रायबरेली: लॉकडाउन के कारण परिवहन निगम की बसों के पहिए भी थम गए थे.अनलॉक की शुरुआत से धीरे-धीरे यात्री सुविधाओं के मद्देनजर बसों के संचालन की शुरुआत हुई. इसी बीच पर्याप्त यात्री और राजस्व में आई कमी के कारण परिवहन निगम ने अपने बेड़े में से 18 बसों को सरेंडर भी कर दिया था, अब नए वर्ष की शुरुआत से ही सरेंडर की हुई बसों की डिपो में वापसी हो चुकी है. रोडवेज ने इनका कर जमा करके वापस से इन सभी को पुराने ही रूट पर संचालन की शुरुआत की है.
टैक्स अदा करके 18 सरेंडर बसों का होगा पुनःसंचालन
लॉकडाउन के बाद आर्थिक तंगी से जूझ रहे परिवहन निगम के रायबरेली डिपो ने अपनी 18 बसें विभाग को सरेंडर कर दी थीं. इन बसों के खड़े हो जाने से डिपो की व्यवस्थाएं प्रभावित हो रही थीं. कई रूटों पर यात्रियों को दिक्कतों का भी सामना करना पड़ रहा था. वहीं दीपावली के बाद निगम की आर्थिक स्थिति में कुछ सुधार देखने को मिला. यही वजह रही कि सरेंडर बसों को फिर से चलाने का मन बनाया गया. इसके लिए निगम मुख्यालय से बकाया टैक्स 32.66 लाख रुपये का भुगतान कर दिया गया है.
डिपो में वापस लौटी सरेंडर की हुई बसें
उत्तर प्रदेश परिवहन निगम के रायबरेली डिपो प्रभारी व सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक अक्षय कुमार ने बताया कि डिपो में बसों की संख्या में सरेंडर की हुई बसों को वापस से जोड़ा गया है. इनका संचालन पहले से ही तय किए गए रूट पर ही होगा. इन बसों के संचालन से उन रूट के यात्रियों को सुगमता होगी. साथ ही विभाग के आय में भी वृद्धि होने की उम्मीद है.
रायबरेली: रोडवेज के बेड़े में लौटेंगी 18 सरेंडर बसें - रायबरेली रोडवेज
यूपी के रायबरेली जिले में रोडवेज ने सरेंडर की गई बसों को वापस बेडे़ में शामिल करने की योजना बनाई है. इसके तहत रोडवेज ने 18 बसों को पुन: उनके पुराने रूट पर चलाने की तैयारी की है.
रायबरेली: लॉकडाउन के कारण परिवहन निगम की बसों के पहिए भी थम गए थे.अनलॉक की शुरुआत से धीरे-धीरे यात्री सुविधाओं के मद्देनजर बसों के संचालन की शुरुआत हुई. इसी बीच पर्याप्त यात्री और राजस्व में आई कमी के कारण परिवहन निगम ने अपने बेड़े में से 18 बसों को सरेंडर भी कर दिया था, अब नए वर्ष की शुरुआत से ही सरेंडर की हुई बसों की डिपो में वापसी हो चुकी है. रोडवेज ने इनका कर जमा करके वापस से इन सभी को पुराने ही रूट पर संचालन की शुरुआत की है.
टैक्स अदा करके 18 सरेंडर बसों का होगा पुनःसंचालन
लॉकडाउन के बाद आर्थिक तंगी से जूझ रहे परिवहन निगम के रायबरेली डिपो ने अपनी 18 बसें विभाग को सरेंडर कर दी थीं. इन बसों के खड़े हो जाने से डिपो की व्यवस्थाएं प्रभावित हो रही थीं. कई रूटों पर यात्रियों को दिक्कतों का भी सामना करना पड़ रहा था. वहीं दीपावली के बाद निगम की आर्थिक स्थिति में कुछ सुधार देखने को मिला. यही वजह रही कि सरेंडर बसों को फिर से चलाने का मन बनाया गया. इसके लिए निगम मुख्यालय से बकाया टैक्स 32.66 लाख रुपये का भुगतान कर दिया गया है.
डिपो में वापस लौटी सरेंडर की हुई बसें
उत्तर प्रदेश परिवहन निगम के रायबरेली डिपो प्रभारी व सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक अक्षय कुमार ने बताया कि डिपो में बसों की संख्या में सरेंडर की हुई बसों को वापस से जोड़ा गया है. इनका संचालन पहले से ही तय किए गए रूट पर ही होगा. इन बसों के संचालन से उन रूट के यात्रियों को सुगमता होगी. साथ ही विभाग के आय में भी वृद्धि होने की उम्मीद है.