गाजीपुर: अपने बयानों को लेकर हमेशा से सुर्खियों में रहने वाले योगी सरकार में पंचायती राज मंत्री ओम प्रकाश राजभर एक बार फिर चर्चा के केंद्र में हैं. दरअसल गाजीपुर के सत्यदेव डिग्री कॉलेज में एक कार्यक्रम के दौरान मीडिया से बातचीत के दौरान मंत्रीजी आपा खो बैठे और ठेकेदारों को खुलेआम अपशब्द करते हुए कहा कि कोई ठेकेदार... अगर पैसे देने की बात कहता है तो उसको जूते से मारुंगा.
दरअसल मीडिया के बातचीत के दौरान जब पत्रकारों ने ओमप्रकाश राजभर की ओर से सड़कों की जांच के लिए लिखी गई चिट्ठी को लेकर सवाल पूछा कि, आपके द्वारा सड़कों की जांच के लिए चिट्ठी लिखी गई है तो इसका जवाब देते हुए मंत्री राजभर ने कहा कि, 'हमने जांच के लिए चिट्ठी लिखी है. दिल्ली से पैसा आता है और सड़क नहीं बन पाते हैं, बनता है तो खराब होने की शिकायत मिलती है. जिसकी जांच के लिए हमने चिट्ठी लिखा है'
इसी चिट्ठी वाले सवाल का जबाव देने के दौरान जब किसी पत्रकार ने पूछा कि, मंत्री जी आपकी चिट्ठी को लेकर ठेकेदार कहते हैं पहले ही कमीशन का हिस्सा ले लिया जाता है. जिस पर मंत्री ओमप्रकाश राजभर गुस्से से भड़क उठे और उन्होंने ठेकेदारों को सीधे अपशब्द कहते हुए कहा कि उसको सामने बुलाओ यदि वह सामने आकर ये बात कहता है तो उसको जूते से मारूंगा.
मंत्री ओमप्रकाश के ऑन कैमरा ठेकेदारों को अपशब्द कहे जाने की चर्चा जमकर हो रही है. वीडियो में भी साफ सुना जा सकता है जिसमें ओमप्रकाश राजभर खुले तौर पर ठेकेदारों को अपशब्द कह रहे हैं और मारने पीटने की बात कह रहे हैं.
सुभासपा अध्यक्ष के अभद्र भाषा पर अरुण राजभर की सफाई
वहीं अब इस मामले में सुभासपा के राष्ट्रीय मुख्य प्रवक्ता अरुण राजभर ने पार्टी अध्यक्ष और यूपी सरकार के कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर के वायरल वीडियो पर बयान जारी करते हुए दावा किया है कि ये वीडियो फर्जी है. अरुण राजभर ने सफाई देते हुए कहा कि, ओम प्रकाश राजभर को बदनाम करने की ये विरोधियों की कोशिश है. करीब 7 सेकेंड का एक वीडियो वायरल किया गया है, जिसमें गाजीपुर के भ्रष्ट ठेकेदारों पर कार्रवाई करने की बात कह रहे है. उन्होंने ठेकेदारों को अभद्र भाषा का प्रयोग नहीं किया है. ये वीडियो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के ‘डीप फेक’ का नतीजा है. ये सिर्फ सुभासपा अध्यक्ष ओपी राजभर को बदनाम करने की नीयत से बनाई और वायरल की गई. फर्जी वीडियो है. वीडियो में जो उनकी आवाज सुनाई दे रही है वो ओपी राजभर है ही नहीं.
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