प्रयागराज: अगर आप से कहा जाए कि खौलते तेल में हाथ चले जाने पर क्या होगा? तो यकीनन आप सामान सा उत्तर देंगे कि, हाथ जल जाएंगे, छाले निकल आएंगे और भयंकर पीड़ा होगी. लेकिन आपको बता दें कि प्रयागराज में एक शख्स भी है, जो अपना हाथ खौलते हुए तेल में बड़ी आसानी से डाल देते है और उनको कोई फर्क भी नहीं पड़ता. शहर कोतवाली के पास नजदीक लोकनाथ चौराहे पर लगने वाली इस दुकान में पकौड़ी बनाने की इस कला को देखने के लिए देश के अलग अलग हिस्सों से लोग आते रहते हैं. हर कोई खौलते हुए तेल में हाथ डालकर पकौड़ी निकालते हुए रामबाबू को देखकर दांतो तले उंगलियां दबाने पर मजबूर हो जाता है. क्योंकि खौलते हुए तेल की एक बूंद भी शरीर पर पड़ जाए तो लोग जलन व दर्द से कराह देते हैं. वहीं एक आदमी बार-बार खौलते हुए तेल में हाथ डालकर पकौड़ी निकाले तो देखने वाले आश्चर्य से दंग हो ही जाएंगे.
कढ़ाई के खौलते हुए तेल में हाथ डालकर निकालते हैं पकौड़ी
रामबाबू पकौड़ी के नाम से मशहूर इस दुकान पर पकौड़ी का स्वाद लेने के साथ ही रामबाबू के हैरतअंगेज कारनामे को देखने के लिए भी दूर दूर से लोग इस दुकान पर पहुंचते हैं. ठेले पर लगने वाली इस दुकान पर कढ़ाई में खौलते हुए तेल के अंदर से बार-बार हाथ डालकर पकौड़ी निकालते हुए राम बाबू को देखकर ग्राहक दांतो तले उंगलियां दबाने को मजबूर हो जाते हैं. क्योंकि इससे पहले उन्होंने ऐसा कारनामा कहीं किसी और दुकान पर नहीं देखा है. यही वजह है कि कई बार लोग पकौड़ी खाने के साथ ही मनोरंजन करने के लिये भी इस दुकान पर पहुंच जाते हैं.
कुछ लोग हाथों से निकाली पकौड़ी खाने की करते हैं डिमांड
रामबाबू बताते है कि कई बार उनकी दुकान पर पहुंचे ग्राहक सिर्फ यही मांग करते हैं कि उन्हें वहीं पकौड़ी चाहिए जिसे वो अपने हाथों से खौलते हुए तेल से निकालते हैं. कुछ लोग अपनी आंखों से इस दिल दहला देने वाले हैरत भरे कारनामे को ही देखने के लिए रामबाबू की दुकान पर पकौड़ी खाने पहुंचते हैं.
रामबाबू 45 साल से हाथों से छान रहे हैं पकौड़ी
रामबाबू पिछले 45 सालों से इसी तरह से खौलते हुए तेल के बीच में हाथ डालकर पकौड़ी निकालने का काम कर रहे हैं. उनका कहना है कि पहले जब शुरुआत में उन्होंने इस कार्य को किया था तब भी जलन महसूस नहीं हुई थी. लेकिन बाद में कभी कभी उन्हें हल्की जलन महसूस हुई, लेकिन उससे कोई नुकसान नही हुआ. वहीं अब कई सालों से तो उन्हें जलन भी कभी महसूस नहीं होती है. रामबाबू का कहना है कि उनके ऊपर भगवान की कृपा है जिस वजह से वो सालों से इस कार्य को करते हुए चले आ रहे हैं. क्योंकि भगवान के आशीर्वाद के बिना ऐसा संभव ही नहीं है कि कोई भी खौलते हुए तेल में हाथ डालकर इस तरह से पकौड़ी निकाले. अपने इस कारनामे के पीछे रामबाबू किसी दैवीय शक्ति का हाथ होना मानते हैं.
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अनोखी कला की वजह देश भर से पहुंचते हैं लोग
रामबाबू के पकौड़ी के स्वाद से भी ज्यादा प्रसिद्ध है, पकौड़ी तलने का उनका अनोखा अंदाज. उसी हैरत भरे कारनामे को देखने के लिए लोग दूसरे प्रदेशों से भी रामबाबू की दुकान पर पहुंचते हैं. क्योंकि इस कारनामे को सुनने वाला हर व्यक्ति अपनी आंखों से इस दृश्य को देखना चाहता है. जिसको देखने के बाद ही लोगों को यकीन होता है कि आखिर रामबाबू खौलते हुए तेल में हाथ डालकर किस तरह से पकौड़ी छानते हैं. इस अनोखे अंदाज की वजह से ही रामबाबू की पकौड़ी का स्वाद भी दूसरी पकौड़ी की दुकानों से अलग हो जाता है. रामबाबू को एक मलाल है उनका मानना है कि हाथों से पकौड़ी तलने की उनकी ये कला है और इस कला का किसी ने सम्मान नहीं किया है.
खौलते तेल में हाथ डालने पर क्या कहते हैं एक्सपर्ट
रामबाबू के द्वारा बार बार खौलते हुए तेल के अंदर हाथ डालकर पकौड़ी निकालने को लेकर त्वचा रोग के विशेषज्ञ डॉक्टर अंतिम दास का कहना है कि खौलते हुए तेल में हाथ डालने की वजह से उनकी त्वचा कड़ी हो गयी है. बार-बार ऐसा करने से उनकी आदत भी पड़ चुकी है, जिस तरीके से कम समय के लिए वो कढ़ाई में हाथ डालते हैं. उसी वजह से उनकी त्वचा जलती नहीं है. इसके साथ ही एक्सपर्ट डॉक्टर ने यह भी बताया कि रामबाबू 10 सेकंड तक भी खौलते हुए तेल के अंदर हाथ डाले रहेंगे तो उनकी त्वचा जल सकती है. क्योंकि रामबाबू जलते हुए तेल के अंदर ज्यादा समय तक हाथ नहीं डालते हैं. इस वजह से उनका हाथ जलने से बच जाता है. लेकिन ऐसा करना भी डॉक्टर की निगाह में खतरनाक है.