प्रयागराज: ईद उल अजहा बकरीद रविवार को देश भर में मनाई जाएगी. इस्लाम को मानने वाले कुर्बानी के इस पर्व को संगम नगरी प्रयागराज में भी पूरे उत्साह के साथ मनाएंगे. जिसके लिए शहर के अलग अलग बाजारों में बकरों की बिक्री हो रही है. अनुमान के मुताबिक बकरीद से पहले ही 70 करोड़ रुपये तक के बकरे बिक चुके हैं. इस बार प्रयागराज में लोग कुर्बानी के लिए बकरे के साथ ही भेड़ और दुम्बा भी खरीद रहे हैं. हालांकि मंहगाई की वजह से इनकी ब्रिकी कोरोना काल के पहले के मुकाबले कम हुई है.
प्रयागराज में बकरीद के त्यौहार को लेकर बाजारों में रौनक दिख रही है. खास तौर पर इस पर्व पर कुर्बानी दिए जाने की परंपरा है.जिसको देखते हुए जानवरों के बाजार पूरी तरह से सजधज कर तैयार हैं. बाजारों में बकरे के साथ ही भेड़ की भी खरीदारी हो रही है. इसके अलावा लोग कुर्बानी के लिए काफी महत्वपूर्ण माना जाने वाला दुम्बा भी खरीद कर ले जा रहे हैं. हालांकि दुम्बा मंहगा होने की वजह से बाज़ार में भी कम ही दिख रहा है. इस वक्त बाजार में दुम्बा की कीमत 50 हजार से रुपये से शुरू हो रही है. जबकि बकरे की शुरुआती कीमत दस हजार है.
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मंहगाई का असर होने के बावजूद बिक गए करोड़ों के बकरे
प्रयागराज में बकरों की कई मंडी है, जहां पर बकरे लेने के लिए आस-पास के जिलों से भी लोग आते हैं. यही वजह है कि इन बाजारों में बकरों के खरीददारों की भीड़ दिख रही है. लोग बाजारों में कुर्बानी के लिए बकरा खरीदने पहुंच रहे हैं. रोजाना करोड़ों रूपये के बकरे बिक रहे हैं. जिससे बकरीद तक ये कारोबार 70 करोड़ रुपये तक पहुंचने का अनुमान है. बाजारों में बिक रहे इन बकरों के नाम फिल्मी सितारों के नाम पर रखे गए हैं. इस बाजार में दूर दूर से कुर्बानी के लिए जानवर खरीदने की पहुंच रहे हैं. कारोबारी नूरुल कुरैशी का कहना है कि इस बार बकरीद की बाजार पर महंगाई का असर तो दिख रहा है. लेकिन इसके बावजूद उन्होंने उम्मीद जताई है कि इस बार कारोबार अच्छा होगा और 70 करोड़ से अधिक का व्यापार होगा.
बकरीद पर कुर्बानी देने की परंपरा है इस्लाम को मानने वाले लोग कुर्बानी देते हैं. लेकिन इस कुर्बानी में दुम्बा भेड़ का विशेष महत्व माना जाता है. लेकिन इसकी कीमत ज्यादा होने की वजह से हर कोई उसकी कुर्बानी नहीं दे पाता है. लोग कुर्बानी के लिए बकरे के साथ ही भेड़ और दुम्बा के साथ ही बड़े जानवरों को भी खरीद रहे हैं.
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