प्रयागराज: कृषि कानूनों के खिलाफ कई जगह विरोध प्रदर्शन किसानों द्वारा किया जा रहा है. वहीं इस क्रम में मंगलवार को अखिल भारतीय किसान मजदूर सभा के बैनर तले एकत्र हुए सैकड़ों किसानों व मजदूरों ने धरना दिया. किसानों ने तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने के नारे भी लगाए.
जमीन व मंडी में बढ़ेगा कॉर्पोरेट का कब्जा
रैली में शामिल अखिल भारतीय किसान मजदूर सभा के जिला सचिव राजकुमार पथिक ने बताया कि तीनों कानूनों से जमीन व मण्डी में कॉर्पोरेट का कब्जा बढ़ेगा. महिलाओं के जीविका के साधन छिनेंगे, सरकारी खरीद व राशन बन्द हो जायेंगे, जिसके कारण किसान बेबस और लाचार होकर इन कॉर्पोरेट घरानों की गुलामी करेगा. सरकार के द्वारा लाए गए कृषि कानून किसानों के हित में नहीं हैं, जिसको रद्द करने के लिए सभी किसान आंदोलन कर रहे हैं.
कॉर्पोरेट को लाभ पहुंचाना मकसद
वहीं जनसभा में शामिल अखिल भारतीय किसान मजदूर सभा के जिलाध्यक्ष राम कैलाश कुशवाहा के ने बताया कि खेती में देश की आधी आबादी जीवन बसर करती है. बेरोजगारी और आर्थिक संकट दोनों का जुड़ाव किसानों के विकास से जुडा है, जबकि भाजपा सरकार किसानों से जमीन व कृषि बाजार छीनकर खेती को बड़े कॉर्पोरेट के हाथों सौंप कर खेती को औद्योगिकीकरण कर कॉर्पोरेट को लाभ पहुंचाना एक मात्र मकसद है.
सभा के बाद रैली गौहनिया बाजार से जसरा ब्लॉक पहुंचकर प्रधानमंत्री के नाम संबोधन से रामकैलाश ने खण्ड विकास अधिकारी जसरा श्री देवेन्द्र ओझा को ज्ञापन सौंपा. इस मौके पर अखिल भारतीय किसान मजदूर सभा के कई सदस्य मौजूद रहे.