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प्रयागराज: कांवड़िया आज करेंगे भोले का जलाभिषेक

श्रावण मास का पहला सोमवार के दिन शिव भक्तों का जमावड़ा प्रयागराज के दशा सुमेर घाट पर देखने को मिला. घाट पर पवित्र स्नान के बाद यहां से सभी कांवड़िया शिव जलाभिषेक करने के लिये अपने यात्रा की शुरुआत करेंगे.

शिव की भक्ति में डूबे श्रध्दालु
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Published : Jul 22, 2019, 7:47 AM IST

प्रयागराज: श्रावण मास का प्रथम सोमवार 22 जुलाई को है. सावन के पहले दिन शिव मंदिरों में कांवड़ियों का जत्था जल अभिषेक करने के लिए रवाना हो चुका है. कांवड़ यात्रा का मनोरम दृश्य शनिवार को प्रयागराज के दशा सुमेर घाट पर दिखा. यहां कांवड़ यात्रा के लिए विभिन्न जिलों से आए श्रध्दालुओं ने स्नान कर घाट से जलभरा.

सावन के प्रथम सोमवार को कांवड़िया जलाभिषेक के लिये रवाना होंगे

कांवड़ियों का जत्था हुआ रवाना-

  • दशा सुमेर घाट पर स्नान कर कांवड़ियों ने गंगा जल भरकर मनोहरी यात्रा की शुरुआत करते हैं.
  • मान्यता है कि दशा सुमेर घाट का जल शिव को अर्पित करने पर पूर्ण फल की प्राप्ति होती है.
  • प्रथम सोमवार को देखते हुए सुमेर घाट पर सुरक्षा व्यवस्था अच्छी की गई है.
  • प्रदेश सरकार ने कांवड़ यात्रा को लेकर सख्त दिशा निर्देश दिए हैं.
  • रात्रि स्नान के लिये प्रकाश की व्यापक व्यवस्था की गई है.
  • घाटों पर उतरने के लिये सीमेंट की बोरियों को लगाया गया है.

प्रयागराज: श्रावण मास का प्रथम सोमवार 22 जुलाई को है. सावन के पहले दिन शिव मंदिरों में कांवड़ियों का जत्था जल अभिषेक करने के लिए रवाना हो चुका है. कांवड़ यात्रा का मनोरम दृश्य शनिवार को प्रयागराज के दशा सुमेर घाट पर दिखा. यहां कांवड़ यात्रा के लिए विभिन्न जिलों से आए श्रध्दालुओं ने स्नान कर घाट से जलभरा.

सावन के प्रथम सोमवार को कांवड़िया जलाभिषेक के लिये रवाना होंगे

कांवड़ियों का जत्था हुआ रवाना-

  • दशा सुमेर घाट पर स्नान कर कांवड़ियों ने गंगा जल भरकर मनोहरी यात्रा की शुरुआत करते हैं.
  • मान्यता है कि दशा सुमेर घाट का जल शिव को अर्पित करने पर पूर्ण फल की प्राप्ति होती है.
  • प्रथम सोमवार को देखते हुए सुमेर घाट पर सुरक्षा व्यवस्था अच्छी की गई है.
  • प्रदेश सरकार ने कांवड़ यात्रा को लेकर सख्त दिशा निर्देश दिए हैं.
  • रात्रि स्नान के लिये प्रकाश की व्यापक व्यवस्था की गई है.
  • घाटों पर उतरने के लिये सीमेंट की बोरियों को लगाया गया है.
Intro:श्रावण मास का प्रथम सोमवार 22 जुलाई को पड़ रहा है प्रथम सोमवार के चलते शिव मंदिरों में जल अभिषेक करने के लिए कांवरियों का जत्था अपने निर्धारित धाम कोई ओर रवाना हो चुका है कांवड़ यात्रा का मनोरम दृश्य आज देर शाम प्रयागराज के प्रयागराज के दशा सुमेर घाट पर दिखा प्रयागराज सहित आसपास के विभिन्न जिलों से पहुंचे भारी संख्या में श्रद्धालु अपनी कावड़ यात्रा के लिए स्नान कर पवित्र घाट से जलभरा


Body:बता दें कि वैसे तो श्रावण मास में हर दिन शिव धाम में शिव भक्त जल का अभिषेक करते हैं परण सोमवार के दिन जल अभिषेक करने का विशेष महत्व है दशा सुमेर घाट पर आने वाले कावड़ यात्री पवित्र गंगा जल में स्नान कर कांवड़ यात्रा के लिए ले जाने वाले जल का सर्वप्रथम पूजन कर उसके बाद शिव की कावड़ यात्रा शुरू करने से पहले क्षमा याचना कर प्रयागराज से अपनी मनोहरी यात्रा को शुरुआत करते हैं कांवड़ यात्रा के दौरान शिव भक्त शिव मंत्रों का उच्चारण बोल बम के जयकारे और और मधुर संगीत के साथ घूमते नाथ से बाबा धाम की ओर रवाना होते हैं मान्यता है कि प्रयागराज के दशा सुमेर घाट पर पवित्र जल लेने से शिव को अर्पण करने से पूर्ण फल की प्राप्ति होती है कल पढ़ने वाले प्रथम सोमवार के मद्देनजर दशा सुमेर घाट पर सुरक्षा व्यवस्था व रात्रि में स्नान के लिए प्रकाश की व्यापक व्यवस्था की गई।


Conclusion:बता दें कि इस बार उत्तर प्रदेश सरकार कावड़ यात्रा को लेकर के सख्त दिशा-निर्देश दिए गए हैं इसके मद्देनजर दशा सुमेर घाट पर व्यवस्था कुंभ जैसी नजर आ रही है घाटों पर आवागमन के लिए चक्र प्लेट व घाटो पेयजल तक उतरने के लिए सीमेंट की बोरियों को लगाया गया है जिससे बारिश व जलभराव की स्थिति में किसी भी तरह से कांवरियों को असुविधा का सामना न करना पड़े वही कांवड़ यात्रा में जाने वाले साजो सामान से घाट पर दुकानें गुलजार रही जहां से कांवरिया कलश चुनरी अन्य पूजा पाठ की सामग्रियां लेते नजर आए।

बाईट: कांवड़ यात्रा में जाने वाले श्रद्धालु
पी टी सी

प्रवीण मिश्र
प्रयागराज।
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