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राम वनगमन मार्ग से होकर गुजरेगा विकास का रास्ता : केशव प्रसाद मौर्य

उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य (Deputy CM Keshav Prasad Maurya) ने बुधवार को प्रयागराज का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने सर्किट हाउट में राम वनगमन मार्ग से जुड़े अधिकारियों एवं जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. बैठक के दौरान अयोध्या से चित्रकूट तक बनने वाले राम वनगमन मार्ग को जल्द पूरा करने पर जोर दिया.

उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य
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Published : Aug 13, 2021, 6:28 AM IST

प्रयागराज : डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य बुधवार को प्रयागराज पहुंचे. इस दौरान उन्होंने सर्किट हाउस के सभागर में अयोध्या से चित्रकूट तक 260 किलोमीटर तक बनने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग- रामवनगमन मार्ग के कार्यों की समीक्षा की. समीक्षा बैठक के दौरान डिप्टी सीएम ने कहा, कि रामवनगमन मार्ग सरकार का ड्रीम प्रोजेक्ट है.

रामलला मंदिर के निर्माण के साथ-साथ राम वनगमन मार्ग का निर्माण कार्य भी समय से होता रहे. उन्होंने कहा कि भूमि अधिग्रहण में आने वाली अड़चनों को संबंधित समस्याओं को संबंधित अधिकारी जिलाधिकारियों से मिलकर समस्या का समाधान तत्काल कराएं. डिप्टी सीएम ने रामवनगमन मार्ग से जुड़े सभी अधिकारियों को समय-समय पर कार्य की रिपोर्ट देने के लिए कहा. उन्होंने कहा, कि भूमि अधिग्रहण के कार्यों में वन विभाग की अनापत्ति प्राप्त करके कार्य को आगे बढ़ाया जाए. सभी संबंधित विभाग मिलकर कार्य करें.

उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य

उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य(Deputy CM Keshav Prasad Maurya) ने कहा, कि यह कार्य भगवान श्रीराम से जुड़ा हुआ है. इसलिए अपना सर्वश्रेष्ठ देते हुए इस कार्य को शीघ्रता के साथ पूरा करें. मंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने बताया, कि राम वनगमन मार्ग में अयोध्या से चित्रकूट तक ऐसे 44 स्थलों को चिन्हिंत किया गया है. जिन-जिन स्थानों पर मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान श्रीराम द्वारा वनवास के दौरान विश्राम किया गया हो अथवा जिन स्थलों का महत्व राम वनगमन की दृष्टि से हो. ऐसे स्थानों को दोनों राष्ट्रीय राजमार्गो से जोड़ने की कार्ययोजना है.

उन्होंने बताया, कि राम वनगमन मार्ग की अयोध्या से चित्रकूट की कुल लम्बाई 260 किलोमीटर है. मोहनगंज से जेठवारा-श्रृंगवेरपुर-मूरतगंज-महेवाघाट- राजापुर से चित्रकूट तक की लम्बाई 132 किमी. को राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-731ए के विकास एवं निर्माण के लिए 4 पैकजों में बांटा गया है. जिसमें पहले में मोहनगंज से औतारपुर की लम्बाई 35 किमी. है, दूसरे पैकेज में औतारपुर से मूरतगंज की लम्बाई 29.682 किमी.है. जिसमें श्रृंगवेरपुर धाम पर गंगा नदी पर 6 लेन 1200 मीटर लंबे पुल का प्रस्ताव पारित है.

तीसरे पैकेज में मूरतगंज से महेवाघाट की कुल लंबाई 48.068 किमी. है, इसे 4 लेन चौड़ा किया जाना प्रस्तावित है. साथ ही इसमें मंझनपुर बाईपास एवं राजापुर बाईपास शामिल है. चौथे पैकेज में राजापुर से रायपुरा की कुल लंबाई 19.25 किमी. है. इस प्रकार मोहनगंज से शुरू होकर चित्रकूट के निकट रायपुरा तक चारों पैकेज की कुल लंबाई 132 किमी. है, जिसकी अनुमानित लागत लगभग 3,300 करोड़ रुपये होगी. इस मार्ग के निर्माण कार्य को चरणबद्ध तरीके से आने वाले 3 वर्षों में पूर्ण किया जायेगा. उपमुख्यमंत्री(Deputy CM Keshav Prasad Maurya) ने बताया, कि यह कार्य समयबद्ध तरीक से पूरा कराया जायेगा. इससे अयोध्या से चित्रकूट तक आने-जाने में श्रद्धालुओं को सुविधा होगी.

साथ ही रास्ते में पड़ने वाले धार्मिक स्थलों व भगवान श्रीराम से जुड़े हुए धार्मिक स्थलों को इस राजमार्ग के साथ जोड़ने से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा. देश-विदेश से आने वाले राम भक्तों को अयोध्या से लेकर चित्रकूट के रास्ते में वनवास के दौरान भगवान राम द्वारा गए हुए स्थलों को देखने का सौभाग्य आसानी से प्राप्त होगा. उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य(Deputy CM Keshav Prasad Maurya) ने कहा, कि यह राम वनगमन मार्ग बन जाने के उपरांत और तीव्र गति से विकास के कार्य होंगे.

पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा, जिससे रोजगार के भी अवसर प्राप्त होंगे. उन्होंने कहा, कि विकास का रास्ता सड़कों से होकर ही जाता है. इसलिए हमारा प्रयास होगा, कि यह मार्ग जल्द से जल्द तैयार होकर आप सभी की सेवा में समर्पित हो. इस राम वनगमन मार्ग के तैयार हो जाने के बाद प्रयागराज एवं चित्रकूट का भी विकास होगा.

