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सरकारी योजनाओं के सहारे पीएम मोदी ने महिला वोटरों को साधने का किया है प्रयास

2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने जहां 40 फीसदी महिलाओं को टिकट देने की घोषणा कर महिला वोटरों को साधने का प्रयास किया है. वहीं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने महिलाओं को साधने के लिए केन्द्र और प्रदेश सरकार की बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ से लेकर घरौनी और पीएम आवास योजना तक के नाम गिनाए.

पीएम मोदी.
पीएम मोदी.
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Published : Dec 22, 2021, 10:32 AM IST

प्रयागराजः महिला सशक्तिकरण के लिए आयोजित कार्यक्रम में पीएम मोदी तय समय के अनुसार पहुंच गये. मंच पर पहुंचते ही पीएम मोदी मातृशक्ति को नमन करते हुए हाथ जोड़कर प्रणाम किया. अपना संबोधन शुरु करने से पहले गंगास, यमुना और सरस्वती को मातृशक्ति का प्रतीक मानते हुए संगम की धरती को प्रणाम किया. इसके बाद पीएम मोदी इलाहाबादी अंदाज में भोजपुरी में बोलते हुए अपने भाषण की शुरुआत की. पीएम के इस अंदाज को देख व सुनकर कार्यक्रम में मौजूद महिलाओं ने तालियों की गड़गड़ाहट से उनका स्वागत किया.

पीएम ने गिनाई सरकार की योजनाओं को

पीएम मोदी ने भाषण शुरु करने से पहले एक लाख साठ हजार स्वयं सहायता समूहों के खाते में एक हजार करोड़ रुपये का ट्रांसफर किया. इसके बाद कन्या सुमंगला योजना की लाभार्थियों के खाते में 20 करोड़ रुपये की राशि को सीधे खाते में भेजने का काम किया. इसके साथ ही 43 जिलों के 202 टेक होम राशन प्लांट्स का शिलान्यास प्रधानमंत्री ने बटन दबाकर किया. इसके बाद पीएम ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की योजना के साथ भाषण शुरु करते हुए पीएम आवास योजना तक का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि पहले पुरुषों के नाम पर ही नौकरी, घर, दुकान, व्यापार सबकुछ होता था. लेकिन जब 2014 से उनकी सरकार बनी है तो रसोई गैस, राशन कार्ड से लेकर पीएम आवास योजना के तहत दिए जाने वाले घर भी मातृशक्ति के नाम पर ही दिए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि यूपी के 30 लाख पीएम आवास योजना में से 25 लाख पीएम आवास महिलाओं के नाम पर ही हैं. इसके साथ ही पीएम ने बताया कि यूपी में घरौनी योजना भी शुरु हो गई है जिसके तहत महिलाओं के नाम पर ही प्रॉपर्टी होगी.

माफियाओं पर कार्रवाई का भी पीएम मोदी ने किया जिक्र

पीएम मोदी मे मंच से जनसभा को संबोधित करते हुए एक तरफ जहां सरकारी योजनाओं की जानकारी दी. वहीं उन्होंने यह भी बताया कि 2017 से पहले तक यूपी में माफियाओं का राज था. सड़क पर बहन बेटियों के साथ छेड़खानी होती थी और जब कोई शिकायत लेकर थाने जाता था तो वहां फोन आ जाता था. लेकिन जब से योगी की सरकार बनी है, तब से माफिया जेल में चले गए हैं और महिला बेफिक्र होकर सड़कों पर निकल सकती हैं. इसके साथ ही पीएम ने कोरोना काल का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि कोरोना काल हमारी सरकार ने आपके घरों तक राशन पहुंचाने का काम किया है ऐसा काम इससे पहले देश और प्रदेश में नहीं हुआ था.

इसे भी पढ़ें- सब की नजर में हैं 'साइलेंट वोटर', इनके वोट से किसकी दौड़ेगी 'सत्ता की मोटर'


पहली बार आयोजित किया गया महिलाओं का ऐसा कार्यक्रम

प्रयागराज में मंगलवार को महिलाओं के सशक्तिकरण को लेकर कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. परेड मैदान में आयोजित महिला सशक्तिकरण-सिर्फ बात नहीं कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. जिसमें शामिल होने के लिये उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जिलों से दो लाख से अधिक महिला लाभार्थियों को बुलाया गया था. कार्यक्रम में शामिल होने वाली महिलाओं के आने जाने के साथ ही रुकने और खाने पीने का इंतजाम भी सरकार की तरफ से किया गया था. इस कार्यक्रम में महिला स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं के साथ मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना की लाभार्थी, बीसी सखी की लाभार्थी महिला. टेक होम राशन प्लांट से जु़ड़ी महिलाओं के साथ ही कुछ दूसरी योजनाओं की लाभार्थी महिलाओं को कार्यक्रम में शामिल होने के लिए बुलाया गया था.

2022 का चुनाव परिणाम बतायेगा महिलाएं कितना हुईं हैं प्रभावित

यूपी विधानसभा चुनाव के पहले सभी राजनीतिक दलों के नेता महिला मतदाताओं के सहारे अपनी चुनावी नैया पार लगाने में जुट गए हैं. एक तरफ जहां प्रियंका गांधी यूपी की महिला मतादाताओं को साधने के लिए कोई कोर सकर नहीं छोड़ रही हैं. वहीं सपा की महिला नेत्रियां भी प्रदेश में पहले से ज्यादा सक्रिय दिख रही हैं. जबकि बसपा ने महिलाओं को साधने के लिये नयी महिला नेताओं को मैदान में उतार दिया है. इसी बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कुंभ नगरी प्रयागराज में 2022 के चुनाव से पहले महिलाओं के महाकुंभ में पहुंचकर उन्हें संबोधित करके साधने का प्रयास किया.अब देखना ये होगा कि प्रदेश भर से जिन लाभार्थी महिलाओं को प्रयागराज में आयोजित कार्यक्रम में बुलाया गया था. वो आने वाले 2022 के चुनाव में वोट में किस हद तक तब्दील हो पाती हैं.

