प्रयागराजः तीन नदियों के संगम पर लगने वाला माघ मेला इस बार अहम होगा. कोरोना महामारी के दौर में यह भव्य आयोजन हो रहा है. इसे सकुशल पूर्ण कराने और श्रद्धालुओं को सुरक्षित घर भेजने के लिए स्वास्थ्य विभाग तैयारियां कर रहा है. इसके लिए विभाग ने व्यापक कार्य योजना तैयार की है. इस योजना के तहत कोरोना (corona) से संक्रमित व्यक्ति माघ मेला क्षेत्र में प्रवेश नहीं करने पाएगा.
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने दी जानकारी
प्रयागराज के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. प्रभाकर राय ने बताया कि माघ मेले के आयोजन में स्वास्थ्य विभाग के सामने दो चुनौतियां हैं. पहली, व्यवस्थाओं को बेहतर करना. दूसरी कोविड-19 या कोरोना की रोकथाम. मेले में आने वाले व्यक्ति को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए निर्देश जारी कर दिए गए हैं. मुख्य चिकित्साधिकारी ने कहा कि माघ मेले में आने वाले कल्पवासियों की कोविड-19 टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव होना अनिवार्य है. उन्होंने कहा कि 5 दिन पहले की गई आरटी-पीसीआर (RT-PCR) टेस्ट रिपोर्ट ही मान्य होगी. माघ मेला क्षेत्र में प्रवेश करने वाले सभी 16 मार्गों को पुलिस विभाग की मदद से चिह्नित किया गया है. इन मार्गों से ही श्रद्धालु मेला क्षेत्र में प्रवेश करेंगे.
सभी की होगी थर्मल स्कीनिंग
कोरोना संक्रमण को देखते हुए मेले में कोविड-19 की थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था की गई है. थर्मल स्कैनिंग के अलावा कैमरे भी लगाए जाएंगे. ये भीड़ में संक्रमित व्यक्तियों की पहचान करेंगे. साथ ही साथ टेंपरेचर अधिक होने पर संबंधित व्यक्ति को रोक दिया जाएगा. सीएमओ ने बताया कि पूरे मेला क्षेत्र में बसे कल्प वासियों के स्वास्थ्य की देखभाल के लिए 20 मोबाइल टीम बनाई गई हैं. ये टीम नियमित अंतराल पर स्वास्थ्य की जांच करेंगी. यदि किसी संस्था में कोई व्यक्ति संक्रमित पाया गया तो उसे तुरंत मेला क्षेत्र से बाहर ले जाया जाएगा.
50 से अधिक उम्र के लोगों पर विशेष ध्यान
मुख्य चिकित्साधिकारी ने बताया कि मोबाइल टीम के अलावा मेले में दो बड़े अस्पतालों और दो कोरोना टेस्ट सेंटर बनाए जाएंगे. यहां पर कोरोना वायरस की जांच की जाएगी. माघ मेला क्षेत्र में कल्पवास करने वाले 50 साल से अधिक उम्र के लोगों पर विशेष नजर रखी जाएगी. इसके लिए मेला क्षेत्र में 100 लोगों की सर्विलांस टीम लगाई जाएगी. वह कोविड-19 कार्ड बनाकर श्रद्धालुओं पर नजर रखेंगे.
संक्रमितों का प्रवेश वर्जित
स्वास्थ्य विभाग ने यह सुनिश्चित किया है कि किसी भी व्यक्ति संक्रमित व्यक्ति मेला क्षेत्र के अंदर रुकने न दिया जाए. कोरोना के बचाव और इससे बचने के लिए प्रचार माध्यमों का भी सहारा लिया जाएगा. इसके लिए उद्घोषणा, पोस्टर, बैनर और स्वास्थ्य विभाग की टीम प्रचार करेगी. बता दें कि 14 जनवरी से शुरू होने वाले माघ मेले के लिए त्रिवेणी मार्ग पर एक अस्पताल का निर्माण तेजी से हो रहा है. काली सड़क पर औषधी भंडार का निर्माण पूर्ण हो चुका है.