प्रयागराज: इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर रतन लाल हांगलू के कुलपति पद से इस्तीफा दिए जाने के बाद बुधवार को छात्रसंघ के पदाधिकारियों में जश्न का माहौल रहा. कुलपति के इस्तीफे की खबर मिलते ही सभी पदाधिकारियों ने छात्रसंघ भवन पहुंचकर अबीर और गुलाल लगाकर एक-दूसरे का अभिवादन किया और खुशियां मनाई. इस दौरान छात्र संगठनों ने छात्र एकता के नारे लगाए.
इस अवसर पर पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष रोहित मिश्रा ने कहा कि कुलपति प्रोफेसर रतन लाल हांगलू के चार वर्ष का कार्यकाल अनियमितता भ्रष्टाचार और दुराचार की एक काली रात के रूप में याद किया जाएगा. उनके त्यागपत्र से आज सभी छात्र संगठनों के पदाधिकारी यहां के शिक्षक और अध्यापकों ने खुशी जताई है और विश्वविद्यालय परिवार हर्षित है.
कुलपति हांगलू के खिलाफ लंबे समय से विभिन्न छात्र संगठनों, वरिष्ठ अध्यापकों, पूर्व छात्रों और अनेक गणमान्य नागरिकों ने पिछले तीन वर्षों में हर स्तर पर एक व्यापक आंदोलन किया था. इस बारे में मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने संज्ञान लिया है. देर से ही सही लेकिन फैसला विश्वविद्यालय के हित में आया है.
ये भी पढ़ें: इलाहाबाद विश्वविद्यालय के कुलपति, रजिस्ट्रार, पीआरओ ने दिया इस्तीफा
वहीं छात्रसंघ की पूर्व अध्यक्ष ऋचा सिंह ने कहा कि यह छात्र-छात्राओं की बहुत बड़ी नैतिक जीत है. यह महिला छात्रावास का स्पष्ट संदेश है कि हम यौन उत्पीड़न के किसी भी आरोपी को समाज में नहीं रहने देंगे. वहीं पूर्व महामंत्री निर्भय द्विवेदी ने कहा कि कुलपति के इस्तीफे से छात्रों के बीच खुशी की लहर है. इसलिए सभी छात्रसंघ भवन में इकट्ठा होकर जश्न मना रहे हैं.
जश्न मना रहे छात्रों ने कहा कि यह सत्य की विजय है. छात्रों का कहना था कि कुलपति के रहते विश्वविद्यालय की रैंकिंग घटी. अब नए कुलपति के नेतृत्व में विश्वविद्यालय छात्रसंघ के पदाधिकारी इस की गरिमा को बढ़ाने के लिए जी जान लगा देंगे.