प्रयागराज : गंगा-यमुना-सरस्वती के संगम की धरती प्रयागराज से आज़ादी के बाद से अब तक विधानसभा चनावों में महज 5 महिलाएं ही विधायक के रूप में चुनी गईं. 2022 के चुनाव में महिलाओं को भी सभी राजनीतिक दल प्राथमिकता दे रहे हैं.
ऐसे में इस बार प्रयागराज जिले से पहले के मुकाबले ज्यादा महिलाओं के विधानसभा जाने की उम्मीद जगी है. पिछले कुछ चुनावों में जिले से एक महिला को विधायक बनने का अवसर जरूर मिला है. उसी आधार पर महिला विधायकों की संख्या में बढ़ोतरी की आस जगी है. अब देखना होगा कि जनता महिला उम्मीदवारों पर कितना भरोसा कर पाती है.
संगम नगरी प्रयागराज में विधानसभा की एक दर्जन सीट होने के बावजूद आज तक इस जिले से मात्र 5 महिलाओं को ही विधानसभा जाने का मौका मिला है. इन पांच महिलाओं में से दो महिलाएं जहां बीसवीं सदी में विधानसभा गईं थीं. वहीं 21वीं सदी में अभी तक तीन महिलाओं को जनता ने विधायक चुनकर विधानसभा भेजा है. अभी तक हुए विधानसभा चुनावों में सौ से अधिक महिलाएं चुनाव मैदान में ताल ठोंक चुकी हैं.
आज़ादी के बाद से सिर्फ 5 महिलाएं ही बन सकी हैं विधायक
प्रयागराज में इस वक्त कुल 12 विधानसभा सीटें हैं जिसमें सिर्फ मेजा विधानसभा ही एकमात्र ऐसी सीट है जहां की जनता ने पिछले चुनाव में महिला को विधायक के रूप में चुनकर विधानसभा भेजा है. इससे पहले शहर पश्चिमी विधानसभा सीट से दो बार पूजा पाल और प्रतापपुर से विजमा यादव को भी विधायक बनने का मौका मिला है.
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उसके पहले बीते सदी में 1957 के विधानसभा चुनाव में करछना की जनता ने कमल कुमार को विधायक चुना था. इसके बाद 1962 से 1974 तक में हुए चार विधानसभा चुनाव में शहर उत्तरी विधानसभा सीट की जनता ने राजेंद्र कुमारी वाजपेयी को अपना विधायक चुना था. इसके अलावा महिलाएं हर बार विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए चुनावी मैदान में तो उतरीं लेकिन जिले की जनता ने उन पर उतना भरोसा नहीं जताया.
महिलाएं चुनाव मैदान में उतरेंगी, लड़ेंगी तभी जीतेंगी
जिले की महिलाओं का कहना है कि महिला उम्मीदवार जब चुनाव मैदान में उतरेंगी, तभी जनता उन्हें मौका देगी. जिले की महिला मतदाताओं का कहना है कि पहले कम संख्या में महिलाएं चुनाव मैदान में उतरती थीं. अब बीते कुछ सालों से महिलाएं राजनीति में ज्यादा सक्रिय हुईं हैं. जिले की जनता उन्हें अपना प्रतिनिधि के रूप में चुन भी रही हैं. बीते चार चुनावों से लगातार जिले की जनता ने एक महिला को विधानसभा में जाने का मौका दिया है.
2022 में कई महिलाएं उतरेंगी चुनाव मैदान में
2022 के चुनाव में तमाम महिलाओं ने टिकट के लिए दावेदारी की है. सभी राजनीतिक दलों से बड़ी संख्या में महिलाओं ने टिकट के लिए अपनी दावेदारी की है. इसमें कांग्रेस के साथ ही भाजपा और सपा में महिलाओं की संख्या ज्यादा है. इसके साथ ही बसपा व आम आदमी पार्टी से भी महिलाओं ने टिकट मांगा है.