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बाढ़ से मिली राहत तो दुर्गंध से हुए परेशान, प्रशासन नहीं दे रहा ध्यान

प्रयागराज जिले में गंगा-यमुना का जलस्तर तेजी से घट रहा है. जिन इलाकों से गंगा-यमुना का पानी घट रहा है, उन इलाकों में गंदगी और बदबू ने लोगों को परेशान कर दिया है. पानी कम होने के बाद गली-मोहल्लों के साथ ही घरों के अंदर तक कीचड़ जमा हुआ है. लोग जमा कीचड़ को हटाने में लगे हुए हैं.

बाढ़ से मिली राहत तो दुर्गंध से हुए परेशान
बाढ़ से मिली राहत तो दुर्गंध से हुए परेशान
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Published : Aug 19, 2021, 8:04 AM IST

प्रयागराज: संगम नगरी प्रयागराज में गंगा-यमुना का जलस्तर तेजी से कम हो रहा है. बाढ़ का पानी कम होने से एक तरफ जहां लोगों को राहत मिली है तो वहीं दूसरी तरफ गलियों में जमा कीचड़ और दुर्गंध से लोगों का जीना मुहाल हो गया है. घरों के आसपास गड्ढों में जलभराव होने से बाढ़ पीड़ितों को मच्छर जनित बीमारियों का डर सता रहा है. स्थानीय निवासियों का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग जल्द से जल्द छिड़काव करे नहीं तो महामारी फैल सकती है.

दरअसल, संगम नगरी प्रयागराज में बीते दिनों गंगा और यमुना ने रौद्र रूप धारण किया था. दोनों नदियों का जलस्तर डेंजर लेवल से एक से डेढ़ मीटर तक ऊपर हो गया था, जिससे संगम नगरी के कई इलाकों में लोगों के घरों की दूसरी मंजिल तक पानी पहुंच गया था. 12 अगस्त से पानी घटने का सिलसिला तेजी से शुरू हुआ और गंगा-यमुना दोनों ही नदी 14 अगस्त को डेंजर लेवल के नीचे पहुंच चुकी थीं. अब कई इलाकों में हजारों घर बाढ़ के पानी से मुक्त हो चुके हैं.

घरों के आसपास गड्ढों में जलभराव से मच्छर जनित बीमारियों के फैलने का डर.

इलाकों को बाढ़ से भले ही राहत मिल गई हो, लेकिन लोगों की मुसीबतें कम नहीं हुई हैं. गलियों में जमा गंदगी और बदबू से लोगों का जीना मुश्किल हो गया है. बाढ़ का पानी कम होने के बाद लोग अपने घरों को लौटने लगे हैं. कुछ लोग तो अपना आशियाना छोड़कर ही नहीं गए थे. लोगों ने मोहल्ले की साफ-सफाई का बीड़ा खुद उठाया है. अपने घरों के साथ-साथ लोग गलियों में जमा गंदगी साफ करने में जुटे हुए हैं. हालांकि गंदगी साफ होने के बाद भी बदबू ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है. घरों के आसपास गड्ढों में जलभराव होने से मच्छर जनित बीमारियों का डर सता रहा है.

स्थानीय निवासियों का आरोप है कि बाढ़ का पानी कम होने के बाद भी एक बार भी नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग की टीम इलाकों में नहीं आई. न ही नगर निगम द्वारा सफाई करवाई जा रही है और न ही स्वास्थ्य विभाग द्वारा छिड़काव कराया जा रहा है. मोहल्ले के चारों तरफ बदबू ही बदबू फैली हुई है. घरों के आसपास गड्ढों में जलभराव होने से मच्छर जनित बीमारियों का डर सता रहा है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग का इस तरफ ध्यान नहीं है. अगर स्वास्थ्य विभाग नहीं चेता तो मच्छर जनित बीमारियों यहां अपना पैर पसार लेंगी. स्थानीय निवासियों ने बताया कि उन्होंने प्रशासन से गुहार लगाई है कि जल्द से जल्द दवाइयों का छिड़काव कराया जाए, ताकि मच्छर जनित बीमारियां न फैलने पाएं और बदबू से छुटकारा मिल सके.

प्रयागराज: संगम नगरी प्रयागराज में गंगा-यमुना का जलस्तर तेजी से कम हो रहा है. बाढ़ का पानी कम होने से एक तरफ जहां लोगों को राहत मिली है तो वहीं दूसरी तरफ गलियों में जमा कीचड़ और दुर्गंध से लोगों का जीना मुहाल हो गया है. घरों के आसपास गड्ढों में जलभराव होने से बाढ़ पीड़ितों को मच्छर जनित बीमारियों का डर सता रहा है. स्थानीय निवासियों का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग जल्द से जल्द छिड़काव करे नहीं तो महामारी फैल सकती है.

दरअसल, संगम नगरी प्रयागराज में बीते दिनों गंगा और यमुना ने रौद्र रूप धारण किया था. दोनों नदियों का जलस्तर डेंजर लेवल से एक से डेढ़ मीटर तक ऊपर हो गया था, जिससे संगम नगरी के कई इलाकों में लोगों के घरों की दूसरी मंजिल तक पानी पहुंच गया था. 12 अगस्त से पानी घटने का सिलसिला तेजी से शुरू हुआ और गंगा-यमुना दोनों ही नदी 14 अगस्त को डेंजर लेवल के नीचे पहुंच चुकी थीं. अब कई इलाकों में हजारों घर बाढ़ के पानी से मुक्त हो चुके हैं.

घरों के आसपास गड्ढों में जलभराव से मच्छर जनित बीमारियों के फैलने का डर.

इलाकों को बाढ़ से भले ही राहत मिल गई हो, लेकिन लोगों की मुसीबतें कम नहीं हुई हैं. गलियों में जमा गंदगी और बदबू से लोगों का जीना मुश्किल हो गया है. बाढ़ का पानी कम होने के बाद लोग अपने घरों को लौटने लगे हैं. कुछ लोग तो अपना आशियाना छोड़कर ही नहीं गए थे. लोगों ने मोहल्ले की साफ-सफाई का बीड़ा खुद उठाया है. अपने घरों के साथ-साथ लोग गलियों में जमा गंदगी साफ करने में जुटे हुए हैं. हालांकि गंदगी साफ होने के बाद भी बदबू ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है. घरों के आसपास गड्ढों में जलभराव होने से मच्छर जनित बीमारियों का डर सता रहा है.

स्थानीय निवासियों का आरोप है कि बाढ़ का पानी कम होने के बाद भी एक बार भी नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग की टीम इलाकों में नहीं आई. न ही नगर निगम द्वारा सफाई करवाई जा रही है और न ही स्वास्थ्य विभाग द्वारा छिड़काव कराया जा रहा है. मोहल्ले के चारों तरफ बदबू ही बदबू फैली हुई है. घरों के आसपास गड्ढों में जलभराव होने से मच्छर जनित बीमारियों का डर सता रहा है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग का इस तरफ ध्यान नहीं है. अगर स्वास्थ्य विभाग नहीं चेता तो मच्छर जनित बीमारियों यहां अपना पैर पसार लेंगी. स्थानीय निवासियों ने बताया कि उन्होंने प्रशासन से गुहार लगाई है कि जल्द से जल्द दवाइयों का छिड़काव कराया जाए, ताकि मच्छर जनित बीमारियां न फैलने पाएं और बदबू से छुटकारा मिल सके.

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