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अपने पहले प्रयास में PCS-J की परीक्षा में सफल हुईं ज्योति प्रकाश - प्रयागराज समाचार

यूपी पीसीएस-जे 2018 की मुख्य परीक्षा में पास हुई ज्योति प्रकाश से ईटीवी भारत से खास बातचीत की. उन्होंने कहा कि किसी अभ्यर्थी को किसी भी एग्जाम के पहले प्रयास को ही लास्ट प्रयास समझकर तैयारी करनी चाहिए.

ज्योति प्रकाश.
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Published : Jul 26, 2019, 11:41 PM IST

प्रयागराज: जिले में तैनात क्षेत्राधिकारी ट्रैफिक राम प्रकाश की बेटी ज्योति प्रकाश ने यूपी पीसीएस-जे परीक्षा में सलेक्ट होने के बाद ईटीवी भारत से खास बातचीत की. ज्योति प्रकाश ने कहा कि किसी भी एग्जाम के पहले प्रयास को ही लास्ट प्रयास समझकर तैयारी करनी चाहिए, तभी पहली बार में सलेक्शन निश्चित रूप से होगा.

ईटीवी भारत संवाददाता ने ज्योति प्रकाश से की बातचीत.
कमजोर विषय पर किया फोकस-ज्योति प्रकाश ने कहा कि जब मैं एलएलबी की पढ़ाई कर रही थी तो उस समय जिस सब्जेक्ट पर पूरी तरह से ध्यान नहीं दिया था, उसी सब्जेक्ट पर सबसे ज्यादा तैयारी के समय ध्यान दिया. इसके साथ ही कोचिंग के बाद घर पर सेल्फ स्टडी करती थी. मेरा मानना है कि किसी भी परीक्षा की अगर तैयारी कर रहे हैं तो शुरुआत से ही पूरी लगन के साथ मेनहत करनी चाहिए. सफलता तभी मिलती है, जब मेहनत के साथ तैयारी भी की जाए. कोचिंग के साथ घर पर तैयारी करने से आज मैं पीसीएस-जे की परीक्षा पास कर जज बनने जा रही हूं.

टाइम लेबल सेट करके करें स्टडी-
ज्योति प्रकाश ने तैयारी कर रहे परीक्षार्थियों के लिए कहा कि सबसे पहले अभ्यर्थी अपना टाइम टेबल सेट करें. कोचिंग क्लास में जाए लेकिन घर पर जरूर रिवीजन करें. अगर पढ़ाई के दौरान कोई वहीं कन्फ्यूजन हो तो उसे तुरंत क्लीयर करें. मैं दिन में कोचिंग क्लास के साथ रात को घर मे पढ़ाई करती थी. दिनभर में लगभग 10 से 12 घंटे स्टडी करती थी, जिसका यह नतीजा है कि पहले प्रयास में मेरा पीसीएस-जे में सलेक्शन हुआ है.

मुझे अपने बेटी के ऊपर गर्व है-
ज्योति प्रकाश के पिता ने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा कि मुझे शुरू से ही पता था कि मेरी बेटी का पीसीएस-जे में निश्चित रूप से सलेक्शन होगा. बचपन से ही देख कर लगता था कि मेरी बेटी एक न एक दिन मेरा नाम रोशन करेगी. मेरी बेटी ने हराने का इंतजार नहीं किया बल्कि पहले ही लड़ाई को जीतने की कोशिश की और जिसमें वह निश्चित रूप से सफल हुई. मुझे भरोसा है कि आगे की लड़ाई में मेरी बेटी कामयाब होगी.

प्रयागराज: जिले में तैनात क्षेत्राधिकारी ट्रैफिक राम प्रकाश की बेटी ज्योति प्रकाश ने यूपी पीसीएस-जे परीक्षा में सलेक्ट होने के बाद ईटीवी भारत से खास बातचीत की. ज्योति प्रकाश ने कहा कि किसी भी एग्जाम के पहले प्रयास को ही लास्ट प्रयास समझकर तैयारी करनी चाहिए, तभी पहली बार में सलेक्शन निश्चित रूप से होगा.

ईटीवी भारत संवाददाता ने ज्योति प्रकाश से की बातचीत.
कमजोर विषय पर किया फोकस-ज्योति प्रकाश ने कहा कि जब मैं एलएलबी की पढ़ाई कर रही थी तो उस समय जिस सब्जेक्ट पर पूरी तरह से ध्यान नहीं दिया था, उसी सब्जेक्ट पर सबसे ज्यादा तैयारी के समय ध्यान दिया. इसके साथ ही कोचिंग के बाद घर पर सेल्फ स्टडी करती थी. मेरा मानना है कि किसी भी परीक्षा की अगर तैयारी कर रहे हैं तो शुरुआत से ही पूरी लगन के साथ मेनहत करनी चाहिए. सफलता तभी मिलती है, जब मेहनत के साथ तैयारी भी की जाए. कोचिंग के साथ घर पर तैयारी करने से आज मैं पीसीएस-जे की परीक्षा पास कर जज बनने जा रही हूं.