इसे पढें- उत्तर प्रदेश को परिवारवाद और जातिवाद से मुक्त करेंगे : दिनेश शर्मा

प्रयागराज : डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य बुधवार को प्रयागराज पहुंचे. इस दौरान उन्होंने सर्किट हाउस के सभागर में अयोध्या से चित्रकूट तक 260 किलोमीटर तक बनने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग- रामवनगमन मार्ग के कार्यों की समीक्षा की. समीक्षा बैठक के दौरान डिप्टी सीएम ने कहा, कि रामवनगमन मार्ग सरकार का ड्रीम प्रोजेक्ट है.

रामलला मंदिर के निर्माण के साथ-साथ राम वनगमन मार्ग का निर्माण कार्य भी समय से होता रहे. उन्होंने कहा कि भूमि अधिग्रहण में आने वाली अड़चनों को संबंधित समस्याओं को संबंधित अधिकारी जिलाधिकारियों से मिलकर समस्या का समाधान तत्काल कराएं. डिप्टी सीएम ने रामवनगमन मार्ग से जुड़े सभी अधिकारियों को समय-समय पर कार्य की रिपोर्ट देने के लिए कहा. उन्होंने कहा, कि भूमि अधिग्रहण के कार्यों में वन विभाग की अनापत्ति प्राप्त करके कार्य को आगे बढ़ाया जाए. सभी संबंधित विभाग मिलकर कार्य करें.

उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य

उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य(Deputy CM Keshav Prasad Maurya) ने कहा, कि यह कार्य भगवान श्रीराम से जुड़ा हुआ है. इसलिए अपना सर्वश्रेष्ठ देते हुए इस कार्य को शीघ्रता के साथ पूरा करें. मंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने बताया, कि राम वनगमन मार्ग में अयोध्या से चित्रकूट तक ऐसे 44 स्थलों को चिन्हिंत किया गया है. जिन-जिन स्थानों पर मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान श्रीराम द्वारा वनवास के दौरान विश्राम किया गया हो अथवा जिन स्थलों का महत्व राम वनगमन की दृष्टि से हो. ऐसे स्थानों को दोनों राष्ट्रीय राजमार्गो से जोड़ने की कार्ययोजना है.

उन्होंने बताया, कि राम वनगमन मार्ग की अयोध्या से चित्रकूट की कुल लम्बाई 260 किलोमीटर है. मोहनगंज से जेठवारा-श्रृंगवेरपुर-मूरतगंज-महेवाघाट- राजापुर से चित्रकूट तक की लम्बाई 132 किमी. को राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-731ए के विकास एवं निर्माण के लिए 4 पैकजों में बांटा गया है. जिसमें पहले में मोहनगंज से औतारपुर की लम्बाई 35 किमी. है, दूसरे पैकेज में औतारपुर से मूरतगंज की लम्बाई 29.682 किमी.है. जिसमें श्रृंगवेरपुर धाम पर गंगा नदी पर 6 लेन 1200 मीटर लंबे पुल का प्रस्ताव पारित है.

तीसरे पैकेज में मूरतगंज से महेवाघाट की कुल लंबाई 48.068 किमी. है, इसे 4 लेन चौड़ा किया जाना प्रस्तावित है. साथ ही इसमें मंझनपुर बाईपास एवं राजापुर बाईपास शामिल है. चौथे पैकेज में राजापुर से रायपुरा की कुल लंबाई 19.25 किमी. है. इस प्रकार मोहनगंज से शुरू होकर चित्रकूट के निकट रायपुरा तक चारों पैकेज की कुल लंबाई 132 किमी. है, जिसकी अनुमानित लागत लगभग 3,300 करोड़ रुपये होगी. इस मार्ग के निर्माण कार्य को चरणबद्ध तरीके से आने वाले 3 वर्षों में पूर्ण किया जायेगा. उपमुख्यमंत्री(Deputy CM Keshav Prasad Maurya) ने बताया, कि यह कार्य समयबद्ध तरीक से पूरा कराया जायेगा. इससे अयोध्या से चित्रकूट तक आने-जाने में श्रद्धालुओं को सुविधा होगी.

साथ ही रास्ते में पड़ने वाले धार्मिक स्थलों व भगवान श्रीराम से जुड़े हुए धार्मिक स्थलों को इस राजमार्ग के साथ जोड़ने से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा. देश-विदेश से आने वाले राम भक्तों को अयोध्या से लेकर चित्रकूट के रास्ते में वनवास के दौरान भगवान राम द्वारा गए हुए स्थलों को देखने का सौभाग्य आसानी से प्राप्त होगा. उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य(Deputy CM Keshav Prasad Maurya) ने कहा, कि यह राम वनगमन मार्ग बन जाने के उपरांत और तीव्र गति से विकास के कार्य होंगे.

पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा, जिससे रोजगार के भी अवसर प्राप्त होंगे. उन्होंने कहा, कि विकास का रास्ता सड़कों से होकर ही जाता है. इसलिए हमारा प्रयास होगा, कि यह मार्ग जल्द से जल्द तैयार होकर आप सभी की सेवा में समर्पित हो. इस राम वनगमन मार्ग के तैयार हो जाने के बाद प्रयागराज एवं चित्रकूट का भी विकास होगा.

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