प्रयागराज: जिले में डेंगू,मलेरिया जैसी संचारी रोगों की रोकथाम के लिए अभियान चलाया जा रहा है.जहां डेंगू के मरीज मिले हैं, वहां लक्षण बचाव के उपचार डॉक्टर द्वारा बताया जा रहा है. वहीं बारिश के बाद उमस के इस मौसम में मच्छरों के प्रकोप से डेंगू पीड़ितों की संख्या हर दिन बढ़ रही है. डॉक्टरों का कहना है कि बाढ़ का पानी घटने से जगह-जगह गड्ढों में पानी इकट्ठा हो गया है, जिसके कारण डेंगू के मच्छर पैदा हो रहे हैं. इसी को लेकर ईटीवी भारत ने डेंगू स्पेशलिस्ट से बातचीत की.
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अस्पतालों में बढ़ रही हैं मरीजों की संख्या
इस समय अस्पतालों में सबसे ज्यादा भीड़ मलेरिया के मरीजों की है लेकिन क्या इस मलेरिया बुखार मलेरिया ही है या डेंगू लोग इसकी भी जांच करा रहे हैं. बारिश के बाद इस मौसम में मच्छरों के प्रकोप से डेंगू पीड़ित की संख्या हर दिन बढ़ती जा रही है.
जानिए डेंगू स्पेशलिस्ट डॉ. अजय मिश्रा ने क्या-क्या सावधानियां बताईं
दरअसल डेंगू के मच्छर दिन में ज्यादातर काटते हैं. तेज धूप और तपन फिर बारिश के बाद उमस के कारण अगस्त में वायरल फीवर का प्रकोप बढ़ गया है. डॉक्टर अजय मिश्रा ने इस पर सलाह देते हुए कहा कि अपने घरों के बाहर पानी इकट्ठा न होने दें. कूलर में पानी भरा ना छोड़े, मच्छरदानी में ही सोए और हो सके तो घर की दीवाल सफेद ही पेंट करवाएं जिससे मच्छरों का प्रकोप ज्यादा न फैल सके. प्लेटलेट्स की गिनती कम हो जाती हैं तो इसकी दिक्कत बढ़ जाती है. हड्डियों में दर्द होना शरीर में लाल चकत्ते पड़ना और शरीर का कमजोर होते जाना भी इसका खास लक्षण है.