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एक-दूसरे की मदद का हाथ थामकर दिया कोरोना को मात

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Published : May 31, 2021, 10:41 PM IST

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज शहर के एक अपार्टमेंट में कोरोना महामारी का कहर टूट पड़ा. अपार्टमेंट में रहने वाले 88 परिवारों में से 26 परिवार के लोग संक्रमित हो गए. लेकिन, फिर जिस तरह से सोसायटी के लोगों ने हालात को संभाला वह एक मिसाल बन गयी.

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प्रयागराज : शहर के स्वास्तिक मैग्नोलिया अपार्टमेंट में रहने वाले लोगों ने महामारी काल में परिवार की तरह एक-दूसरे की देखभाल करते हुए मदद करने की मिसाल पेश की है. अप्रैल महीने में इस अपार्टमेंट में रहने वाले 88 परिवारों में से 26 परिवार के लोग एक-एक करके संक्रमित हो गए. लेकिन, अपार्टमेंट की सोसायटी के अध्यक्ष और सचिव ने परिवार के मुखिया की तरह सभी को पुनः स्वस्थ करने में विशेष योगदान दिया. अब इस अपार्टमेंट के सभी लोग स्वस्थ हैं और पूरा अपार्टमेंट कोरोना मुक्त हो चुका है.

