प्रयागराज: दुनियाभर के लोगों को पानी के महत्व को समझाने और स्वच्छ पानी उपलब्ध कराने के उद्देश्य से हर साल 22 मार्च को विश्व जल दिवस मनाया जाता है. कहते हैं इंसान बिना भोजन के तो रह सकता है, लेकिन बिना पानी के जीवित नहीं रह सकता. इसके बावजूद लोग पानी की अहमियत नहीं समझते. इसी को लेकर प्रयागराज के संगम तट पर एक अनोखे प्रकार से जल बचाने के प्रति जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस दौरान इलाहाबाद विश्वविद्यालय के फाइन आर्ट के छात्रों ने संगम की रेत पर जल और जीवन के चित्र को उकेरा.
फाइन आर्ट के छात्रों ने बनाया 'सैंड आर्ट'
संगम तट के वीआईपी घाट पर 22 मार्च को शाम 6 बजे फाइन आर्ट के छात्रों द्वारा बनाई गई कलाकृति के जरिए नेशनल वाटर डे पर जल और जीवन का महत्व बताने की कोशिश की गई है. इससे यह भी संदेश दिया गया कि जल ही जीवन है और हमें पानी को फालतू इस्तेमाल करने से बचाना चाहिए, जिससे सबका जीवन सुरक्षित रहें.
इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के फाइन आर्ट के स्टूडेंट अजय गुप्ता के मुताबिक, नेशनल वाटर डे पर इविवि के फाइन के छात्रों ने मिलकर सैंड आर्ट बनाया है. यह मैसेज दे रहे हैं कि जल ही जीवन है. इसलिए हमें पानी को बचाना चाहिए और साथ ही जो लोग पानी को प्रदूषित कर रहे हैं जिससे जानवर मर रहे हैं उस पर भी हमें ध्यान देना चाहिए.
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विश्व जल दिवस के मौके पर संगम के वीआईपी घाट पहुंचे सहायक वनरक्षक रामानुज त्रिपाठी ने नेशनल वाटर डे पर कहा कि आज फाइन आर्ट के छात्रों ने जल और जीवन के चित्र को उकेरा है. इससे हमें यह संदेश मिला है कि पानी की एक बूंद कितनी कीमती है.