प्रयागराजः महिला सशक्तिकरण के लिए आयोजित कार्यक्रम में पीएम मोदी तय समय के अनुसार पहुंच गये. मंच पर पहुंचते ही पीएम मोदी मातृशक्ति को नमन करते हुए हाथ जोड़कर प्रणाम किया. अपना संबोधन शुरु करने से पहले गंगास, यमुना और सरस्वती को मातृशक्ति का प्रतीक मानते हुए संगम की धरती को प्रणाम किया. इसके बाद पीएम मोदी इलाहाबादी अंदाज में भोजपुरी में बोलते हुए अपने भाषण की शुरुआत की. पीएम के इस अंदाज को देख व सुनकर कार्यक्रम में मौजूद महिलाओं ने तालियों की गड़गड़ाहट से उनका स्वागत किया.

पीएम ने गिनाई सरकार की योजनाओं को

पीएम मोदी ने भाषण शुरु करने से पहले एक लाख साठ हजार स्वयं सहायता समूहों के खाते में एक हजार करोड़ रुपये का ट्रांसफर किया. इसके बाद कन्या सुमंगला योजना की लाभार्थियों के खाते में 20 करोड़ रुपये की राशि को सीधे खाते में भेजने का काम किया. इसके साथ ही 43 जिलों के 202 टेक होम राशन प्लांट्स का शिलान्यास प्रधानमंत्री ने बटन दबाकर किया. इसके बाद पीएम ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की योजना के साथ भाषण शुरु करते हुए पीएम आवास योजना तक का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि पहले पुरुषों के नाम पर ही नौकरी, घर, दुकान, व्यापार सबकुछ होता था. लेकिन जब 2014 से उनकी सरकार बनी है तो रसोई गैस, राशन कार्ड से लेकर पीएम आवास योजना के तहत दिए जाने वाले घर भी मातृशक्ति के नाम पर ही दिए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि यूपी के 30 लाख पीएम आवास योजना में से 25 लाख पीएम आवास महिलाओं के नाम पर ही हैं. इसके साथ ही पीएम ने बताया कि यूपी में घरौनी योजना भी शुरु हो गई है जिसके तहत महिलाओं के नाम पर ही प्रॉपर्टी होगी.

माफियाओं पर कार्रवाई का भी पीएम मोदी ने किया जिक्र

पीएम मोदी मे मंच से जनसभा को संबोधित करते हुए एक तरफ जहां सरकारी योजनाओं की जानकारी दी. वहीं उन्होंने यह भी बताया कि 2017 से पहले तक यूपी में माफियाओं का राज था. सड़क पर बहन बेटियों के साथ छेड़खानी होती थी और जब कोई शिकायत लेकर थाने जाता था तो वहां फोन आ जाता था. लेकिन जब से योगी की सरकार बनी है, तब से माफिया जेल में चले गए हैं और महिला बेफिक्र होकर सड़कों पर निकल सकती हैं. इसके साथ ही पीएम ने कोरोना काल का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि कोरोना काल हमारी सरकार ने आपके घरों तक राशन पहुंचाने का काम किया है ऐसा काम इससे पहले देश और प्रदेश में नहीं हुआ था.

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पहली बार आयोजित किया गया महिलाओं का ऐसा कार्यक्रम

प्रयागराज में मंगलवार को महिलाओं के सशक्तिकरण को लेकर कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. परेड मैदान में आयोजित महिला सशक्तिकरण-सिर्फ बात नहीं कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. जिसमें शामिल होने के लिये उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जिलों से दो लाख से अधिक महिला लाभार्थियों को बुलाया गया था. कार्यक्रम में शामिल होने वाली महिलाओं के आने जाने के साथ ही रुकने और खाने पीने का इंतजाम भी सरकार की तरफ से किया गया था. इस कार्यक्रम में महिला स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं के साथ मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना की लाभार्थी, बीसी सखी की लाभार्थी महिला. टेक होम राशन प्लांट से जु़ड़ी महिलाओं के साथ ही कुछ दूसरी योजनाओं की लाभार्थी महिलाओं को कार्यक्रम में शामिल होने के लिए बुलाया गया था.

2022 का चुनाव परिणाम बतायेगा महिलाएं कितना हुईं हैं प्रभावित

यूपी विधानसभा चुनाव के पहले सभी राजनीतिक दलों के नेता महिला मतदाताओं के सहारे अपनी चुनावी नैया पार लगाने में जुट गए हैं. एक तरफ जहां प्रियंका गांधी यूपी की महिला मतादाताओं को साधने के लिए कोई कोर सकर नहीं छोड़ रही हैं. वहीं सपा की महिला नेत्रियां भी प्रदेश में पहले से ज्यादा सक्रिय दिख रही हैं. जबकि बसपा ने महिलाओं को साधने के लिये नयी महिला नेताओं को मैदान में उतार दिया है. इसी बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कुंभ नगरी प्रयागराज में 2022 के चुनाव से पहले महिलाओं के महाकुंभ में पहुंचकर उन्हें संबोधित करके साधने का प्रयास किया.अब देखना ये होगा कि प्रदेश भर से जिन लाभार्थी महिलाओं को प्रयागराज में आयोजित कार्यक्रम में बुलाया गया था. वो आने वाले 2022 के चुनाव में वोट में किस हद तक तब्दील हो पाती हैं.

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