ETV Bharat / state

गैर संचारी रोगों पर लगेगी लगाम, घर-घर जाकर स्वास्थ्यकर्मी करेंगे जांच - प्रयागराज समाचार

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में गैर संचारी रोगों के लिए 30 वर्ष से ऊपर के सभी लोगों की जांच कराई जाएगी. इसके लिए स्वास्थ्यकर्मी घर-घर जाकर उच्च रक्त चाप, मधुमेह, वजन बढ़ना आदि की जांच करेंगे और रिपोर्ट तैयार कर केंद्र को भेजेंगे.

अपर चिकित्सा अधिकारी वीके मिश्रा.
author img

By

Published : Aug 21, 2019, 9:21 PM IST

प्रयागराज: स्वास्थ्य विभाग जिले की सभी बस्तियों में गैर संचारी रोगों की जांच कराएगा. भारत सरकार ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत पॉपुलेशन बेस्ड स्क्रीनिंग से गैर संचारी रोगों के लिए 30 वर्ष से ऊपर के सभी लोगों की जांच करने का निर्णय लिया है. इसमें 30 वर्ष से ऊपर के लोगों के गैर संचारी रोगों की जांच कर हॉस्पिटल रेफर किया जाएगा. इस अभियान के तहत स्वास्थ्य कर्मचारी घर-घर जाकर उच्च रक्त चाप, मधुमेह, वजन बढ़ना आदि की जांच कर उसकी रिपोर्ट केंद्र में दर्ज करेंगे.

जानकारी देते अपर चिकित्सा अधिकारी वीके मिश्रा.

स्वास्थ्य कर्मचारी करेंगे लोगों की जांच
गैर संचारी रोग नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत जनपद में बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने के लिए अनेकों कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं. इसके तहत गांवों के आशा-बहने और स्वास्थ्य कर्मचारियों को ट्रेनिंग भी दी जा रही है. जनपद के सभी कस्बों और केंद्रों को चिन्हित कर स्वास्थ्य कर्मचारी जांच कर इलाज भी करेंगे.

पढ़ें- पिता के मंत्री पद की शपथ लेने से 5 मिनट पहले बेटा बना जज, जमकर बजे ढोल-नगाड़े

लोगों को किया जाएगा जागरूक
युवा वर्ग गैर संचारी रोगों जैसे उच्च रक्त चाप, मधुमेह, मोटापा, हृदय रोग, कैंसर आदि रोग से ग्रसित है, जिसका मूल कारण अनियमित जीवन शैली और खानपान है. लोग ऐसे रोगों से ग्रसित न हो इसके लिए उन्हें जागरूक भी किया जाएगा.

पढ़ें- कैबिनेट मंत्री बनने पर बोलीं कमल रानी- महिलाओं के लिए काम करना पहली प्राथमिकता


330 उपकेंद्र किए गए चिन्हित
इस अभियान के तहत जितने भी लोग जांच के बाद गैर संचारी रोग के अंतर्गत ग्रसित पाए जाते हैं, उन्हें सबसे पहले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भेजकर इलाज कराया जायेगा. अगर वहां से ठीक नहीं होता तो उन्हें जिला हॉस्पिटल में भेजा जाएगा. ट्रीटमेंट के दौरान जो भी दवा होगी, वह पूरी तरह से निःशुल्क होगी. इस अभियान को पूर्ण रूप चलाने के लिए 330 उपकेंद्र चिन्हित किए जा चुके हैं.

गैर संचारी रोग समय पूर्व मृत्यु का कारण

गैर संचारी रोग हमारे देश में समय पूर्व मृत्यु का एक कारण है. भारत में इस समय जितनी मृत्यु होती है, उसमें सबसे अधिक गैर संचारी रोगों के कारण से हो रही है. वर्तमान समय में एक हजार की आबादी में सामान्यता 370 व्यक्ति 30 वर्ष से के ऊपर हैं, जो गैर संचारी रोग से ग्रसित है.

