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हे भगवान! कोविड-19 से मरने वालों के गहने भी कर लिए चोरी - कोविड अस्पतालों में गहने चोरी

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले में कोरोना संक्रमण से मौतों की समस्या के बाद अब मृतकों के गहने और मोबाइल फोन चोरी होने की समस्या भी खड़ी हो गई है.

प्रयागराज
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Published : May 14, 2021, 8:17 PM IST

प्रयागराजः कोरोना महामारी के दौर में इलाज के उपकरणों की कमी, मौतों की बढ़ती संख्या जैसी तमाम समस्याएं तो थी हीं, अब आपराधिक मामला भी सामने आ रहा है. प्रयागराज जिले के कुछ अस्पतालों में कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत के बाद उनके शरीर से गहने चुराने की घटनाएं हुई हैं. निजी मेडिकल कॉलेज में कोविड-19 से मरीज की मौत के बाद उसके शव से जेवर चुराने का कई घटनाएं हो चुकी हैं. एसआरएन कोविड एल-3 हॉस्पिटल से भी इसी तरह की शिकायतें सामने आई हैं. अस्पतालों के अंदर ऐसी घटनाएं व्यवस्थाओं ही नहीं, मानवीयता पर भी तमाम सवाल खड़े कर रही हैं.

गहने चोरी

चौकस हुई पुलिस
चोरी के मामले सामने आने के बाद प्रयागराज में पुलिस चौकन्नी हुई है. आईजी के निर्देश पर निजी मेडिकल कॉलेज में मृतक के शरीर से जेवर चुराने के मामले में पिपरी थाने में केस दर्ज कर जांच की जा रही है. एसआरएन कोविड एल-3 हॉस्पिटल से मृतक मरीजों के गहने और मोबाइल गायब होने के मामलों की भी पुलिस जांच कर रही है.

ये हैं चोरी की घटनाएं
प्रयागराज के करेली इलाके के रहने वाले परिवार की एक महिला की कोरोना संक्रमण से हालत बिगड़ने पर यूनाइटेड मेडिसिटी प्राइवेट मेडिकल कॉलेज में इलाज के लिए भर्ती करवाया गया था. कई दिनों के इलाज के बाद महिला की मौत हो गई. इसके बाद महिला के शव को कोविड प्रोटोकॉल के तहत पैक करके अंतिम संस्कार के लिए भेजा गया. यहां पर घरवालों ने शव को दफनाने से पहले खोला तो देखा कि महिला के कंगन समेत दूसरे जेवर भी गायब हैं. इसके बाद महिला के परिवार वालों ने पिपरी थाने में शिकायत कर कार्रवाई करने की मांग की, लेकिन पुलिस ने केस दर्ज नहीं किया. इसके बाद परिवार वालों ने आईजी केपी सिंह से मामले की शिकायत की तो आईजी के आदेश पर पुलिस ने केस दर्ज किया. पुलिस शक के आधार पर निजी मेडिकल कॉलेज के एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की तलाश कर रही है, जो अपना घर छोड़कर फरार है. शक है कि उसने गहने चुराकर औने पौने दाम में बेच दिया है.

इसे भी पढ़ेंः सड़क पर थूकने वालों से यूपी पुलिस ने वसूले 47 लाख रुपये

दोषियों का पता लगाकर की जाएगी कार्रवाई
आईजी केपी सिंह का कहना है कि इस दौर में एक तरफ अस्पतालों में डॉक्टर मरीजों की सेवा कर उनकी जान बचा रहे हैं, तो वहीं इस तरह के मामलों के सामने आने के बाद कुछ लोगों की वजह से डॉक्टरी का पेशा बदनाम हो रहा है. कुछ शिकायतें मिली हैं, जिसके बाद दो मामलों में केस दर्ज कर जांच की जा रही है. जांच में कोरोना से मरने वाले मरीजों के जेवर और मोबाइल चुराने वालों का पता लगाया जा रहा है. जिसकी संलिप्तता मिलेगी उनके खिलाफ पुलिस केस दर्ज कर सख्त कार्रवाई करेगी. जिन लोगों की वजह से डॉक्टरी का पेशा बदनाम हो रहा उन लोगों को बख्शा नहीं जाएगा.

