प्रयागराज: मैराथन के नाम पर चंदा लेकर कमाई करने वालों पर अब रोक लगेगी. इसके लिए भारत सरकार की ओर से कमेटी बनाई गई है, जो मैराथन के नाम पर व्यवसाय करने वालों पर नजर रखेगी. कमेटी का कहना है कि खेल की गरिमा बनाए रखने के लिए मानक से कम दूरी पर होने वाली दौड़ को मैराथन का नाम नहीं दिया जाएगा, इसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं.
मैराथन के नाम पर वसूली पर लगेगी रोक
- मैराथन के नाम पर चंदा लेकर कमाई करने वालों पर अब रोक लगाई जाएगी.
- एथलेटिक एसोसिएशन की कमेटी इस पर नियम बना रही है.
- मुंबई में मानक से कम दूरी पर होने वाली मैराथन दौड़ पर प्रतिबंध भी लगा दिया गया है.
- आमतौर पर आयोजक मैराथन के नाम पर छोटी-छोटी दूरियों को लेकर दौड़ कर आते हैं और उसे मैराथन का नाम देते हैं.
- जबकि मैराथन के लिए 42.195 किलोमीटर की दूरी निर्धारित है, साथ ही इसके अन्य कई मानक भी हैं.
- कई जगहों पर मैराथन के आयोजन के नाम पर संस्थाओं के द्वारा अवैध धन वसूली और चंदा लेने के मामलों की शिकायत समिति को मिली थी.
- इसे दृष्टिगत रखते हुए एथलेटिक एसोसिएशन ने इसपर आपत्ति जताई थी.
- 19 नवंबर को इंदिरा मैराथन को लेकर प्रयागराज पहुंचे एथलेटिक एसोसिएशन के प्रदेश सचिव केपी श्रीवास्तव ने इस संबंध में जानकारी दी है.
- उन्होंने बातचीत में बताया कि सभी प्रकार की दौड़ को मैराथन की संज्ञा नहीं दी जा सकती, इसके अपने मानक हैं.
- मैराथन के नाम पर कई जगह से चंदा लेने की बातें सामने आई थी, जिसको लेकर के वास्तविक मैराथन पर प्रभाव पड़ रहा था.
- इसको लेकर के हुई शिकायतों पर कंपटीशन कमिशन ऑफ इंडिया में इस पर आपत्ति जताने के साथ ऐसे आयोजनों पर प्रतिबंध लगाने की मांग एथलेटिक एसोसिएशन के द्वारा की गई है.