वीडियो रिपोर्ट
रणनीति बनाकर महामारी को हरायास्वास्तिक मैग्नोलिया अपार्टमेंट शहर के सबसे पॉश इलाके मनमोहन चौराहे के पास बनी बिल्डिंग है. जिसमें समाज के हर वर्ग से जुड़े लोग रहते हैं और इस अपार्टमेंट में करीब 500 लोग रहते हैं. लेकिन, पिछले महीने इस अपार्टमेंट में जब लगातार कोरोना संक्रमित मिलने लगे तो इसमें रहने वाले लोग भी सहम गए थे. जिसके बाद अपार्टमेन्ट के अध्यक्ष सीपी शर्मा और सचिव ने मिलकर योजनाबद्ध तरीके से महामारी को मात देने की रणनीति बनायी. इसके तहत अपार्टमेंट में रहने वाले डॉक्टरों से भी बातचीत की गयी और होम आइसोलेशन में रहने वालों के इलाज के साथ ही उनकी देखरेख की प्लानिंग की गयी.संक्रमितों के भोजन और दवा की व्यवस्था की गयीइस अपार्टमेंट में रहने वाले 26 परिवार के 52 लोग एक-एक करके संक्रमित हो गए. इसके बाद अपार्टमेंट के अध्यक्ष व सेक्रेटरी ने लोगों के खाने का इंतज़ाम किया. इसमें कई लोगों के घरों तक उनके पड़ोसियों ने खाना बनाकर पहुंचाया तो कई लोगों के लिए एक टिफिन सर्विस लगवा दी गयी. जिसके जरिये वो मनचाहा खाना मंगवा कर खा रहे थे. इस दौरान अपार्टमेंट में रहने वाले लोगों ने संक्रमित पड़ोसियों तक सुबह शाम चाय नाश्ता पहुंचा कर उनकी मदद की. इसके साथ ही संक्रमितों के फ्लैट तक आवश्यक दवाएं भी पहुंचायी जा रही थी, जिससे कि किसी भी संक्रमित को दवा व किसी भी दूसरी चीज के लिए परेशान न होना पड़े. सोसायटी के सभी कर्मचारियों की ड्यूटी संक्रमितों की मदद के लिए लगायी गयी थी, जिससे कि उन्हें किसी भी सामान के लिए परेशान न होना पड़े और सभी जरूरी वस्तुएं उनके फ्लैट तक आसानी से पहुंच सके.इलाज व ऑक्सीजन की भी व्यवस्था की गयीइस अपार्टमेंट में कई डॉक्टर भी रहते हैं जिस वजह से सभी ने मिलकर कम्युनिटी हॉल में कोविड लेवल 2 हॉस्पिटल में मिलने वाली सुविधाओं की व्यवस्था कर ली थी. इससे किसी भी संक्रमित की परेशानी बढ़ने पर उसे इलाज के लिए तड़पना न पड़ता. कम्युनिटी हॉल में बेड के साथ ही ऑक्सीजन सिलेंडर व बाइपैप के साथ ही स्ट्रेचर व व्हील चेयर तक की व्यवस्था की गयी थी. जहां पर आपातकालीन जरूरत पड़ने पर इलाज किया जा सकता था. एनेस्थेसिया स्पेसलिस्ट डॉ. नागेश्वर मिश्रा का कहना है कि महीने भर पहले तक किसी कोविड मरीज को अस्पताल में ऑक्सीजन व बेड दिलवा पाना संभव नहीं था. उस दौरान किसी को ज्यादा जरूरत पड़ने पर हम अपने कम्युनिटी हॉल में बनाये गए अस्थायी अस्पताल में इलाज दे सकते थे. लेकिन, भगवान की कृपा से ऐसी नौबत नहीं आयी और सभी को उचित इलाज मिल गया, जिससे सभी लोग स्वस्थ हो चुके हैं. फिलहाल उनका स्वास्तिक मैग्नोलिया अपार्टमेंट कोरोना मुक्त हो चुका है. डॉक्टर नागेश्वर मिश्रा के अनुसार वो अस्पताल जाते और लौटते समय संक्रमितों से बात कर उनका हाल चाल जानते थे, जिससे कि किसी की तकलीफ बढ़ने पर उसे बेहतर इलाज समय से उपलब्ध करवाया जा सके.अपार्टमेंट में रहने वाले ज्योतिषी ने भी लोगों की मदद कीइसी अपार्टमेंट में रहने वाले ज्योतिषी आशुतोष वार्ष्णेय का कहना है कि कोरोना को हराने के लिए लोगों के मन में आत्मविश्वास और भरोसा रहना जरूरी है. जिस वजह से उन्होंने संक्रमित परिवारों को घर में आयुर्वेदिक वस्तुओं जैसे गूगल, लौंग, कपूर आदि को मिलाकर हवन सामग्री बनाकर उससे हवन करने का तरीका बताया. क्योंकि लौंग कपूर, गूगल के मिश्रण से घर में हवन करने से वायरस और बैक्टीरिया दूर होते हैं. साथ ही घर मे सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है. इसके साथ ही उन्होंने इस दौरान लोगों को शंख बजाने के लिए भी प्रेरित किया, क्योंकि शंख बजाने से नकारात्मक शक्ति समाप्त होती है और शंख बजाने से फेफड़े की एक्सरसाइज होती है. इससे फेफड़ा मजबूत भी होता है. इसके साथ ही उन्होंने सभी से काढ़े का सेवन करने के लिए प्रेरित किया और कई बार खुद से काढ़ा बनाकर कुछ लोगों को पिलाया और बनाने की विधि भी बतायी.सोसायटी के मैनेजर ने कोविड गाइड लाइन का कराया सख्ती से पालनप्रयागराज में जिस वक्त महामारी चरम पर थी स्वास्तिक मैग्नोलिया अपार्टमेंट में मास्क के बिना किसी को भी प्रवेश की इजाजत नहीं थी. इसके साथ ही संक्रमितों के आने जाने के लिए एक लिफ्ट रिजर्व कर दी गयी थी. जिससे कि संक्रमित व्यक्ति के द्वारा कम से कम संक्रमण फैल सके. साथ ही अपार्टमेंट के स्वस्थ लोगों के लिए एक लिफ्ट रिजर्व की गयी थी. जबकि घरेलू काम व दूसरे काम से आने वाले बाहरी व्यक्तियों के लिए अपार्टमेंट के पीछे की लिफ्ट रिजर्व रखी गयी थी, जिससे कि वो लोग भी सुरक्षित रहें. स्वास्तिक मैग्नोलिया सोसायटी के मैनेजर का कहना था कि कोविड गाइडलाइन का सख्ती से पालन करने का ही नतीजा है कि आज उनका अपार्टमेंट कोरोना मुक्त हो चुका है.अपार्टमेंट के लोगों ने पेश की मिसालआपदा के इस काल मे जहां अपनों द्वारा अपनों का साथ छोड़ने के तमाम किस्से सामने आए हैं, वहीं इस अपार्टमेंट की सोसायटी ने साबित कर दिया कि एक दूसरे का साथ देकर हम बड़ी से बड़ी मुसीबत से भी छुटकारा पा सकते हैं.