प्रयागराजः कोरोना महामारी के दौर में इलाज के उपकरणों की कमी, मौतों की बढ़ती संख्या जैसी तमाम समस्याएं तो थी हीं, अब आपराधिक मामला भी सामने आ रहा है. प्रयागराज जिले के कुछ अस्पतालों में कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत के बाद उनके शरीर से गहने चुराने की घटनाएं हुई हैं. निजी मेडिकल कॉलेज में कोविड-19 से मरीज की मौत के बाद उसके शव से जेवर चुराने का कई घटनाएं हो चुकी हैं. एसआरएन कोविड एल-3 हॉस्पिटल से भी इसी तरह की शिकायतें सामने आई हैं. अस्पतालों के अंदर ऐसी घटनाएं व्यवस्थाओं ही नहीं, मानवीयता पर भी तमाम सवाल खड़े कर रही हैं.

गहने चोरी

चौकस हुई पुलिस
चोरी के मामले सामने आने के बाद प्रयागराज में पुलिस चौकन्नी हुई है. आईजी के निर्देश पर निजी मेडिकल कॉलेज में मृतक के शरीर से जेवर चुराने के मामले में पिपरी थाने में केस दर्ज कर जांच की जा रही है. एसआरएन कोविड एल-3 हॉस्पिटल से मृतक मरीजों के गहने और मोबाइल गायब होने के मामलों की भी पुलिस जांच कर रही है.

ये हैं चोरी की घटनाएं
प्रयागराज के करेली इलाके के रहने वाले परिवार की एक महिला की कोरोना संक्रमण से हालत बिगड़ने पर यूनाइटेड मेडिसिटी प्राइवेट मेडिकल कॉलेज में इलाज के लिए भर्ती करवाया गया था. कई दिनों के इलाज के बाद महिला की मौत हो गई. इसके बाद महिला के शव को कोविड प्रोटोकॉल के तहत पैक करके अंतिम संस्कार के लिए भेजा गया. यहां पर घरवालों ने शव को दफनाने से पहले खोला तो देखा कि महिला के कंगन समेत दूसरे जेवर भी गायब हैं. इसके बाद महिला के परिवार वालों ने पिपरी थाने में शिकायत कर कार्रवाई करने की मांग की, लेकिन पुलिस ने केस दर्ज नहीं किया. इसके बाद परिवार वालों ने आईजी केपी सिंह से मामले की शिकायत की तो आईजी के आदेश पर पुलिस ने केस दर्ज किया. पुलिस शक के आधार पर निजी मेडिकल कॉलेज के एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की तलाश कर रही है, जो अपना घर छोड़कर फरार है. शक है कि उसने गहने चुराकर औने पौने दाम में बेच दिया है.

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दोषियों का पता लगाकर की जाएगी कार्रवाई
आईजी केपी सिंह का कहना है कि इस दौर में एक तरफ अस्पतालों में डॉक्टर मरीजों की सेवा कर उनकी जान बचा रहे हैं, तो वहीं इस तरह के मामलों के सामने आने के बाद कुछ लोगों की वजह से डॉक्टरी का पेशा बदनाम हो रहा है. कुछ शिकायतें मिली हैं, जिसके बाद दो मामलों में केस दर्ज कर जांच की जा रही है. जांच में कोरोना से मरने वाले मरीजों के जेवर और मोबाइल चुराने वालों का पता लगाया जा रहा है. जिसकी संलिप्तता मिलेगी उनके खिलाफ पुलिस केस दर्ज कर सख्त कार्रवाई करेगी. जिन लोगों की वजह से डॉक्टरी का पेशा बदनाम हो रहा उन लोगों को बख्शा नहीं जाएगा.

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