प्रयागराज: जिले में शुक्रवार को इलाहाबाद मेडिकल एसोसिएशन की तरफ से शहर के सभी निजी अस्पतालों ने 12 घंटे की हड़ताल की. केंद्र सरकार द्वारा आयुर्वेद के डाॅक्टरों को सर्जरी की अनुमति दिए जाने के खिलाफ निजी अस्पतालों के डाॅक्टरों ने यह हड़ताल की है. निजी अस्पतालों के डाॅक्टरों ने हाथों में काली पट्टी बांधकर अपना विरोध दर्ज कराया. कोरोना और इमरजेंसी के मरीजों को इलाज इस दौरान किया गया.
एलोपैथ डॉक्टरों के समर्थन में इलाहाबाद डेंटल एसोसिएशन भी उतर आया है. डेंटल एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने शहर के सुभाष चौराहे पर एलोपैथ डॉक्टरों की तरह आयुर्वेद डॉक्टरों को सर्जरी की अनुमति दिए जाने के सरकार के फैसले के विरोध में काली पट्टी बांधकर विरोध जताया. वहीं केंद्र सरकार के इस फैसले के खिलाफ इलाहाबाद मेडिकल एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने फूलपुर से भाजपा सांसद केसरी देवी पटेल को ज्ञापन भी सौंपा.
ज्ञापन में मेडिकल एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने मांग की है कि केंद्र सरकार द्वारा आयुष डॉक्टरों को सर्जरी की अनुमति दिए जाने के फैसले पर पुनर्विचार विचार करने की जरूरत है. पदाधिकारियों का कहना है कि आयुर्वेद डॉक्टरों को सर्जरी की अनुमति का फैसला आम लोगों के लिए बेहद घातक साबित हो सकता है. इसका विरोध सिर्फ एलोपैथ डॉक्टर ही नहीं बल्कि आम लोग भी कर रहे हैं. पदाधिकारियों का कहना है कि सरकार को अपने इस फैसले पर पुनर्विचार करना चाहिए क्योंकि सर्जरी के लिए आयुष डॉक्टर प्रशिक्षित नहीं हैं.