प्रयागराजः जिले में सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में भर्ती कोरोना के मरीजों के परिजन सड़क किनारे और पार्को में रहकर दिन-रात खुले आसमान के नीचे काटने को मजबूर हैं. ऐसे तीमारदारों के लिए जिला प्रशासन ने कम किराये में होटल में रहने और खाने का इंतजाम किया है. जिसके लिए जिला प्रशासन ने होटल व्यवसाइयों के साथ बैठक की. बैठक में शहर के 15 होटलों में 600 रुपये में कमरे और खाने का किराया तय किया गया है. इन होटलों का प्रतिदिन का जो किराया तय किया गया है उसी किराये में होटल में दो लोग रहकर खाना भी खा सकते हैं.
इन होटलों में मिलेगा 600 रुपये में कमरा और खाना
होटल गैलेक्सी सिविल लाइंस
होटल ओचर्ड वन सिविल लाइंस
होटल ट्यूलिप इन सिविल लाइंस
होटल युगांतर सिविल लाइंस
होटल साकेत सिविल लाइंस
होटल जे के पैलेस सिविल लाइंस
होटल एडवांटेज इन सिविल लाइंस
होटल पोलो मैक्स रेलवे स्टेशन सिविल लाइंस
होटल सनसिटी जानसेनगंज
होटल संतोष पैलेस काटजू रोड शाहगंज
होटल ले लिजायर कमला नेहरू रोड
होटल प्रयाग नुरुल्ला रोड
होटल स्वागतम लीडर रोड
होटल कामधेनु इन लूकरगंज
होटल हेरिटेज हाउस टैगोर टाउन
किराये में ही जुड़ा है खाने और नाश्ते का दाम
जिला प्रशासन ने इन होटलों का किराया 600 रुपया प्रतिदिन तय किया है. इस किराये में दो लोग होटल के एक कमरे में रह सकते हैं. इसके साथ ही उन्हें सुबह का नाश्ता, दोपहर और रात का खाना दिया जाएगा. खाने में दोनों वक्त दाल चावल के साथ ही सब्जी और चपाती भी दी जाएगी.
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कोविड मरीजों के परिजनों को सुविधा
आपको बता दें कि जिनके परिजन कोरोना से संक्रमित होने पर अस्पताल में भर्ती किये जाते हैं. उनके परिजन अस्पतालों के बाहर बने पार्क और दूसरे स्थानों पर दिन रात रहते हैं. कई निजी अस्पतालों के बाहर तो परिजन सड़क किनारे फुटपाथ पर दिन रात बैठकर समय काटते हैं. वहीं एसआरएन कोविड एल-3 हॉस्पिटल में बने पार्क में दूर दराज के इलाकों से आये लोग रहकर अपने मरीज की तीमारदारी करते हैं. ऐसे लोगों की समस्याओं को देखते हुए जिला प्रशासन ने होटल व्यापारियों के साथ बैठक करके किराया तय कर दिया है. इन होटलों में जाकर कोविड मरीजों के तीमारदार तय किराया देकर रह सकते हैं.
हालंकि जिले में अब कोरोना का कहर कम हो गया है. पिछले महीने जब कोरोना का संक्रमण चरम पर था, उस वक्त तीमारदारों को इस सुविधा की ज्यादा जरूरत थी. ऐसे में देर से ही सही लेकिन जिला प्रशासन के इस फैसले से कोविड मरीजों के तीमारदारों को काफी सुविधा मिल सकती है.