प्रयागराज: यूपी में जिस तरह से डेंगू ने अपने पैर पसार रखे हैं और दिन-प्रतिदिन जिला अस्पताल में डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ रही है, उसके बाद भी स्वास्थ्य विभाग जाग नहीं रहा है. शहर में बढ़ते डेंगू के प्रकोप को रोकने के लिए एक ओर सरकार जागरूकता अभियान चलाकर घर और आसपास साफ-सफाई करने की अपील कर रही है तो वहीं प्रयागराज के मोतीलाल मंडलीय चिकित्सालय के गेट के बाहर गंदगी का अंबार लगा हुआ है. इससे मच्छर पनप रहे हैं. मरीजों के साथ रहने वाले तीमारदारों को पूरे दिन मच्छरों से लड़ना पड़ता है.
डेंगू के मरीजों के लिए डेंगू वार्ड और साफ-सफाई का खास तौर पर ध्यान दिया जा रहा है, जिससे कहीं भी गंदगी के कारण मच्छर न पनपेंं और डेंगू मरीजों को किसी प्रकार की दिक्कत न हो. वहीं, जिला अस्पताल गेट के बाहर कूड़ा डंपिंग जोन से अस्पताल प्रशासन और आने वाले मरीजों को भी दो चार होना पड़ रहा है.
मोतीलाल नेहरू (काल्विन) की अधीक्षक डॉ. इंदु कनौजिया ने बताया कि डेंगू से बचाव के लिए विशेष तौर पर साफ-सफाई जरूरी है. गंदगी और इधर-उधर पानी इकट्ठा न होने दें. इससे मच्छर नहीं पनपेंगे. डेंगू मच्छरों से ही फैलता है, इसलिए साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दें. अपनी साफ-सफाई के साथ-साथ आस-पड़ोस में भी सफाई रखें.
इंदु कनौजिया ने नगर निगम पर आरोप लगाते हुए कहा कि अस्पताल गेट के बाहर लगे कूड़े को तो कहने पर हटाया जाता है, लेकिन इस कूड़ेदान को अस्पताल के गेट से कहीं और शिफ्ट करने के लिए लिखित रूप से कई बार देने के बावजूद भी समस्या जस की तस बनी हुई है. इस कारण हम डॉक्टरों के साथ-साथ मरीजों के साथ आए तीमारदारों को भी परेशानी होता है.
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तीमारदार अनिरुद्ध कहते हैं कि जहां अस्पताल के अंदर साफ-सफाई का विशेष तौर पर ध्यान दिया जा रहा है और अच्छी सुविधा मिल रही है. वहीं, अस्पताल के गेट के बाहर जिस तरीके से गंदगी का अंबार लगा हुआ है, उससे हम सबको भी कहीं डेंगू न हो जाए इसका डर बना रहता है. वर्षों बीत जाने के बाद भी अस्पताल गेट के बाहर कूड़े जोन की समस्या जस की तस बनी हुई है. कूड़े जोन से अस्पताल प्रशासन और तीमारदारों को निजात कब मिलेगी यह तो आने वाला वक्त बताएगा.