प्रयागराज: स्वास्थ्य विभाग जिले की सभी बस्तियों में गैर संचारी रोगों की जांच कराएगा. भारत सरकार ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत पॉपुलेशन बेस्ड स्क्रीनिंग से गैर संचारी रोगों के लिए 30 वर्ष से ऊपर के सभी लोगों की जांच करने का निर्णय लिया है. इसमें 30 वर्ष से ऊपर के लोगों के गैर संचारी रोगों की जांच कर हॉस्पिटल रेफर किया जाएगा. इस अभियान के तहत स्वास्थ्य कर्मचारी घर-घर जाकर उच्च रक्त चाप, मधुमेह, वजन बढ़ना आदि की जांच कर उसकी रिपोर्ट केंद्र में दर्ज करेंगे.

जानकारी देते अपर चिकित्सा अधिकारी वीके मिश्रा.

स्वास्थ्य कर्मचारी करेंगे लोगों की जांच
गैर संचारी रोग नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत जनपद में बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने के लिए अनेकों कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं. इसके तहत गांवों के आशा-बहने और स्वास्थ्य कर्मचारियों को ट्रेनिंग भी दी जा रही है. जनपद के सभी कस्बों और केंद्रों को चिन्हित कर स्वास्थ्य कर्मचारी जांच कर इलाज भी करेंगे.

पढ़ें- पिता के मंत्री पद की शपथ लेने से 5 मिनट पहले बेटा बना जज, जमकर बजे ढोल-नगाड़े

लोगों को किया जाएगा जागरूक
युवा वर्ग गैर संचारी रोगों जैसे उच्च रक्त चाप, मधुमेह, मोटापा, हृदय रोग, कैंसर आदि रोग से ग्रसित है, जिसका मूल कारण अनियमित जीवन शैली और खानपान है. लोग ऐसे रोगों से ग्रसित न हो इसके लिए उन्हें जागरूक भी किया जाएगा.

पढ़ें- कैबिनेट मंत्री बनने पर बोलीं कमल रानी- महिलाओं के लिए काम करना पहली प्राथमिकता


330 उपकेंद्र किए गए चिन्हित
इस अभियान के तहत जितने भी लोग जांच के बाद गैर संचारी रोग के अंतर्गत ग्रसित पाए जाते हैं, उन्हें सबसे पहले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भेजकर इलाज कराया जायेगा. अगर वहां से ठीक नहीं होता तो उन्हें जिला हॉस्पिटल में भेजा जाएगा. ट्रीटमेंट के दौरान जो भी दवा होगी, वह पूरी तरह से निःशुल्क होगी. इस अभियान को पूर्ण रूप चलाने के लिए 330 उपकेंद्र चिन्हित किए जा चुके हैं.

गैर संचारी रोग समय पूर्व मृत्यु का कारण

गैर संचारी रोग हमारे देश में समय पूर्व मृत्यु का एक कारण है. भारत में इस समय जितनी मृत्यु होती है, उसमें सबसे अधिक गैर संचारी रोगों के कारण से हो रही है. वर्तमान समय में एक हजार की आबादी में सामान्यता 370 व्यक्ति 30 वर्ष से के ऊपर हैं, जो गैर संचारी रोग से ग्रसित है.

Intro:प्रयागराज:30 वर्ष से ऊपर के सभी लोंगो की होगी जाँच,घर-घर जाकर स्वास्थ्यकर्मी करेंगे गैर संचारी रोगों का चेकअप

7000668169
सुमित यादव
स्टोरी
प्रयागराज: स्वास्थ्य विभाग स्वास्थ्य संबंधी अभियान के तहत जनपद के सभी बस्तियों में स्वास्थ्य कर्मचारी समुदाय में गैर संचारी रोगों की जाँच करेंगे. राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत 'नेशनल प्रोग्राम फॉर प्रिवेंशन एंड कंट्रोल ऑफ़ कैंसर,डायबिटीज कार्डियोवैस्कुलर डिजीज एड स्ट्रोक' के अंतर्गत पापुलेशन बेस्ट स्क्रीनिग से भारत सरकार ने गैर संचारी रोगों के लिए 30 वर्ष से ऊपर के सभी लोगो की जाँच करने का निर्णय लिया हैं. इसमें 30 वर्ष से ऊपर के लोगों की गैर संचारी रोगों की जाँच कर हॉस्पिटल रेफर करेंगे. इस अभियान के तहत स्वास्थ्य कर्मचारी घर-घर जाकर उच्च रक्त चाप, मधुमेह, वजन बढ़ना की जाँच कर उसकी रिपोर्ट केंद्र में दर्ज करेंगी.




