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नहीं थम रहा डेंगू का कहर, प्रयागराज में सब इंस्पेक्टर की मौत

प्रयागराज में प्रशासन के तमाम कोशिशों के बावजूद डेंगू (dengue) की रफ्तार थमने का नाम नहीं ले रही है. सरकारी अस्पतालों में डेंगू वार्ड के सभी बेड फुल हो चुके हैं. प्लेटलेट्स के लिए ब्लड बैंक में भारी भीड़ है. वहीं सोमवार को डेंगू से संक्रमित एक सब इंस्पेक्टर की मौत हो गई.

प्रयागराज में सब इंस्पेक्टर की मौत.
प्रयागराज में सब इंस्पेक्टर की मौत
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Published : Sep 13, 2021, 2:25 PM IST

प्रयागराज: जिले में सोमवार को एक सब इंस्पेक्टर की डेंगू (dengue) से मौत हो गई. डेंगू पीड़ित दारोगा को इलाज के लिए लखनऊ स्थित मेदांता अस्पताल में भर्ती करवाया गया था, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. दारोगा की मौत की खबर सुनते ही पुलिस महकमे में शोक की लहर दौड़ गई. पुलिसकर्मियों ने मृतक दारोगा शिखर उपाध्याय की आत्मा की शांति के लिए भगवान से प्रार्थना की. यह जिले में डेंगू से मौत का पहला मामला है.

प्रयागराज के सिविल लाइंस थाना क्षेत्र के हनुमान मंदिर चौकी प्रभारी शिखर उपाध्याय सितंबर माह की शुरुआत में ही बुखार से पीड़ित हो गए थे. जांच में डेंगू निकलने के बाद उनका इलाज शहर के अस्पताल में चल रहा था, जहां इलाज से सेहत में कोई खास सुधार होता न देख उन्हें इलाज के लिए लखनऊ ले जाया गया. लखनऊ के मेदांता अस्पताल में इलाज के दौरान सोमवार को दारोगा शिखर उपाध्याय ने अंतिम सांस ली. शिखर की मौत से उनके परिवार में कोहराम मच गया. वहीं प्रयागराज में शिखर के साथ काम करने वाले साथी पुलिसकर्मियों में भी इस घटना की जानकारी मिलने के बाद शोक की लहर है. पुलिस वालों ने दुखद घटना की जानकारी मिलने के बाद मृतक की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की. मृतक दारोगा शिखर उपाध्याय मूल रूप से वाराणसी जिले के रहने वाले थे.


प्रयागराज जिले में बरसात के इस सीजन में अभी तक 87 केस डेंगू के सामने आ चुके हैं. शहरी और ग्रामीण इलाकों में लगातार डेंगू के केस मिल रहे हैं. हालांकि अभी तक सरकारी आंकड़ों में किसी की भी डेंगू से मौत नहीं मानी गयी है. हालांकि सोमवार की हुई दारोगा की मौत को जिले के पहले डेंगू पीड़ित की मौत माना जा सकता है.

पढ़ें- यूपी में डेंगू के 155 नए मरीज, नवंबर तक खतरा रहेगा बरकरार

प्रयागराज: जिले में सोमवार को एक सब इंस्पेक्टर की डेंगू (dengue) से मौत हो गई. डेंगू पीड़ित दारोगा को इलाज के लिए लखनऊ स्थित मेदांता अस्पताल में भर्ती करवाया गया था, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. दारोगा की मौत की खबर सुनते ही पुलिस महकमे में शोक की लहर दौड़ गई. पुलिसकर्मियों ने मृतक दारोगा शिखर उपाध्याय की आत्मा की शांति के लिए भगवान से प्रार्थना की. यह जिले में डेंगू से मौत का पहला मामला है.

प्रयागराज के सिविल लाइंस थाना क्षेत्र के हनुमान मंदिर चौकी प्रभारी शिखर उपाध्याय सितंबर माह की शुरुआत में ही बुखार से पीड़ित हो गए थे. जांच में डेंगू निकलने के बाद उनका इलाज शहर के अस्पताल में चल रहा था, जहां इलाज से सेहत में कोई खास सुधार होता न देख उन्हें इलाज के लिए लखनऊ ले जाया गया. लखनऊ के मेदांता अस्पताल में इलाज के दौरान सोमवार को दारोगा शिखर उपाध्याय ने अंतिम सांस ली. शिखर की मौत से उनके परिवार में कोहराम मच गया. वहीं प्रयागराज में शिखर के साथ काम करने वाले साथी पुलिसकर्मियों में भी इस घटना की जानकारी मिलने के बाद शोक की लहर है. पुलिस वालों ने दुखद घटना की जानकारी मिलने के बाद मृतक की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की. मृतक दारोगा शिखर उपाध्याय मूल रूप से वाराणसी जिले के रहने वाले थे.


प्रयागराज जिले में बरसात के इस सीजन में अभी तक 87 केस डेंगू के सामने आ चुके हैं. शहरी और ग्रामीण इलाकों में लगातार डेंगू के केस मिल रहे हैं. हालांकि अभी तक सरकारी आंकड़ों में किसी की भी डेंगू से मौत नहीं मानी गयी है. हालांकि सोमवार की हुई दारोगा की मौत को जिले के पहले डेंगू पीड़ित की मौत माना जा सकता है.

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