प्रयागराज: माफिया अतीक अहमद से जुड़े मामलों की मंगलवार को जनपद न्यायालय में सुनवाई नहीं हो सकी है. डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में वकीलों के कार्य बहिष्कार की वजह से तमाम मुकदमों की सुनवाई नहीं हुई. जिस वजह से अतीक अहमद के नाबालिग बेटों को अवैध रूप से पुलिस हिरासत में रखे जाने और रिहाई से जुड़े मामले की सुनवाई भी नहीं हो सकी. अब इस मामले की सुनवाई के लिए कोर्ट ने 11 अप्रैल की तारीख तय की है.
वहीं, शाइस्ता परवीन की अग्रिम जमानत से जुड़े मामले की सुनवाई जनपद न्यायालय में 6 अप्रैल को होगी. शाइस्ता परवीन की अग्रिम जमानत से जुड़े मामले में उनके वकीलों ने दस्तावेज पेश करने के लिए समय की मांग कर ली थी. जिस वजह से उस मामले में कोर्ट ने सोमवार को ही सुनवाई के लिए 6 अप्रैल की तारीख तय कर दी थी.
पुलिस रिमांड पूरा होने पर अतीक के गुर्गों को भेजा गया जेलः अतीक अहमद गैंग के साथ मिलकर उमेश पाल हत्याकांड में मददगार की भूमिका निभाने वाले पांच आरोपियों को जनपद न्यायालय से 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है. इससे पहले प्रयागराज पुलिस ने इन पांचों आरोपियों की कस्टडी रिमांड की कोर्ट से मांग की थी. जिस पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने पांचों की 6 घंटे की पुलिस कस्टडी रिमांड मंजूर कर ली थी.
हथियार और 74 लाख रुपए हुए थे बरामदः मंगलवार को 6 घंटे की कस्टडी रिमांड पूरी होने के बाद शाम के वक्त सभी को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से कोर्ट के ऑर्डर पर सभी आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में नैनी सेंट्रल जेल भेज दिया गया. पुलिस ने अतीक गैंग से जुड़े नियाज अहमद, मोहम्मद सजर, कैश अहमद, राकेश कुमार और अरशद कटरा उर्फ अरशद खान के कब्जे से 21 मार्च को 74 लाख 62 हजार रुपयों के साथ 10 अवैध हथियार और 112 कारतूस बरामद किए थे.
उमेश पाल हत्याकांड में की थी मददः इन आरोपियों पर उमेश पाल हत्याकांड में मदद करने का आरोप लगा है. पांचों ने मिलकर पैसों की व्यवस्था के साथ ही अवैध हथियारों को भी उपलब्ध कराने और छुपाने का काम में सहयोग किया था. 21 मार्च को प्रयागराज पुलिस ने अतीक अहमद के चकिया इलाके में ध्वस्त कार्यालय के पिछले हिस्से से इनको गिरफ्तार कर उनके कब्जे से लाखों रुपयों के साथ ही तमंचे कारतूस बरामद किए थे. पुलिस ने 6 घंटे की कस्टडी रिमांड के दौरान उनसे उमेश पाल हत्याकांड से जुड़े कई अहम जानकारियां हासिल करने का प्रयास किया है. हालांकि उनसे पुलिस को किस तरह की जानकारी मिली किसी पुलिस अफसर ने इस बारे में कोई जानकारी साझा नहीं की है.