टाइम लेबल सेट करके करें स्टडी-
ज्योति प्रकाश ने तैयारी कर रहे परीक्षार्थियों के लिए कहा कि सबसे पहले अभ्यर्थी अपना टाइम टेबल सेट करें. कोचिंग क्लास में जाए लेकिन घर पर जरूर रिवीजन करें. अगर पढ़ाई के दौरान कोई वहीं कन्फ्यूजन हो तो उसे तुरंत क्लीयर करें. मैं दिन में कोचिंग क्लास के साथ रात को घर मे पढ़ाई करती थी. दिनभर में लगभग 10 से 12 घंटे स्टडी करती थी, जिसका यह नतीजा है कि पहले प्रयास में मेरा पीसीएस-जे में सलेक्शन हुआ है.

मुझे अपने बेटी के ऊपर गर्व है-
ज्योति प्रकाश के पिता ने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा कि मुझे शुरू से ही पता था कि मेरी बेटी का पीसीएस-जे में निश्चित रूप से सलेक्शन होगा. बचपन से ही देख कर लगता था कि मेरी बेटी एक न एक दिन मेरा नाम रोशन करेगी. मेरी बेटी ने हराने का इंतजार नहीं किया बल्कि पहले ही लड़ाई को जीतने की कोशिश की और जिसमें वह निश्चित रूप से सफल हुई. मुझे भरोसा है कि आगे की लड़ाई में मेरी बेटी कामयाब होगी.

Intro: पीसीएस-जे पास करने के बाद शहर की ज्योति प्रकाश ने कहा- पहले अटेम्प्ट को ही लास्ट अटेम्प्ट समझकर करें तैयारी

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प्रयागराज: प्रयागराज में तैनात क्षेत्राधिकारी ट्रैफिक राम प्रकाश की बेटी ज्योति प्रकाश ने पीसीएस-जे परीक्षा में सलेक्ट होने के बाद ईटीवी भारत से खास बातचीत की. ज्योति प्रकाश ने कहा कि किसी भी एग्जाम को पहले अटेम्प्ट को लास्ट अटेम्प्ट समझकर तैयारी करना होगा, तभी पहली बार मे सलेक्शन निश्चित रूप से होगा. मैं एलएलबी की पढ़ाई के साथ ही पीसीएस जे की तैयारी शुरू कर दी थी. मेरे कामयाबी के पीछे मेरे पिता जी शुरू से सपोर्ट रहा है और जब भी मैं पढ़ाई को लेकर परेशान होती थी तो मेरे पिता जी हमेशा से मोटिवेट करते थे. परिवार के सपोर्ट से मैं यहाँ तक पहुंची हूँ.


Body:कमजोर सब्जेक्ट पर रहा फोकस

ज्योति प्रकाश ने कहा कि जब मैं एलएलबी की पढ़ाई कर रही थी तो उस समय जिस सब्जेक्ट पर पूरी तरह से ध्यान नहीं दिया था, उसी सब्जेक्ट पर सबसे ज्यादा तैयारी के समय ध्यान दी. इसके साथ ही कोचिंग के बाद घर पर सेल्फ स्टडी करती थी. मेरा मानना है कि किसी भी परीक्षा अगर तैयारी कर रहे हो तो शुरुआत से ही पूरी लगन के साथ मेनहत करना चाहिए. सफलता तभी मिलती है, जब ईमानदारी के साथ तैयारी की जाए. कोचिंग के साथ घर पर तैयारी करने से आज मैं पीसीएस जे की परीक्षा पास कर जज बनने जा रहीं हूँ.


Conclusion:टाइम लेबल सेट करें स्टडी

ज्योति प्रकाश ने तैयारी कर रहे परीक्षार्थियों के लिए कहा कि सबसे पहले कैंडिडेट्स अपना टाइम टेबल सेट करें. कोचिंग क्लास में जाए लेकिन घर पर जरूर से जरूर रिवीजन करें. अगर पढ़ाई के दौरान कोई वही कन्फ्यूजन हो तो उसे तुरंत क्लीयर करें. मैं दिन में कोचिंग क्लास के साथ रात को घर मे पढ़ाई करती थी. दिनभर में लगभग 10 से 12 घंटे स्टडी करती थीं. जिसका यह नतीजा है कि पहले अटेम्प्ट में मेरा पीसीएस जे में सलेक्शन हुया है.

मुझे अपने बेटी के ऊपर गर्व है

ज्योति प्रकाश के पिता ने कहा कि मुझे शुरू से ही पता था कि मेरी बेटी का पीसीएस जे में निश्चित रूप से सलेक्शन होगा. बचपन से ही देख कर लगता था कि मेरी बेटी एक न एक दिन मेरा नाम रोशन करेगी. मेरी बेटी हराने के इंतजार नहीं किया बल्कि पहले ही लड़ाई को जीतने की कोशिश की और जिसमें वह निश्चित रूप से सफल हुई. मुझे भरोसा है कि आगे की लड़ाई में मेरी बेटी कामयाब होगी.
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