प्रयागराजः इलाहाबाद विश्वविद्याल (Allahabad University) में सोमवार को हुए आगजनी बवाल के बाद मंगलवार को विश्वविद्यालय परिसर व आसपास पुलिस पीएसी के साथ ही आरएएफ के जवान तैनात किए गए हैं. सोमवार की घटना के बाद पुलिस ने छात्रों की तहरीर पर 3 सुरक्षा कर्मी नामजद व 40 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. जबकि सुरक्षा कर्मियों की तहरीर पर घायल पूर्व छात्रनेता विवेकानंद पाठक समेत 8 छात्रों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया गया है. वहीं, दूसरी तरफ छात्र आरोपियों की गिरफ्तारी समेत 4 मांगों को लेकर विश्वविद्यालय में नारेबाजी व जमकर प्रदर्शन कर रहे हैं.
इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (Allahabad Central University) में सोमवार को हुई हिंसा के बाद दूसरे दिन पूरी तरह शांति है. मंगलवार को किसी तरह की हिंसा या झड़प की घटना नहीं हुई है. इसके साथ ही विश्वविद्यालय परिसर में छात्रों की भीड़ जुटने के बावजूद कहीं पर किसी तरह का हंगामा या बवाल नहीं हुआ है. वहीं, एहतियात के तौर पर कैंपस को पूरी तरह से पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है. परिसर और उसके आसपास पुलिस और पीएसी के साथ ही रैपिड एक्शन फोर्स को भी तैनात किया गया है. कैंपस में पुलिस और प्रशासन के अधिकारी लगातार डटे हुए हैं.
विश्वविद्यालय में छात्रों की भीड़
सोमवार को हुई हिंसा के बाद विश्वविद्यालय को आज बंद रखे जाने का फैसला किया गया था. हालांकि छुट्टी के बाद भी आज बड़ी संख्या में छात्र छात्रसंघ भवन पर इकट्ठा हुए हैं. ये छात्र फीस बढ़ोतरी व सिक्यॉरिटी गार्ड्स द्वारा की गई फायरिंग के विरोध में नारेबाजी कर रहे हैं. विश्वविद्यालय के नाराज छात्र आज मंगलवार को काला दिवस मना रहे हैं. छात्र माथे पर काली पट्टी बांधकर अपना विरोध जताते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ लगातार नारेबाजी कर रहे हैं.
घटना के विरोध में पूर्व छात्रनेता भी पहुंचे विश्वविद्यालय
इलाहाबाद विश्वविद्यालय में सुरक्षाकर्मियों द्वारा छात्रों की पिटाई और फायरिंग के मामले को देखते हुए मंगलवार को छात्रों ने पंचायत सभा बुलाई थी. जिसमें छात्रसंघ के पुराने पदाधिकारी भी पहुंचे थे. इस मौके पर पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष ऋचा सिंह, पूर्व छात्रसंघ उपाध्यक्ष अभय अवस्थी के अलावा विश्वविद्यालय के वर्तमान छात्रसंंघ के नेता सत्यम कुशवाहा समेत सभी पूर्व छात्र नेताओं ने मिलकर यह फैसला लिया कि छात्रों के साथ मारपीट करने वाले सुरक्षाकर्मियों की गिरफ्तारी की जाए. इसके साथ ही छात्रों के ऊपर दर्ज किए गए मुकदमे को वापस लिया जाए. इलाहाबाद विश्वविद्यालय में छात्रसंघ की बहाली करने के साथ ही कुलपति को उनके पद से हटाया जाए. इसी तरह की मांग को लेकर छात्रों ने यूनियन हॉल के बाहर एकत्र होकर नारेबाजी की. छात्रों का कहना है कि मांगे पूरे होने तक उनका आंदोलन शांतिपूर्ण ढंग से जारी रहेगा.