Body:स्वास्थ्य कर्मचारी करेंगे लोगों की जांच

अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी वीके मिश्रा बताते हैं कि गैर संचारी रोग नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत जनपद  में बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया करने के लिए अनेको कार्यक्रम चलायें जा रहे हैं. इसके तहत सभी जगह के गांवों के आशा बहने और स्वास्थ्य कर्मचारियों को ट्रेनिंग भी दी जा रही है. जनपद के सभी कस्बों और केंद्रों को चिन्हित कर स्वास्थ्य कर्मचारी जांच कर रिपोर्ट दर्ज कर इलाज भी करेंगे. गैर संचारी रोग जिन्हें लम्बे समय तक चलने वाला रोग भी कहा जाता है.

अपर चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि युवा वर्ग गैर संचारी रोगों जैसे  उच्च रक्त चाप, मधुमेह, मोटापा, ह्रदय रोग, कैंसर आदि रोग से ग्रषित है, जिसका मूल कारण अनियमित जीवन शैली और खानपान. लोग ऐसे रोगों से ग्रषित न हो इसके लिए उन्हें जागरूक भी किया जाएगा.

330 उपकेंद्र किए गए चिन्हित

नोडल अधिकारी वीके मिश्रा ने बताया कि इस अभियान के तहत जितने भी लोग जांच के बाद गैर संचारी रोग के अंतर्गत ग्रषित पाए जाते हैं तो उन्हें सबसे पहले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भेजकर इलाज किया जायेग. अगर वहां से ठीक नहीं होता तो उन्हें जिला हॉस्पिटल में भेजकर इलाज किया जाएगा. ट्रीटमेंट के दौरान जो भी दावा होगी वह पूरी तरह से निःशुल्क होगी. इस अभियान को पूर्ण रूप चलाने के लिए 330 उपकेंद्र चिन्हित किये जा चूंके हैं. बहुत जल्द पूरे जनपद में उपकेंद्र को चिन्हित कर आशा बहने और स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा गौर संचारी रोगों का चेकअप कर इलाज किया जाएगा.





Conclusion:कर्मचारियों को दी जा रही है ट्रेनिंग

अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी वीके मिश्रा ने बताया कि गैर संचारी रोग की स्क्रीनिग करने के बारे में स्वास्थ्य कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया जा रहा है, जिसके तहत रोगों के कारण, लक्षण और रोकथाम के बारे में बताया जा रहा है. इसी के तहत सभी कर्मचारी घर-घर जाकर तीस साल से अधिक उम्र के लोगों की जांच कर रिपोर्ट दर्ज कर मुख्यकेन्द्र या फिर जिला हॉस्पिटल में भेजे जाएंगे.


नोडल अधिकारी अपर मुख्य चिकित्साधिकारी वीके मिश्रा ने बताया कि गैर संचारी रोग हमारे देश में समय पूर्व मृत्यु का एक कारण है. भारत में इस समय जितनी मृत्यु होती है उसमें सबसे अधिक गैर संचारी रोगों के कारण से हो रही है.

वर्तमान समय में एक हज़ार की आबादी में सामान्यता 370 व्यक्ति 30 वर्ष से ऊपर होते हैं जो गैर संचारी रोग से ग्रषित है, जिन्हें लम्बे समय तक चलने वाला रोग भी कहा जाता है.
गैर संचारी रोग में मधुमेह, ह्रदय रोग, लकवा कैंसर और चिरकालिक श्वसन रोग हैं. पुरुष-महिलाएं और सभी आयु वर्ग के लोगों को स्क्रीनिंग कर करेंगे.

बाईट- वीके मिश्रा, नोडल अधिकारी- अपर चिकित्सा अधिकारी
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.