प्रयागराजः शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी के खिलाफ मुस्लिम समुदाय में रोष बढ़ता जा रहा है. पाक किताब कुरान की 26 आयतों में बदलाव की याचिका को लेकर रिजवी चौतरफा घिर गए हैं. रविवार को एआईएमआईएम लीगल सेल के अध्यक्ष एवं अधिवक्ता आरिफ इकबाल ने गृहमंत्री को पत्र लिखकर वसीम रिजवी की नागरिकता खत्म करने की मांग की है.
ये है विवाद
शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी ने कुरआन शरीफ की आयतों पर टिप्पणी की थी. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में कुरआन शरीफ में से 26 आयतों को हटाए जाने की मांग की थी. इसे लेकर मुस्लिम समुदाय में गुस्सा है.
खत्म हो नागरिकता
एआईएमआईएम के लीगल सेल इंचार्ज और इलाहाबाद उच्च न्यायालय के अधिवक्ता आरिफ इकबाल ने रविवार को कहा कि संविधान के तहत कोई भी शख्स किसी भी धार्मिक किताबों में बदलाव या छेड़छाड़ नहीं कर सकता है. सबको अपने धर्म का प्रचार करने का हक है. साथ ही उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर भारतीय नागरिकता कानून 1955 की धारा 10 के तहत उनकी नागरिकता खत्म करने की मांग की है. इस धारा के तहत कोई भी व्यक्ति अगर देश विरोधी काम करता है तो सरकार उसकी नागरिकता तत्काल प्रभाव से खत्म कर सकती है और उसे देश से बाहर कर सकती है.