली के कार्य में भी तेजी लाई गई है।पराली जलाने पर 65000 से ज्यादा का जुर्माना किसानों पर लगाया जा चुका है जिसमे से 2500 रुपए वसूले भी जा चुके है।पराली जलाने को लेकर डीएम की इस कार्यवाही को राज्य सरकार के आदेशों का पालन करते हुए अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है।प्रशासन का दावा है कि लेखपालों ने जिस तरह से अपने क्षेत्र के जिम्मेदारों को नजरअंदाज किया उसी क्रम में कार्रवाई की गई है। निलंबित किए जाने वाले लेखपालों में नसीराबाद में तैनात अतुल विक्रम यादव,उमेश कुमार वर्मा,अखिलेश बहादुर सिंह समेत गुरबख्शगंज के लाल बहादुर शामिल है।

जिले के गुरबख्शगंज,नसीराबाद,हरचंदपुर,कोतवाली, सलोन,महाराजगंज समेत गदागंज में तैनात राजस्व कर्मी डीएम की कार्यवाही की जद में शामिल रहे है।साथ ही कठोर कार्यवाही से भविष्य के लिए जिलाधिकारी द्वारा सभी सरकारी महकमों में लापरवाही से काम करने वाले के खिलाफ सख्त एक्शन लेने का स्पष्ट संदेश भी दिया जा चुका है।


Conclusion:

बाइट : राम अभिलाष - अपर जिलाधिकारी - प्रशासन - रायबरेली

प्रणव कुमार - 7000024034
Last Updated : Sep 17, 2020, 4:18 PM IST
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