प्रयागराजः संगम की रेती पर लगने वाले माघ मेले की तैयारियों की समीक्षा बैठक करने के लेने के लिए यूपी के मुख्य सचिव और डीजीपी ने मेला क्षेत्र का निरीक्षण किया. मुख्य सचिव के साथ ही प्रमुख सचिव गृह और यूपी के डीजीपी (Principal Secretary Home DGP of UP) मेला की तैयारियों को देखने के बाद समीक्षा बैठक की. इस दौरान मेला क्षेत्र में जो कमियां दिखी, उसे 6 जनवरी तक पूरा करने का भी निर्देश दिया है. इस दौरान दोनों अधिकारियों ने संगम क्षेत्र में मौजूद कुछ श्रद्धालुओं से बातचीत भी की है.
चीफ सेक्रेटरी दुर्गा शंकर मिश्रा (Chief Secretary Durga Shankar Mishra) ने मेले की तैयारियों को देखकर संतुष्टि जताई है. उन्होंने कहा कि यहां आने वाले श्रद्धालु एक बेहतर माहौल में संगम में आस्था की डुबकी लगाएंगे. जिसके लिए सरकार की तरफ से सभी जरूरी तैयारियां की जा रही है. मेले के लगभग सारे काम पूरे हैं, जो काम बचा हुआ है उसे पौष पूर्णिमा तक पूरा कर लिया जाएगा. इसके साथ ही मुख्य सचिव ने यह भी दावा किया कि मेले में आने वाले स्नानार्थियों को स्वच्छ और अविरल गंगाजल मिले, उसके लिए भी जरूरी कदम उठाए जा चुके हैं. इसके साथ मुख्य सचिव ने मेला क्षेत्र में सुरक्षा के लिए भी पुख्ता इंतजाम किए जाने का दावा किया है. उन्होंने बताया कि मेला क्षेत्र में पुलिस थानों के साथ ही पुलिस चौकियों का निर्माण किया जा चुका है. पूरे मेला क्षेत्र में बड़ी संख्या में पुलिस कर्मियों की तैनाती अभी से कर दी गई है.
मेले में स्वच्छता बनाए रखने का मुख्य सचिव ने दिया निर्देश
माघ मेला क्षेत्र का निरीक्षण करने के बाद समीक्षा बैठक के दौरान मुख्य सचिव ने मेला क्षेत्र में स्वच्छता का विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया है. उन्होंने मेला क्षेत्र से जुड़े अफसरों को निर्देश दिया कि जिस तरह से अभी स्वच्छता दिख रही है. उसी तरह स्वच्छता पूरे मेले के दौरान भी कायम रहनी चाहिए. जिससे माघ मेले से भी कुंभ की तरह ही स्वच्छता का भी संदेश जाए. चीफ सेक्रेटरी दुर्गा शंकर मिश्रा ने मेले की तैयारियों पर फिलहाल संतुष्टि जाहिर की है.
कमियों वाले इलाके में जा ही नहीं सके मुख्य सचिव
सूबे के मुख्य सचिव प्रमुख सचिव नगर विकास के साथ माघ मेले की तैयारियो को परखने और देखने आए थे. लेकिन वो मेला क्षेत्र में सिर्फ उसी स्थान पर निरीक्षण करने उतरे जहां पर सबकुछ हमेशा सही रहता है. अफसरों के लाव लश्कर के साथ वो संगम नोज पर पहुंचक तैयारियो को देखा. संगम नोज पर आम दिनों में भी व्यवस्था काफी हद तक सुधरी दिखती है. उसी इलाके में मुख्य सचिव ने निरीक्षण किया और सबकुछ ठीक बता कर वापस लौट गए. साथ ही जो कमियां हो उन्हे समय रहते सुधारने का निर्देश दे दिया. लेकिन इसी बीच मुख्य सचिव से मिलकर उन्हें कमियों को बताने के लिए कुछ साधु संत बैठक स्थल तक जाना चाहते थे. जिन्हें प्रयागराज मेला प्राधिकरण के कार्यालय के बाहर से ही वापस लौटा दिया गया. ऐसे में मुख्य सचिव सबकुछ ठीक बताते हुए अफसरों को पीठ थपथपाकर वापस लौट गए.
निरीक्षण के बाद मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि इस बार के माघ मेले में श्रद्धालुओं की सहूलियत और सुविधाओं के लिहाज से सभी जरूरी इंतजाम किए गए हैं. जिससे माघ मेले को भी कुंभ की तरह दिव्य और भव्य बनाया जा सके. साथ ही उन्होंने कहा कि 2019 के कुंभ में जिस तरह से करोड़ों की संख्या में श्रद्धालुओं ने यहां पर आस्था की डुबकी लगाई है. उसी तरह एक बेहतरीन तस्वीर लेकर यहां से गए थे. उससे भी जायदा अच्छी व्यवस्था और इंतजाम 2025 के कुंभ के लिए की जा रही है.
संगम नगरी प्रयागराज (Sangam city Prayagraj) में माघ मेला के दौरान कई करोड़ श्रद्धालू गंगा यमुना सरस्वती की पावन त्रिवेणी में आस्था का डुबकी लगाने पहुँचते हैं. ऐसे में श्रद्धालुओं की इस भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पूरे मेला क्षेत्र में 6 हजार के करीब पुलिस वाले तैनात रहेंगे. पुलिस लाइन के सभागार में पुलिस वालों को रोजाना ट्रेनिंग दी जा रही है. उन्हें बताया जा रहा है कि श्रद्धालुओं के साथ किस तरह से बातचीत और व्यवहार करना है. इसके बारे में उन्हें ट्रेंड किया जा रहा है. पूरे माघ मेला के दौरान आने जाने वाले यात्रियों के साथ अच्छा व्यवहार कैसे किया जाना है. इसके लिए पुलिस वालों की क्लास चल रही है. जिस क्लास में इंस्पेक्टर से लेकर सिपाही और होम गार्ड्स तक के जवानों को भी प्रशिक्षित किया जा रहा है. उन्हें बताया जा रहा है कि किस तरह से दूर दूर से आने वाले श्रद्धालुओं की समस्याओं सुनना और उसका निराकरण करना है. इसके साथ ही मेला क्षेत्र में आये हुए भटके लोगों को रास्ता बताना और उन्हें उनकी मंजिल तक पहुंचने में मदद भी पुलिस को ही करना है.
यह भी पढ़ें- गौरवशाली छात्रसंघ के छात्रों पर अपराधियों से ज्यादा दर्ज हो रहे केस