प्रयागराज : जनपद के प्रसिद्ध माघ मेले का आयोजन जनवरी में किया जाएगा. एक माह तक चलने वाले धार्मिक माघ मेले को लेकर मेला प्रशासन तैयारी में जुट गया है. इस मेले में संत, महात्मा और श्रद्धालु संगम तट पर कल्पवास करने आते हैं.
हालांकि उत्तराखंड में हुई बारिश के चलते जलस्तर बढ़ने के करण इन दिनों यहां कल्पवास के लिए सुविधा संपन्न टेंट हाउसों को बनाने का काम धीमी गति से चल पा रहा है. इस बार माघ मेला मिनी कुंभ (Magh Mela Mini Kumbh) के तर्ज पर आयोजित होगा.
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गौरतलब है कि एक माह तक चलने वाले माघ मेले की तैयारियां 3 महीने पहले ही शुरू हो जातीं हैं. जलस्तर लगातार बढ़ने के कारण काम धीमी गति से चल रहा है. जनवरी माह तक तंबुओं का शहर पूरी तरह सज जाएगा. इस वर्ष माघ मेले में मिनी कुंभ की तरह श्रद्धालुओं को सुविधाएं मिलेंगी. माघ मेले में ठहरने से लेकर अन्य मूलभूत सुविधाएं भक्तों को मिलेंगी.
छह सेक्टरों में बसेगा माघ मेला
इस वर्ष माघ मेला कुल 6 सेक्टरों में बसेगा. मेला क्षेत्र में इस वर्ष आवागमन को लेकर 7 पीपा पुल (pipa pool) का निर्माण होगा. मेले की बसाहट को लेकर विद्युत विभाग, लोक निर्माण विभाग, खाद्य आपूर्ति विभाग, परिवहन विभाग जैसे सभी विभागों ने कार्य शुरू कर दिया है.
प्रतापगढ़-लखनऊ से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए ये पुल बनेगा और दो पुल नैनी अरैल क्षेत्र में बनेगा. इसके साथ ही तीन पुल मेला क्षेत्र को झूसी की तरफ से जुड़ेगा. एक पुल को तैयार करने में लगभग 120 से 130 पीपा का इस्तेमाल किया जा रहा है. अधिक पीपा पुल से मेला क्षेत्र में यातायात की सुविधा और बेहतर होगी.
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