ETV Bharat / state

रायबरेली: नियमों को ताक पर रखकर नहीं चलेंगे स्कूली वाहन, कार्रवाई की तैयारी में प्रशासन

उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिले में उपसंभागीय परिवाहन विभाग प्रभारी संदीप जायसवाल ने निजी स्कूल के साथ बैठक कर स्कूली वाहनों से जुड़े नियमों के बारे में चर्चा की. उन्होंने कहा कि स्कूली वाहनों को लेकर यदि कोई लापरवाही बरती गई तो स्कूल प्रबंधन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

स्कूली वाहनों को लेकर प्रशासन हुआ सख्त
स्कूली वाहनों को लेकर प्रशासन हुआ सख्त
author img

By

Published : Jan 28, 2020, 10:09 AM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:18 PM IST

रायबरेली: जिले में निजी और प्राइवेट स्कूलों में नियमों को ताक पर रखकर खुलेआम उपयोग में लाए जा रहे अवैध वाहनों पर प्रशासन नकेल कसने की तैयारी में है. प्राइवेट स्कूलों द्वारा वाहनों को लेकर की जाने वाली मनमानी जगजाहिर है. इस संबंध में सरकार के शासनादेश लागू किए जाने के बावजूद खुलेआम उसका उल्लंघन किया जा रहा है.

स्कूली वाहनों को लेकर प्रशासन हुआ सख्त.

वहीं जिले का प्रशासनिक अमला इन मामलों पर कड़े कदम उठाने के दावे कर रहा है. उपसंभागीय परिवाहन विभाग स्कूली वाहनों से जुड़ी इस नियमावली को लेकर निजी स्कूल के साथ बैठक कर किसी भी प्रकार की कोई लापरवाही न बरते जाने की बात कह रहा है.

स्कूल बसों में लगाए जाएंगे कैमरे
शासन की मंशा के अनुसार स्कूली बसों में होने वाली हर छोटी-बड़ी गतिविधियों पर नजर बनाए रखने के लिए सीसीटीवी कैमरे भी लगाए जाने पर जोर दिया जा रहा है. बस के अंदर नन्हे बालक-बालिकाओं की सहूलियत के लिए एक महिला शिक्षक के रहने की अनिवार्यता की भी बात कही जा रही है.

इसे भी पढ़ें:-रायबरेली: श्याम साधु की अपील, पौधरोपण से मनाएं 2020 का 'रिपब्लिक डे'

उपसंभागीय परिवहन कार्यालय के वर्तमान प्रभारी संदीप जायसवाल ने बताया कि शासन की मंशा के अनुसार स्कूल में लगे वाहनों को तय मानक के अनुसार ही कार्य करने का अवसर प्रदान किया जाएगा. वाहन पर मानक से अधिक बच्चों को बैठाए जाने पर वाहन चालक पर कार्रवाई के साथ स्कूल प्रबंधन के खिलाफ भी एक्शन लेने की बात कही गई. सभी स्कूली वाहनों में अग्निशमन यंत्र, स्पीड कंट्रोलर और सीट बेल्ट की अनिवार्यता पर जोर दिया गया है.

लापरवाही बरतने पर की जाएगी कार्रवाई
प्रभारी संदीप जायसवाल ने बताया कि अगर दोबारा भी इसमें सुधार होता नहीं दिखता तब स्कूल की मान्यता रद्द करने की कार्रवाई के साथ स्कूल प्रबंधक के खिलाफ मुकदमा भी पंजीकृत कराया जाएगा. विशेष तौर पर बालिकाओं की सुरक्षा को देखते हुए स्कूल बसों को सीसीटीवी कैमरे और जीपीएस सिस्टम से लैस करने की बात कही जा रही है.

प्रभारी संदीप जायसवाल ने बताया कि रायबरेली में ऐसे स्कूलों की संख्या 56 के करीब है. इन स्कूलों के खुद के वाहन हैं और ऐसे सभी स्कूलों में जितने भी वाहन चल रहे हैं, उनके सभी वाहनों के कागजात, फिटनेस संबंधी दस्तावेजों के अलावा उनके ड्राइवर से जुड़ी जानकारी भी विभाग को साझा करने की बात कही गई है.

रायबरेली: जिले में निजी और प्राइवेट स्कूलों में नियमों को ताक पर रखकर खुलेआम उपयोग में लाए जा रहे अवैध वाहनों पर प्रशासन नकेल कसने की तैयारी में है. प्राइवेट स्कूलों द्वारा वाहनों को लेकर की जाने वाली मनमानी जगजाहिर है. इस संबंध में सरकार के शासनादेश लागू किए जाने के बावजूद खुलेआम उसका उल्लंघन किया जा रहा है.

स्कूली वाहनों को लेकर प्रशासन हुआ सख्त.

वहीं जिले का प्रशासनिक अमला इन मामलों पर कड़े कदम उठाने के दावे कर रहा है. उपसंभागीय परिवाहन विभाग स्कूली वाहनों से जुड़ी इस नियमावली को लेकर निजी स्कूल के साथ बैठक कर किसी भी प्रकार की कोई लापरवाही न बरते जाने की बात कह रहा है.

स्कूल बसों में लगाए जाएंगे कैमरे
शासन की मंशा के अनुसार स्कूली बसों में होने वाली हर छोटी-बड़ी गतिविधियों पर नजर बनाए रखने के लिए सीसीटीवी कैमरे भी लगाए जाने पर जोर दिया जा रहा है. बस के अंदर नन्हे बालक-बालिकाओं की सहूलियत के लिए एक महिला शिक्षक के रहने की अनिवार्यता की भी बात कही जा रही है.

