प्रयागराज: यूपी बोर्ड की 2024 की दसवीं-बारहवीं की परीक्षा को नकल विहीन एवं पूरी पारदर्शिता के साथ करवाने के लिए एक पहली बार शिक्षकों के लिए आई कार्ड जारी किए जाएंगे. बोर्ड की तरफ से आयोजित होने वाली परीक्षा में कक्ष निरीक्षकों के रूप में तैनात किये जाने वाले शिक्षकों का QR कोड और सीरियल नंबर वाला परिचय पत्र जारी किया जाएगा. इसमें यह भी लिखा होगा कि वो किस विषय के शिक्षक हैं. यह पहला मौका होगा, जब माध्यमिक शिक्षा परिषद की तरफ से शिक्षकों का भी आईडी कार्ड जारी किया जाएगा. 2 लाख 75 हजार शिक्षकों का कम्प्यूटराइज्ड परिचय पत्र बनाकर जारी किया जाएगा.
नकल मुक्त बोर्ड परीक्षा कराने पर जोर: यूपी बोर्ड की तरफ से हाई स्कूल और इंटर की परीक्षा को नकल मुक्त और पारदर्शी बनाने के लिए हर साल सख्ती की जाती है. इस तरह से व्यवस्था की जाती है, ताकि परीक्षा पूरी पारदर्शिता के साथ हो. इस कड़ी में इस बार की बोर्ड परीक्षा को भी नकल विहीन करवाने के लिए एक नया प्रयोग किया जाएगा. इसके तहत यूपी बोर्ड उन सभी कक्ष निरीक्षकों का परिचय पत्र बनाएगा, जिनकी ड्यूटी कक्ष निरीक्षक के रूप में लगायी जाएगी. माध्यमिक शिक्षा परिषद के सचिव दिव्यकान्त शुक्ला की तरफ से जारी किए गए निर्देश के बाद इसकी तैयारियां शुरू कर दी गयी हैं.
पहली बार जारी होगा कक्ष निरीक्षकों का आईडी कार्ड: वर्ष 2024 की हाईस्कूल एवं इण्टरमीडिएट परीक्षा में कक्ष निरीक्षक के लिए 2 लाख 75 हजार शिक्षकों की तैनाती की जाएगी. इन सभी कक्ष निरीक्षकों का अलग से परिचय पत्र यूपी बोर्ड की तरफ से बनाया जाएगा. इस परिचय पत्र को कम्यूटर के जरिये QR कोड के साथ बनाया जाएगा. साथ ही इस परिचय पत्र में शिक्षक का विषय भी लिखा जाएगा. इससे जानकारी मिलेगी कि कक्ष में ड्यूटी करने वाला शिक्षक किस विषय का है. ताकि उसको उस दिन दूसरे कक्ष में ड्यूटी पर लगाया जाए, जिस दिन उसके विषय की परीक्षा होगी.
जिला विद्यालय निरीक्षक लगाएंगे ड्यूटी: इस तरह से कक्ष निरीक्षण की व्यवस्था और भी मजबूत और पारदर्शी रहेगी. शिक्षकों को दिया जाने वाला ये परिचय पत्र बोर्ड परीक्षा शुरू होने से एक हफ्ते पहले जिला विद्यालय निरीक्षकों द्वारा परिषद के पोर्टल से डाउनलोड कर लिया जाएगा. इसके बाद उस जिले के आवंटित परीक्षा केन्द्रों का विवरण अंकित कर संबंधित कक्ष निरीक्षकों को दिए जाएंगे. अध्यापकों, प्रधानाचार्यों और अन्य कर्मियों की ड्यूटी पिछले वर्ष की तरह ही इस साल भी जिला विद्यालय निरीक्षक ही लगाएंगे.
ये भी पढ़ें- मिलिए राम मंदिर के गवाह से; जिन्होंने तोड़ा था रामलला के दरबार का ताला, देखा संघर्ष