प्रयागराज: हापुड़ प्रकरण को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट के वकीलों ने मगंलवार को भी न्यायिक कार्य नहीं किया. अदालतें रोज की तरह सुबह दस बजे बैठी, लेकिन वकील नहीं पहुंचे. हालांकि हाईकोर्ट की ओर से मुकदमो की वर्चुअल सुनवाई के लिए वीडियो लिंक उपल्ब्ध कराया गया था. मगर उस पर भी कोई अधिवक्ता मुकदमा बहस करने नहीं गया. कुछ अदालतों ने जरूरी मुकदमें स्वयं निपटाए, लेकिन ज्यादातर में तारीख ही लगी. बार एसोसिएशन ने बुधवार को भी हड़ताल जारी रखने का निर्णय लिया है.
हाईकोर्ट बार एसोसिएशन की कार्यकारिणी की एक बैठक हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक कुमार सिंह की अध्यक्षता एवं महासचिव नितिन शर्मा के संचालन में ओल्ड स्टडी रूम में हुई. जिसमें सभी पदाधिकारियों से विचार-विमर्श के पश्चात कार्यकारिणी ने सर्वसम्मति से बुधवार को भी न्यायिक कार्य से विरत रहने का निर्णय लिया. बार का मानना है कि चूंकि शासन द्वारा हापुड़ घटना पर आज तक कोई निर्णय नहीं लिया गया. जिससे प्रदेश के अधिवक्ताओं में काफी रोष व्याप्त है.
बैठक में सर्वसम्मति से यह भी निर्णय लिया गया कि यदि हाईकोर्ट बार एसोसिएशन, इलाहाबाद के निर्णय के विरूद्ध जाकर कोई भी अधिवक्ता न्यायिक कार्य करते हुए पाया जाता है तो उसके विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी. बैठक में आशुतोष पाण्डेय, अशोक कुमार त्रिपाठी, स्वर्ण लता सुमन (उपाध्यक्षगण), सर्वेश कुमार दुबे, अजय सिंह, आशीष कुमार मिश्र, सरिता सिंह, अभ्युदय त्रिपाठी, विनोद राय, अमित कुमार पाण्डेय, ओम प्रकाश विश्वकर्मा, अरुण कुमार त्रिपाठी, आशुतोष मिश्र (नगरहा), सुधीर कुमार केसरवानी, साइमा सहर, अनिरुद्ध ओझा, अनिल कुमार मिश्र, अनिल प्रताप सिंह और यह जानकारी सर्वेश कुमार दुबे ने दी.
इससे पूर्व हाईकोर्ट के हस्तक्षेप से 9 सितंबर बार काउंसिल ने हड़ताल वापस लेने का निर्णय लिया था. मगर कई सदस्य इसके विरोध में खड़े हों गए. सदस्यों के दबाव को देखते हुए हड़ताल मगंलवार तक के लिए बढ़ा दी गई. इसी क्रम में हाईकोर्ट बार एसोसिएशन ने भी हड़ताल जारी रखने का निर्णय लिया है.
यह भी पढ़े-हापुड़ घटना को लेकर मेरठ में वकीलों ने किया हंगामा, रजिस्ट्री ऑफिस पर लगाया ताला