इसे भी पढ़ें:-रायबरेली: श्याम साधु की अपील, पौधरोपण से मनाएं 2020 का 'रिपब्लिक डे'

उपसंभागीय परिवहन कार्यालय के वर्तमान प्रभारी संदीप जायसवाल ने बताया कि शासन की मंशा के अनुसार स्कूल में लगे वाहनों को तय मानक के अनुसार ही कार्य करने का अवसर प्रदान किया जाएगा. वाहन पर मानक से अधिक बच्चों को बैठाए जाने पर वाहन चालक पर कार्रवाई के साथ स्कूल प्रबंधन के खिलाफ भी एक्शन लेने की बात कही गई. सभी स्कूली वाहनों में अग्निशमन यंत्र, स्पीड कंट्रोलर और सीट बेल्ट की अनिवार्यता पर जोर दिया गया है.

लापरवाही बरतने पर की जाएगी कार्रवाई
प्रभारी संदीप जायसवाल ने बताया कि अगर दोबारा भी इसमें सुधार होता नहीं दिखता तब स्कूल की मान्यता रद्द करने की कार्रवाई के साथ स्कूल प्रबंधक के खिलाफ मुकदमा भी पंजीकृत कराया जाएगा. विशेष तौर पर बालिकाओं की सुरक्षा को देखते हुए स्कूल बसों को सीसीटीवी कैमरे और जीपीएस सिस्टम से लैस करने की बात कही जा रही है.

प्रभारी संदीप जायसवाल ने बताया कि रायबरेली में ऐसे स्कूलों की संख्या 56 के करीब है. इन स्कूलों के खुद के वाहन हैं और ऐसे सभी स्कूलों में जितने भी वाहन चल रहे हैं, उनके सभी वाहनों के कागजात, फिटनेस संबंधी दस्तावेजों के अलावा उनके ड्राइवर से जुड़ी जानकारी भी विभाग को साझा करने की बात कही गई है.

Intro:रायबरेली:निजी स्कूलों पर प्रशासन कसेगा नकेल,नियमों को ताक पर रखकर नहीं चला सकेंगे स्कूली वाहन

27 जनवरी 2020 - रायबरेली

निजी व प्राइवेट स्कूलों द्वारा नियमों को ताक पर रख कर धडल्ले से उपयोग हो रहे अवैध वाहनों पर अब प्रशासनिक नकेल कसने की तैयारी है।प्राइवेट स्कूलों द्वारा स्कूली वाहनों को लेकर की जाने वाली मनमानी जगजाहिर है।इस संबंध में सरकार द्वारा शासनादेश लागू किए जाने के बावजूद खुलेआम उसका उल्लंघन किया जाता रहा है।अब जिले का प्रशासनिक अमला इन मामलों पर कड़े कदम उठाने के दावे कर रहा।जिले का उपसंभागीय परिवाहन विभाग स्कूली वाहनों से जुड़ी इस नियमावली को लेकर निजी स्कूल के साथ बैठक कर किसी भी प्रकार की कोई लापरवाही न बरते जाने की बात कह रहा है।



Body:दरअसल शासन की मंशा के अनुसार स्कूली बसों में होने वाली हर छोटी-बड़ी गतिविधियों पर नजर रखने के लिए सीसीटीवी कैमरा भी लगाया जाने पर जोर दिया जा रहा है।बस के अंदर नन्हे बालक - बालिकाओं की सहूलियत के लिए एक महिला शिक्षक के रहने की अनिवार्यता की भी बात कही जा रही है।

रायबरेली के उप संभागीय परिवहन कार्यालय के वर्तमान प्रभारी संदीप जायसवाल ने ईटीवी भारत को बताया कि शासन की मंशा के अनुसार स्कूल में लगे वाहनों को तय मानक के अनुसार ही कार्य करने का अवसर प्रदान किया जाएगा।वाहन पर मानक से अधिक बच्चों को बैठाया पाएं जाने पर वाहन चालक पर कार्रवाई के साथ स्कूल प्रबंधन के खिलाफ भी एक्शन लेने की बात कही।
सभी स्कूली वाहनों में अग्निशमन यंत्र,स्पीड कंट्रोलर व सीट बेल्ट की अनिवार्यता पर जोर दिया गया है।

उन्होंने कहा अगर दोबारा भी इसमें सुधार होता नही दिखता तब स्कूल की मान्यता रद्द करने की कार्रवाई के साथ स्कूल प्रबंधक के खिलाफ़ मुकदमा भी पंजीकृत कराया जाएगा।विशेषतौर पर बालिकाओं की सुरक्षा को देखते हुए स्कूल बसों में सीसीटीवी कैमरा और जीपीएस सिस्टम से लैस करने की बात कही जा रही है।

एआरटीओ ने बताया कि रायबरेली में ऐसे स्कूलों की संख्या 56 के करीब है जिनके खुद के वाहन है और ऐसे सभी स्कूलों में जितने भी वाहन चल रहे है उनके सभी वाहनों के कागजात, फिटनेस संबंधी दस्तावेजों के अलावा उनके ड्राइवर से जुड़ी जानकारी भी विभाग को साझा करने की बात कही गई है।



Conclusion:विज़ुअल : संबंधित विज़ुअल,

बाइट : संदीप जायसवाल - एआरटीओ - रायबरेली

प्रणव कुमार - 7000024034

Last Updated : Sep 17, 2020, 4:18 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.