प्रयागराज: किसानों की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही है. किसी न किसी दैवी आपदा के कारण अन्नदाताओं को कई तरह की समस्याओं से जूझना पड़ता है. इसी तरह किसानों के द्वारा बोई गयी फसलों के लिये टिड्डियों का दल मुसीबत बन गया है.
जनपद में टिड्डियों का झुंड जिस किसान के खेत मे पहुंच रहा है, उस खेत मे केवल डंठल ही दिख रहे हैं. इसी के चलते टिड्डियों से अपनी फसलों को बचाने के लिये किसान खेतों मे मौजूद रह कर पूरे परिवार सहित फसलों की सुरक्षा में लगे हुए हैं. किसान खेतों से टिड्डियों को भगाने के लिए थाली बजा रहे हैं. फिलहाल इस समय टिड्डियों का सबसे ज्यादा प्रकोप बारा तहसील के अन्तर्गत आने वाले कई गांवों में देखा जा रहा है. वहीं प्रशासन भी लोगों से तेज आवाज में थाली बजाने की अपील कर रहा है.
बता दें कि कौधियारा, बारा, सेमराकल्बना, घूरपुर, जसरा, गौहनिया, अमरेहा, गोबरा, तरहार और शंकरगढ आदि गांवों के किसानों के लिये इस समय टिड्डी दल मुसीबत बना हुआ है. किसान टिड्डियों से अपनी फसलों को बचाने के लिये हर संभव प्रयास कर रहे हैं. फिलहाल इस समय किसान सबसे ज्यादा अपनी धान की नर्सरी को लेकर चिन्तित हैं.
कहां से आया टिड्डी दल
टिड्डी दल पाकिस्तान से राजस्थान के रास्ते होते हुए भारत की सीमा में घुसा. पंजाब, मध्य प्रदेश और यूपी में टिड्डी दल किसानों की फसलों को काफी नुकसान पहुंचा चुका है. बता दें कि देश में टिड्डियों का सबसे पहला हमला 1993 में हुआ था. इसके बाद से सरकार की मुस्तैदी के चलते उतना बड़ा हमला अभी तक नहीं हुआ. फिलहाल ये टिड्डी दल यूपी के कई जिलों में फसल को नुकसान पहुंचा रहा है.