प्रयागराज: शहर में आई बाढ़ में फंसे लोगों को निकालने के लिए NDRF टीम लगाई गई. सभी बाढ़ प्रभावित इलाकों पर जवानों को तैनात किया है. एनडीआरफ कमांडेंट शिवराज ने बताया कि एनडीआरफ टीम में पैरामिलिट्री फोर्स को शामिल किया जाता है. इन जवानों को हर परिस्थिति से लड़ने और रेस्क्यू करने के लिए ट्रेनिंग दी जाती है.
NDRF कमांडेंट की ईटीवी भारत से खास बातचीत
एनडीआरफ कमांडेंट शिवराज ने बताया कि किसी भी आपदा से निपटने के लिए NDRF के जवानों को ट्रेनिंग तो जाती है. इस टीम में मल्टी स्किल टीम भी शामिल होती है. पूरे देश में 12 बटालियन NDRF की हैं. हर बटालियन में 18 जवानों की संख्या होती है. इस टीम में CRPF, SSB, BSF, ITBP और RPF आदि पैरामिलिट्री फोर्स के जवान शामिल किए जाते हैं.
रणनीति बनाकर काम करती है एनडीआरफ
कमांडेंट शिवराज ने बताया कि NDRF टीम किसी भी परिस्थिति में लोगों को बचाने से पहले रणनीति बनाकर काम करती है. बाढ़ में फंसे लोगों में सबसे पहले बुजुर्गों को, फिर बच्चों को और फिर अन्य लोगों को रेस्क्यू करके बाहर निकाला जाता है.
ऑरेंज ड्रेस देखकर खुश होते हैं लोग
जब किसी आपदा में लोग फंसे होते हैं, चाहे वह बिल्डिंग में आग लगी हो या फिर बाढ़ में फंसे लोग हों. अगर ऑरेंज ड्रेस में जवानों देखते वह शांत हो जाते हैं. अब लोगों को भरोसा हो गया है कि NDRF को देखते ही उनको जान जाने का डर नहीं लगता है.