प्रयागराज: कृषि कानून को लेकर जहां सरकार और किसानों में बात बनती नहीं दिख रही है. वहीं संगम नगरी प्रयागराज में लगे माघ मेले में आए मौनी महराज सरकार और किसानों के बीच बढ़ते विरोधाभाष को खत्म करने के लिए विशेष हवन कर रहे हैं. इनके मुताबिक इनका अनुष्ठान तब तक चलेगा जब तक सरकारों और किसानों का मतभेद खत्म नहीं हो जाता. क्योंकि किसान भी देश का है और सरकार भी देश का भला चाहती है. ऐसे में दोनों का ये विरोध देश के हित के लिए ठीक नहीं है. जल्द दोनों के बीच की दूरियां खत्म हो इसलिए ये विशेष पूजा संगम की रेती पर की जा रही है.
कृषि कानूनों के खिलाफ 72 दिनों से धरने पर बैठे किसानों की राह में लोहे की नुकीली कीले बिछाई जा रही हैं, लेकिन किसान पीछे हटने को कतई तैयार नहीं हैं. इससे किसान और सरकार के बीच लगातार मतभेद और दूरियां बढ़ रही हैं. इस विरोधाभास से देश का गौरव भी बिगड़ रहा है. सरकार और किसानों के बीच की दूरियां कम हो सब एक होकर देश को आगे बढ़ाएं. इसलिए अमेठी से माघ मेले में आए मौनी महराज संगम की रेती पर ये विशेष यज्ञ कर रहे हैं.
मौनी महराज त्रिशूलों के बीच बैठकर किसानों और सरकार के बीच की दूरियों को कम करने के लिए विशेष आहुतियां दे रहे हैं. हजारों रुद्राक्ष से लपटे भगवान भोलेनाथ की और मां पीताम्बरा की आरती उतार कर अन्नदाता और सरकार के बीच कलह खत्म हो. इसकी प्रार्थना कर देश में अमन-चैन की कामना कर रहे है. इनका ये अनुष्ठान तब तक निरंतर चलेगा, जब तक दोनों के बीच का मतभेद खत्म नहीं हो जाता.