प्रयागराज: पूरब का ऑक्सफोर्ड कहे जाने वाले इलाहाबाद विश्विद्यालय में छात्रों क्रमिक अनशन दूसरे दिन भी जारी रहा. दरअसल कोरोना के कारण इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्र स्नातक तृतीय वर्ष की परीक्षा कराए जाने और विश्वविद्यालय प्रशासन में हॉस्टल खाली कराने का विरोध कर रहे हैं.
अपनी इन्ही मांगों को लेकर इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्र गुरुवार से आंदोलनरत हैं. शुक्रवार को इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्र नेताओं ने धरना अनशन स्थल पर महात्मा गांधी और डॉ. राम मनोहर लोहिया के साथ ही बाबा भीमराव अंबेडकर और चंद्रशेखर आजाद के मूर्ति पर माल्यार्पण किया. इस दौरान उन्होंने विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी की.
हॉस्टल खाली कराने का किया विरोध
इस दौरान विश्वविद्यालय प्रशासन सर गंगानाथ झा छात्रावास को खाली कराने के लिए भारी पुलिस बल के साथ उपस्थित हुआ. जब इस बात की जानकारी क्रमिक अनशन पर उपस्थित छात्रों को हुई तो अनशनरत छात्र धरना स्थल से चलकर सर गंगानाथ झा छात्रावास पहुंचे. यहां पहुंचे छात्रों ने डीएसडब्ल्यू और चीफ प्रॉक्टर का घेराव करते हुए जमकर नारेबाजी की.
इस दौरान छात्रों ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि छात्रावास के वाश आउट का तुगलकी फरमान वापस न लिया गया और छात्र हितों का दमन किया गया तो सड़कों पर खून बहेगा और इसका जिम्मेदार इलाहाबाद विश्वविद्यालय प्रशासन होगा.
जारी रहेगा आंदोलन
छात्र नेताओं के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन ने फिलहाल हॉस्टल खाली नहीं कराया. विश्विद्यालय प्रशासन के खिलाफ पिछले दिनों से छात्र और छात्रनेताओं का आक्रोश लगातार जारी है. इस मौके पर वरिष्ठ छात्र नेता अविनाश विद्यार्थी ,अरविंद सरोज, रोहित सावन, मोहम्मद सलमान अनीश, आयुष प्रियदर्शी, सलमान इलाहाबादी, शिवबली यादव, हरेंद्र, जितेन्द्र धनराज, मसूद अंसारी और अन्य छात्र शामिल रहे.