प्रयागराजः भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और पूर्व केंद्रीय मंत्री शहनवाज हुसैन सोमवार को संगम नगरी पहुंचे, जहां कार्यकर्ताओं ने जोरदार स्वागत किया. इस दौरान जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने जनता को 9 साल के मोदी सरकार के कामकाज और उपलब्धियों को बताया. इसके साथ दावा किया कि लोकसभा चुनाव 2024 में राम की जन्मस्थली यूपी की 80 और सीता की जन्मस्थली मिथिला बिहार की 40 सीटों पर भाजपा की जीत होगी. इसके साथ ही उन्होंने लोकसभा की 400 सीटों के जीतने का दावा किया. बता दें कि भाजपा ने प्रयागराज, फूलपुर, प्रतापगढ़ और अमेठी लोकसभा सीट पर जनता तक सरकार की उपलब्धियों को बताने की जिम्मेदारी पूर्व केंद्रीय मंत्री शहनवाज हुसैन को दी है.
मोदी को प्रधानमंत्री बनाए जाने का दावाः कार्यक्रम के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए शहनवाज हुसैन ने न सिर्फ जनता को केंद्र सरकार की उपलब्धियों के बारे में गिनाईं. बल्कि जनता के लिए करवाये जा रहे कार्यों को गिनाते हुए तीसरी बार मोदी को प्रधानमंत्री बनाए जाने का दावा किया. शहनवाज हुसैन ने कहा कि अमेठी हमारी हुई है, अब रायबरेली की बारी है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भगवान राम की जन्मस्थली यूपी की सभी 80 सीटों पर इस बार भाजपा को जीत मिलेगी.माता जानकी की जन्मस्थली मिथिला बिहार की भी सभी 40 सीटों पर बीजेपी को ही जीत मिलेगी.
महागठबंधन के नाम लिट्टी चोखाः भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहनवाज हुसैन ने 23 जून को बिहार में विपक्षी दलों की होने वाली बैठक पर तंज कसा. उन्होंने कहा कि विपक्षी एकता के नाम पर बिहार में जुटेंगे और मंच पर हाथ मिलाकर उठाने के चंद सेकेंड बाद ही अपनी अपनी अलग-अलग राह पकड़ लेंगे. विपक्ष के महागठबंधन बैठक के बहाने राहुल गांधी और केजरीवाल जैसे नेता भी बिहार आएंगे. महागठबंधन के नाम पर बिहार आएंगे और लिट्टी चोखा खाकर वापस चले जाएंगे. इससे पहले भी इन लोगों ने महागठबंधन का प्रयास किया था. लेकिन उसका नतीजा भी शून्य सीटें देने वाला था.
गीता प्रेस गोरखपुर के बयान पर निंदाः शहनवाज हुसैन ने कांग्रेस के मीडिया प्रभारी और महासचिव जयराम रमेश के बयान पर जवाबी हमला किया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस अब गीता प्रेस गोरखपुर के पीछे भी पड़ गई है. गीता प्रेस ने देश में सनातन धर्म का प्रचार प्रसार का बहुत बड़ा काम किया है. गीता प्रेस ने सनातन धर्म की पुस्तकों को छापकर बिना लाभ के उसका प्रचार प्रसार किया है. लेकिन कांग्रेस बीजेपी और हिंदू विरोध में यह सब नहीं देख पा रही है. बीजेपी नेता ने गीता प्रेस गोरखपुर को केंद्र सरकार द्वारा वर्ष 2021 का गांधी शांति पुरस्कार देने की तुलना सावरकर और गोडसे को पुरस्कार दिए जाने से किए जाने पर निंदा की है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस अगर पुरस्कार के लिए अभिनंदन नहीं कर सकती तो उसे आलोचना का भी अधिकार नहीं है. बीजेपी नेता कहा कि अगर हिंदु संस्कृति के लिए कुछ भी अच्छा किया जाता है, तो कांग्रेस के नेता परेशान हो जाते हैं. कांग्रेस को उसके कृत्य का का फल जनता जरूर देगी.
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