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सिर्फ 10 मिनट के योगासन आपको रखेंगे कोरोना से दूर...

देश भर में एक बार फिर तेजी से कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है. ऐसे में सभी को काफी सतर्क रहने की आवश्यकता है. कोरोना संक्रमण के बीच खुद को स्वस्थ रखने के लिए योगासन एक उपयुक्त विकल्प है, पढ़ें रिपोर्ट...

सिर्फ 10 मिनट के योगासन आपको रखेंगे कोरोना से दूर
सिर्फ 10 मिनट के योगासन आपको रखेंगे कोरोना से दूर
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Published : Jan 16, 2022, 6:48 PM IST

प्रयागराज : देश भर में एक बार फिर से कोरोना संक्रमण के मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं. लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण को देखते हुए कोरोना की तीसरी लहर की आशंका जताई जा रही है. ऐसे महौल में लोगों के मन में डर का माहौल पनप रहा है. जानकारों का कहना है कि कमजोर इम्यूनिटी और कोविड वैक्सीन न लेने वालों में संक्रमण के खतरे की संभावना अधिक हो जाती है.

तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के बीच योग आचार्यों का कहना है कि योग और आसन के माध्यम से इम्यूनिटी को बढ़ाया जा सकता है. योगाचार्य कुमकुम तिवारी ने बताया कि नियमित रूप से योगासन करके कोरोना के खतरे को काफी हद तक कम करने में मदद मिलती है. जिन लोगों की इम्यूनिटी कमजोर है, उन्हें कोरोना की तीसरी लहर से बहद सुरक्षा बरतने की आवश्यकता है.

सिर्फ 10 मिनट के योगासन आपको रखेंगे कोरोना से दूर

स्वस्थ रहने के लिए करें ये आसन


विपरीत करणी : अच्छे स्वास्थ्य के लिए ये आसन काफी लाभदायक है. इसे नियमित तौर पर करने से स्ट्रेस कम हो जाता है. साथ ही नर्व कनेक्शन को मजबूती मिलती है. यदि विपरीत करणी आसन करने वालों की नर्व कनेक्शन मजबूत है, तो उन्हें रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होगी. ये आसन करने से फर्टिलिटी की समस्याएं भी दूर हो जातीं हैं.


अनुलोम-विलोम आसन : अनुलोम विलोम योगाभ्यास व्यायाम को फेफड़ों से विषाक्त पदार्थों को निकालर उन्हें शुद्ध करने, फेफड़ों में जमा अतिरिक्त द्रव को कम करने में सहायक होता है. साथ ही साथ फेफड़ों में ऑक्सीजन युक्त रक्त के प्रवाह को बढ़ावा देने में काफी प्रभावी माना जाता है. इतना ही नहीं यह आसन प्रतिरक्षा और फेफड़ों की क्षमता को बढ़ावा देने में सहायक है.

इस व्यायाम को करने के लिए शांत मुद्रा में बैठ जाएं. अपनी आंखें बंद करें और दाहिने अंगूठे को नाक के दाहिने छिद्र पर रखें. अब बाईं तरफ से गहरी सांस लें और दाहिनी ओर से छोड़ें. इसी तरह से नाक की दूसरी तरफ से भी सांस लें और छोड़ें.

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मत्स्यासन : रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने के लिए ये आसन रामबाण उपाय है. अगर आप इस आसन को नियमित तौर पर करते हैं, तो आपके शरीर की ऊर्जा का स्तर काफी अच्छा बना रहेगा. यह आसन बॉडी को डिटॉक्स करने का भी काम करता है.

प्राणायाम : प्राणायाम को व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने के लिए काफी अच्छा आसन माना गया है. इसे करने से व्यक्ति के शरीर से स्ट्रेस हार्मोन कम हो जाते हैं. इससे आपका हार्ट रेट भी सामान्य रहता है. इसे रोजाना करने से व्यक्ति की इम्यूनिटी पॉवर मजबूत होती है.

