प्रयागराजः समाजवादी पार्टी द्वारा स्वामी प्रसाद मौर्य को पार्टी में राष्ट्रीय महासचिव बनाए जाने से साधु संतों का गुस्सा भड़क गया है. संगम नगरी में चल रहे माघ मेला में कल्पवास कर रहे अमेठी से आए संत शिव योगी मौनी महाराज ने अखिलेश यादव पर ज़ुबानी हमला बोला है. मौनी महाराज का कहना है कि श्रीरामचरित मानस को लेकर स्वामी प्रसाद मौर्य ने जिस तरह से विवादित टिप्पणी की और उसके बाद पार्टी में बड़ी जिम्मेदारी दी गयी है. इससे यह साबित होता है कि अखिलेश यादव भी उनके विवादित बयान से नाराज नहीं हैं.
मौनी बाबा ने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्या ने अखिलेश यादव के इशारे पर ही हिंदू धर्म और उनके ग्रंथों को लेकर इस तरह की अपमानित करने वाली भाषा का इस्तेमाल किया है. उन्होंने कहा कि इस तरह की भाषा का खामियाजा अखिलेश यादव को आगामी चुनाव में देखने को मिलेगा. उन्होंने कहा कि वो आने वाले दिनों में संतो के साथ मिलकर इस बयान के विरोध में यात्रा निकालकर लोकसभा चुनाव में सपा को हराने की अपील करेंगे.
प्रयागराज माघ मेले में साधु संत बैठक करके इस तरह के बयान देने वालों के खिलाफ रणनीति बनाएंगे. मौनी महाराज ने यह भी कहा कि रामचरित मानस के साथ ही सनातन धर्म और उसकी संस्कृति पर कुठाराघात किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. अमेठी से आए मौनी महाराज ने अखिलेश यादव पर आरोप लगाया कि स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ किसी तरह की कार्रवाई न करने की जगह उनका कद और पद बढ़ाकर उनका मान बढ़ाकर हिंदू समाज को अपमानित करने का कार्य किया गया है. सनातन धर्म का अपमान करने वाले को पार्टी में बड़ी जिम्मेदारी देकर सनातन धर्मियों को चिढ़ाने का काम किया गया है. इसका खामियाज समाजवादी पार्टी को भुगतना पड़ेगा. जिसके लिए साधु संत आने वाले दिनों में भक्तों और शिष्यों से भी अपील कर अखिलेश यादव को सबक सिखाने की अपील करेंगे.