प्रयागराज: यूपी के सभी जिलों में लॉकडाउन का असर तेजी से देखा जा रहा है. हर व्यक्ति अपने घरों में कैद नजर आ रहा है. ऐसे में सोशल मीडिया के तहत अफवाह फैलाने वालों पर पुलिस की पैनी नजर है. रविवार को प्रयागराज कर्नलगंज थाना क्षेत्र के अंतर्गत अफवाह फैलाने के आरोप में इलाहाबाद विश्वविद्यालय की पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष ऋचा सिंह और छात्र नेता नेहा यादव समेत चार के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया. इनके खिलाफ धारा 144 का उल्लंघन और आईटी एक्ट की धारा लगी है. पुलिस ने आरोप लगाया है कि इनके मैसेज के कारण बस अड्डे पर लोगों का जमावड़ा लग गया था. जिसकी वजह से लोग लॉकडाउन के बावजूद घर से बाहर निकले.
पुलिस प्रशासन ने बताया कि ऋचा सिंह, नेहा यादव, अखिलेश और अदनान के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. इन पर आरोप है कि शनिवार को फेसबुक और दूसरी सोशल साइट पर लिखा था कि रविवार सुबह 6 बजे आजमगढ़ और अन्य जिलों में जाने के लिए बस मिलेगी. इसके बाद छात्र और अन्य लोग सिविल लाइन बस अड्डे पर पहुंचने लगे. लॉकडाउन से शहर में फंसे ये लोग अपने घर पहुंचना चाहते थे. जिसकी वजह से सिविल लाइन बस स्टैंड में भारी भीड़ छात्रों की जामा हो गई. प्रशासन ने कड़ी मस्कत के बाद भीड़ पर काबू पाया गया और छात्रों को बस से घर छोड़ा गया.
जानकारी के अनुसार जब शनिवार देररात जब मामला पुलिस के संज्ञान में आया तो मीडिया सेल के माध्यम से इसका खंडन किया गया, लेकिन रविवार सुबह लोग बस अड्डे पर जुट गए. लॉकडाउन में बाहर निकलने से बचने की बजाय लोगों की भीड़ जमा हो गई. पुलिस अधिकारियों के आदेश पर कर्नलगंज पुलिस ने इन चारों के खिलाफ़ करवाई की. बताया जा रहा है कि जिन लोगों ने फेसबुक पर लिखा था, उन्होंने सॉरी बोलने के बाद उसे डिलीट भी कर दिया. इसके बावजूद पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए सभी अफवाह फैलाने वाले चारों आरोपियों के ऊपर मुकदमा पंजीकृत किया गया.