उत्तानासन : इसे करने से शरीर की सभी क्रियाएं काफी अच्छे से होती हैं. शरीर स्वस्थ और तंदुरुस्त रहता है. साइनस और म्यूकस मेंमब्रेन की समस्या दूर हो जाती है. इस आसन को अगर आप नियमित करते हैं, तो आपकी इम्युनिटी पावर जबरदस्त ढंग से बूस्ट होती है.

इसे पढ़ें- लखनऊ: AIMIM ने जारी की पहली सूची, 9 प्रत्याशियों के नामों का किया एलान

प्रयागराज : देश भर में एक बार फिर से कोरोना संक्रमण के मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं. लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण को देखते हुए कोरोना की तीसरी लहर की आशंका जताई जा रही है. ऐसे महौल में लोगों के मन में डर का माहौल पनप रहा है. जानकारों का कहना है कि कमजोर इम्यूनिटी और कोविड वैक्सीन न लेने वालों में संक्रमण के खतरे की संभावना अधिक हो जाती है.

तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के बीच योग आचार्यों का कहना है कि योग और आसन के माध्यम से इम्यूनिटी को बढ़ाया जा सकता है. योगाचार्य कुमकुम तिवारी ने बताया कि नियमित रूप से योगासन करके कोरोना के खतरे को काफी हद तक कम करने में मदद मिलती है. जिन लोगों की इम्यूनिटी कमजोर है, उन्हें कोरोना की तीसरी लहर से बहद सुरक्षा बरतने की आवश्यकता है.

सिर्फ 10 मिनट के योगासन आपको रखेंगे कोरोना से दूर

स्वस्थ रहने के लिए करें ये आसन


विपरीत करणी : अच्छे स्वास्थ्य के लिए ये आसन काफी लाभदायक है. इसे नियमित तौर पर करने से स्ट्रेस कम हो जाता है. साथ ही नर्व कनेक्शन को मजबूती मिलती है. यदि विपरीत करणी आसन करने वालों की नर्व कनेक्शन मजबूत है, तो उन्हें रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होगी. ये आसन करने से फर्टिलिटी की समस्याएं भी दूर हो जातीं हैं.


अनुलोम-विलोम आसन : अनुलोम विलोम योगाभ्यास व्यायाम को फेफड़ों से विषाक्त पदार्थों को निकालर उन्हें शुद्ध करने, फेफड़ों में जमा अतिरिक्त द्रव को कम करने में सहायक होता है. साथ ही साथ फेफड़ों में ऑक्सीजन युक्त रक्त के प्रवाह को बढ़ावा देने में काफी प्रभावी माना जाता है. इतना ही नहीं यह आसन प्रतिरक्षा और फेफड़ों की क्षमता को बढ़ावा देने में सहायक है.

इस व्यायाम को करने के लिए शांत मुद्रा में बैठ जाएं. अपनी आंखें बंद करें और दाहिने अंगूठे को नाक के दाहिने छिद्र पर रखें. अब बाईं तरफ से गहरी सांस लें और दाहिनी ओर से छोड़ें. इसी तरह से नाक की दूसरी तरफ से भी सांस लें और छोड़ें.

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मत्स्यासन : रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने के लिए ये आसन रामबाण उपाय है. अगर आप इस आसन को नियमित तौर पर करते हैं, तो आपके शरीर की ऊर्जा का स्तर काफी अच्छा बना रहेगा. यह आसन बॉडी को डिटॉक्स करने का भी काम करता है.

प्राणायाम : प्राणायाम को व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने के लिए काफी अच्छा आसन माना गया है. इसे करने से व्यक्ति के शरीर से स्ट्रेस हार्मोन कम हो जाते हैं. इससे आपका हार्ट रेट भी सामान्य रहता है. इसे रोजाना करने से व्यक्ति की इम्यूनिटी पॉवर मजबूत होती है.

उत्तानासन : इसे करने से शरीर की सभी क्रियाएं काफी अच्छे से होती हैं. शरीर स्वस्थ और तंदुरुस्त रहता है. साइनस और म्यूकस मेंमब्रेन की समस्या दूर हो जाती है. इस आसन को अगर आप नियमित करते हैं, तो आपकी इम्युनिटी पावर जबरदस्त ढंग से बूस्ट होती है.

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