प्रयागराज: संगमनगरी में तेजी से फैलते कोरोना संक्रमण पर काबू पाने के लिए लॉकडाउन जारी है. इसी दौरान 7 मई को तीसरे अशरे का आखिरी जुमा यानी अलविदा का जुमा है. इस वर्ष भी अलविदा जुमा और ईद पर कोरोना का असर है. वैसे सामान्य दिनों में अलविदा जुमा और ईद की विशेष नमाज ईदगाहों और शहर की बड़ी मस्जिदों में अदा की जाती है, लेकिन पिछले साल की भांति इस बार भी ऐसा नहीं होगा. सोमवार तक कोरोना कर्फ्यू लॉकडाउन होने के कारण मस्जिदों और ईदगाहों पर भीड़ एकत्र करने की अनुमति नहीं है. आईजी कवींद्र प्रताप सिंह ने कोरोना महामारी को देखते हुए मुस्लिम भाइयों से घरों पर ही रहकर अलविदा जुमे की नमाज अदा करने की अपील की है.
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कोरोना प्रोटोकॉल के तहत 5 लोग मस्जिद में अदा करेंगे नमाज
इस बार लॉकडाउन के बीच रमजान का आखिरी जुमा यानी अलविदा पड़ रहा है. अलविदा के मौके पर मुसलमान नमाज में अल्लाह से अगला रमजान पाने की इच्छा जताते हैं. फिलहाल कोरोना कर्फ्यू के कारण मस्जिदों में सामूहिक इबादत की मनाही है. अब तक मस्जिदों में नमाज अदा करने की इजाजत नहीं मिली है. लोग घरों पर ही रहकर अलविदा मनाएंगे. हालांकि आईजी के पी सिंह ने भी मस्जिदों में कोरोना प्रोटोकॉल के तहत सिर्फ 5 लोगों को ही नमाज अदा करने की इजाजत दी है. आईजी ने इस संबंध में धर्मगुरु से अपील की है कि सभी लोग घरों में रहकर सोशल डिस्टेसिंग के साथ जुमे की नमाज अदा करें. उलेमा ने भी मुसलमानों को अलविदा जुमा और ईद की नमाज घर पर ही अदा करने की हिदायत दी है.
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आईजी प्रयागराज रेंज के पी सिंह ने कहा कि कोरोना काल में एक दूसरे से गले न मिलें. उन्होंने कहा कि सभी धर्मगुरु अपने-अपने क्षेत्रों में कोविड 19 के नियमों का पालन कराएं.