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प्रयागराज : शहर के स्वास्तिक मैग्नोलिया अपार्टमेंट में रहने वाले लोगों ने महामारी काल में परिवार की तरह एक-दूसरे की देखभाल करते हुए मदद करने की मिसाल पेश की है. अप्रैल महीने में इस अपार्टमेंट में रहने वाले 88 परिवारों में से 26 परिवार के लोग एक-एक करके संक्रमित हो गए. लेकिन, अपार्टमेंट की सोसायटी के अध्यक्ष और सचिव ने परिवार के मुखिया की तरह सभी को पुनः स्वस्थ करने में विशेष योगदान दिया. अब इस अपार्टमेंट के सभी लोग स्वस्थ हैं और पूरा अपार्टमेंट कोरोना मुक्त हो चुका है.

वीडियो रिपोर्ट
रणनीति बनाकर महामारी को हरायास्वास्तिक मैग्नोलिया अपार्टमेंट शहर के सबसे पॉश इलाके मनमोहन चौराहे के पास बनी बिल्डिंग है. जिसमें समाज के हर वर्ग से जुड़े लोग रहते हैं और इस अपार्टमेंट में करीब 500 लोग रहते हैं. लेकिन, पिछले महीने इस अपार्टमेंट में जब लगातार कोरोना संक्रमित मिलने लगे तो इसमें रहने वाले लोग भी सहम गए थे. जिसके बाद अपार्टमेन्ट के अध्यक्ष सीपी शर्मा और सचिव ने मिलकर योजनाबद्ध तरीके से महामारी को मात देने की रणनीति बनायी. इसके तहत अपार्टमेंट में रहने वाले डॉक्टरों से भी बातचीत की गयी और होम आइसोलेशन में रहने वालों के इलाज के साथ ही उनकी देखरेख की प्लानिंग की गयी.संक्रमितों के भोजन और दवा की व्यवस्था की गयीइस अपार्टमेंट में रहने वाले 26 परिवार के 52 लोग एक-एक करके संक्रमित हो गए. इसके बाद अपार्टमेंट के अध्यक्ष व सेक्रेटरी ने लोगों के खाने का इंतज़ाम किया. इसमें कई लोगों के घरों तक उनके पड़ोसियों ने खाना बनाकर पहुंचाया तो कई लोगों के लिए एक टिफिन सर्विस लगवा दी गयी. जिसके जरिये वो मनचाहा खाना मंगवा कर खा रहे थे. इस दौरान अपार्टमेंट में रहने वाले लोगों ने संक्रमित पड़ोसियों तक सुबह शाम चाय नाश्ता पहुंचा कर उनकी मदद की. इसके साथ ही संक्रमितों के फ्लैट तक आवश्यक दवाएं भी पहुंचायी जा रही थी, जिससे कि किसी भी संक्रमित को दवा व किसी भी दूसरी चीज के लिए परेशान न होना पड़े. सोसायटी के सभी कर्मचारियों की ड्यूटी संक्रमितों की मदद के लिए लगायी गयी थी, जिससे कि उन्हें किसी भी सामान के लिए परेशान न होना पड़े और सभी जरूरी वस्तुएं उनके फ्लैट तक आसानी से पहुंच सके.इलाज व ऑक्सीजन की भी व्यवस्था की गयीइस अपार्टमेंट में कई डॉक्टर भी रहते हैं जिस वजह से सभी ने मिलकर कम्युनिटी हॉल में कोविड लेवल 2 हॉस्पिटल में मिलने वाली सुविधाओं की व्यवस्था कर ली थी. इससे किसी भी संक्रमित की परेशानी बढ़ने पर उसे इलाज के लिए तड़पना न पड़ता. कम्युनिटी हॉल में बेड के साथ ही ऑक्सीजन सिलेंडर व बाइपैप के साथ ही स्ट्रेचर व व्हील चेयर तक की व्यवस्था की गयी थी. जहां पर आपातकालीन जरूरत पड़ने पर इलाज किया जा सकता था. एनेस्थेसिया स्पेसलिस्ट डॉ. नागेश्वर मिश्रा