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मथुरा शाही ईदगाह परिसर का पुरातात्विक सर्वे कराने के मामले की सुनवाई टली

इलाहाबाद हाईकोर्ट ने विवादित शाही ईदगाह परिसर का पुरातात्विक सर्वे कराने की याचिका की सुनवाई को टाल दिया है.

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इलाहाबाद हाईकोर्ट
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Published : Aug 11, 2022, 7:54 PM IST

Updated : Aug 11, 2022, 8:02 PM IST

प्रयागराजः मथुरा श्रीकृष्ण जन्म भूमि शाही ईदगाह का सर्वे कराने की अर्जी तय कराने की मांग में दाखिल याचिका की सुनवाई टल गयी है. अगली सुनवाई 29 अगस्त को होगी. दोनों पक्षों के अधिवक्ताओं के संयुक्त अनुरोध पर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने यह आदेश दिया है.

पिछली तारीख पर विपक्षी अधिवक्ता ने कोर्ट को बताया था कि मथुरा की अधीनस्थ अदालत में 8 अगस्त को लंबित अर्जियों की सुनवाई की तिथि तय है. इस पर दोनो पक्षों की सहमति से सुनवाई 11अगस्त के लिए टाल दी गई थी. यह आदेश न्यायमूर्ति विपिन चंद्र दीक्षित ने भगवान श्री कृष्ण विराजमान व अन्य की तरफ से दाखिल याचिका पर दिया है, जिसमें विवादित शाही ईदगाह परिसर का पुरातात्विक सर्वे कराने की मांग की गई है.

पढ़ेंः मंदिर की आवाज पहुंचती है अल्लाह ताला परमपिता परमेश्वर के पास: शाही ईदगाह प्रेसिडेंट

याचिका में दावा किया गया है कि विवादित परिसर पहले मंदिर था. मंदिर को तोड़कर शाही ईदगाह मस्जिद का निर्माण कराया गया था, जिस जगह अभी मस्जिद है वहां द्वापर युग में कंस ने भगवान श्री कृष्ण के माता-पिता को कैद कर रखा हुआ था. वह भगवान श्री कृष्ण का जन्म स्थान है. याचिका में यूपी सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड व तीन अन्य को पक्षकार बनाया गया है.

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प्रयागराजः मथुरा श्रीकृष्ण जन्म भूमि शाही ईदगाह का सर्वे कराने की अर्जी तय कराने की मांग में दाखिल याचिका की सुनवाई टल गयी है. अगली सुनवाई 29 अगस्त को होगी. दोनों पक्षों के अधिवक्ताओं के संयुक्त अनुरोध पर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने यह आदेश दिया है.

पिछली तारीख पर विपक्षी अधिवक्ता ने कोर्ट को बताया था कि मथुरा की अधीनस्थ अदालत में 8 अगस्त को लंबित अर्जियों की सुनवाई की तिथि तय है. इस पर दोनो पक्षों की सहमति से सुनवाई 11अगस्त के लिए टाल दी गई थी. यह आदेश न्यायमूर्ति विपिन चंद्र दीक्षित ने भगवान श्री कृष्ण विराजमान व अन्य की तरफ से दाखिल याचिका पर दिया है, जिसमें विवादित शाही ईदगाह परिसर का पुरातात्विक सर्वे कराने की मांग की गई है.

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याचिका में दावा किया गया है कि विवादित परिसर पहले मंदिर था. मंदिर को तोड़कर शाही ईदगाह मस्जिद का निर्माण कराया गया था, जिस जगह अभी मस्जिद है वहां द्वापर युग में कंस ने भगवान श्री कृष्ण के माता-पिता को कैद कर रखा हुआ था. वह भगवान श्री कृष्ण का जन्म स्थान है. याचिका में यूपी सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड व तीन अन्य को पक्षकार बनाया गया है.

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Last Updated : Aug 11, 2022, 8:02 PM IST
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