प्रयागराज: अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रहे दिवंगत महंत नरेंद्र गिरि (mahant narendra giri) की षोडशी (shodashi program) मंगलवार को होगी. षोडशी की तैयारी मठ बाघम्बरी गद्दी में तेजी से चल रही है. मंगलवार को पूरी आस्था के साथ षोडशी और चादर विधि सम्पन्न करवाई जाएगी, जिसमें देश भर के साधु संतों को शामिल होने के लिए बुलाया गया है. साधु संतों के आने का सिलसिला सोमवार से ही शुरू हो गया है. मंगलवार की सुबह ग्यारह बजे श्रद्धांजलि सभा होगी. उसके बाद बारह बजे चादर विधि होगी. इन दोनों कार्यक्रम के बाद दोपहर एक बजे से षोडशी भंडारा की शुरुआत होगी.
बाघम्बरी मठ महंत नरेंद्र गिरी की षोडशी के साथ होने वाली चादर पोशी कार्यक्रम देश भर के साधु संतों के साथ ही महंत नरेंद्र गिरी के हजारों शिष्य भी शामिल होंगे. षोडशी भंडारे में साधु संतों के अलावा दस हजार से अधिक भक्तों के शामिल होने की उम्मीद है. दोपहर एक बजे शुरू होने वाला भंडारा शाम तक चलेगा. भंडारे में साधु संतों के अलावा भक्तों को भोजन प्रसाद दिया जाएगा. भंडारे में महंत नरेंद्र गिरी की पसंदीदा खीर और मटर पनीर की सब्जी के अलावा तमाम तरह के व्यंजन बनेंगे.
उत्तराधिकरी बलवीर गिरी को बनाया जाएगा महंत
महंत नरेंद्र गिरि की षोडशी के दिन ही उनके उत्तराधिकारी बलवीर गिरी को मठ बाघम्बरी गद्दी की कमान सौंपी जाएगी. मठ बाघमबारी गद्दी में आयोजित चादर पोशी समारोह में अखाड़ों के पदाधिकारियों के अलावा कई दूसरे साधु संत भी शामिल होंगे. इस दौरान परंपरा के मुताबिक, निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर और दूसरे पदाधिकारी मिलकर बलवीर गिरी की चादर पोशी करेंगे, जिसमें यह साधु संत मिलकर बलवीर गिरी को चादरपोशी के बाद महंत घोषित कर देंगे.
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सीएम योगी को भी भेजा गया था आमंत्रण
महंत नरेंद्र गिरि की षोडशी व उत्तराधिकारी के चादर पोशी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी बुलाया गया था, लेकिन रात तक मुख्यमंत्री के आने की कोई सूचना जिला प्रशासन के पास तक नहीं पहुंची है. माना जा रहा है कि 5 अक्टूबर को लखनऊ में होने वाले पीएम मोदी के कार्यक्रम की वजह से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का प्रयागराज आने का कार्यक्रम तय नहीं हो सका है.