का कहना है कि महीने भर पहले तक किसी कोविड मरीज को अस्पताल में ऑक्सीजन व बेड दिलवा पाना संभव नहीं था. उस दौरान किसी को ज्यादा जरूरत पड़ने पर हम अपने कम्युनिटी हॉल में बनाये गए अस्थायी अस्पताल में इलाज दे सकते थे. लेकिन, भगवान की कृपा से ऐसी नौबत नहीं आयी और सभी को उचित इलाज मिल गया, जिससे सभी लोग स्वस्थ हो चुके हैं. फिलहाल उनका स्वास्तिक मैग्नोलिया अपार्टमेंट कोरोना मुक्त हो चुका है. डॉक्टर नागेश्वर मिश्रा के अनुसार वो अस्पताल जाते और लौटते समय संक्रमितों से बात कर उनका हाल चाल जानते थे, जिससे कि किसी की तकलीफ बढ़ने पर उसे बेहतर इलाज समय से उपलब्ध करवाया जा सके.अपार्टमेंट में रहने वाले ज्योतिषी ने भी लोगों की मदद कीइसी अपार्टमेंट में रहने वाले ज्योतिषी आशुतोष वार्ष्णेय का कहना है कि कोरोना को हराने के लिए लोगों के मन में आत्मविश्वास और भरोसा रहना जरूरी है. जिस वजह से उन्होंने संक्रमित परिवारों को घर में आयुर्वेदिक वस्तुओं जैसे गूगल, लौंग, कपूर आदि को मिलाकर हवन सामग्री बनाकर उससे हवन करने का तरीका बताया. क्योंकि लौंग कपूर, गूगल के मिश्रण से घर में हवन करने से वायरस और बैक्टीरिया दूर होते हैं. साथ ही घर मे सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है. इसके साथ ही उन्होंने इस दौरान लोगों को शंख बजाने के लिए भी प्रेरित किया, क्योंकि शंख बजाने से नकारात्मक शक्ति समाप्त होती है और शंख बजाने से फेफड़े की एक्सरसाइज होती है. इससे फेफड़ा मजबूत भी होता है. इसके साथ ही उन्होंने सभी से काढ़े का सेवन करने के लिए प्रेरित किया और कई बार खुद से काढ़ा बनाकर कुछ लोगों को पिलाया और बनाने की विधि भी बतायी.सोसायटी के मैनेजर ने कोविड गाइड लाइन का कराया सख्ती से पालनप्रयागराज में जिस वक्त महामारी चरम पर थी स्वास्तिक मैग्नोलिया अपार्टमेंट में मास्क के बिना किसी को भी प्रवेश की इजाजत नहीं थी. इसके साथ ही संक्रमितों के आने जाने के लिए एक लिफ्ट रिजर्व कर दी गयी थी. जिससे कि संक्रमित व्यक्ति के द्वारा कम से कम संक्रमण फैल सके. साथ ही अपार्टमेंट के स्वस्थ लोगों के लिए एक लिफ्ट रिजर्व की गयी थी. जबकि घरेलू काम व दूसरे काम से आने वाले बाहरी व्यक्तियों के लिए अपार्टमेंट के पीछे की लिफ्ट रिजर्व रखी गयी थी, जिससे कि वो लोग भी सुरक्षित रहें. स्वास्तिक मैग्नोलिया सोसायटी के मैनेजर का कहना था कि कोविड गाइडलाइन का सख्ती से पालन करने का ही नतीजा है कि आज उनका अपार्टमेंट कोरोना मुक्त हो चुका है.अपार्टमेंट के लोगों ने पेश की मिसालआपदा के इस काल मे जहां अपनों द्वारा अपनों का साथ छोड़ने के तमाम किस्से सामने आए हैं, वहीं इस अपार्टमेंट की सोसायटी ने साबित कर दिया कि एक दूसरे का साथ देकर हम बड़ी से बड़ी मुसीबत से भी छुटकारा पा सकते हैं.

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