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प्रयागराज: घर पहुंचने के लिए एयरपोर्ट कर्मचारी बना प्याज व्यापारी - प्रेममूर्ति पांडेय

यूपी के प्रयागराज में लॉकडाउन में एक एयरपोर्ट कर्मचारी प्याज व्यापारी बनकर अपने घर पहुंचा. उसने बताया कि केंद्र सरकार के नियमों का पालन करते हुए नासिक से लगभग तीन लाख रुपये का प्याज खरीदा और ट्रक पर लादकर व्यापारी बनकर अपने घर पहुंचा.

airport employee become onion businessman during lockdown
लॉकडाउन में एयरपोर्ट व्यापारी बना प्याज व्यपारी
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Published : May 30, 2020, 12:54 PM IST

Updated : May 30, 2020, 5:07 PM IST

प्रयागराज: लॉकडाउन में बाहर फंसे लोग अपने घर पहुंचने के लिए तमाम जतन अपना रहे हैं. ऐसे में मुंबई में रहने वाले प्रयागराज के प्रेम मूर्ति पांडेय एक अलग आइडिया अपनाकर घर पहुंचे. 25 सालों से मुंबई एयरपोर्ट पर नौकरी करने वाले प्रेम मूर्ति ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की. उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार के नियमों का पालन करते हुए नासिक से लगभग तीन लाख रुपये का प्याज खरीदा और ट्रक पर लादकर व्यापारी बनकर घर पहुंचे. एयरपोर्ट बंद होने की वजह से घर पहुंचना था. इसकी वजह से प्याज व्यापारी बनकर प्रयागराज आए. घर पहुंचने के बाद प्रशासन ने 14 दिनों तक स्वास्थ्य निगरानी में रखा और उसके बाद रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद घर जाने की अनुमति मिली.

ईटीवी भारत संवाददाता से बात करते प्रेम मूर्ति पांडेय.

एयरपोर्ट कर्मचारी प्रेम मूर्ति ने बताया कि 21 दिनों तक चलने वाले पहले लॉकडाउन का पालन किया, लेकिन उसके बाद भी स्थिति सामान्य नहीं हुई और लॉकडाउन-2 शुरू कर दिया गया. ऐसे में घर का एक मात्र जिम्मेदार होने की वजह से घर पहुंचना जरूरी था. मुंबई एयरपोर्ट बंद होने की वजह से काम ठप हो गया था. तभी सरकार की तरफ से दिए गए निर्देशों का पालन करते हुए नासिक पहुंचकर 25 टन प्याज खरीदा. उसके बाद यूपी जाने के लिए ट्रक भाड़े पर लिया. प्याज, ट्रक का किराया और टैक्स मिलाकर घर पहुंचने में लगभग चार लाख रुपये खर्च हुए.

6 दिनों में तय किया सफर
प्रेममूर्ति पांडेय ने बताया कि मुंबई से लेकर नासिक और नासिक से लेकर प्रयागराज तक सफर तय करने में पूरे 6 दिन का समय लगा. ट्रक से सफर तय करते समय मास्क और सरकार की गाइडलाइंस के हिसाब से मुंबई से प्रयागराज पहुंचे. मुंबई से प्रयागराज पहुंचने के बाद जिला प्रशासन ने 14 दिनों तक निगरानी में रखा. जांच रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद घर जाने की अनुमति मिली.

प्याज रखने के लिए बनाया गोडाउन
प्रेममूर्ति ने बताया कि घर आने के बाद सबसे पहले उन्होंने प्याज को रखने की व्यवस्था की. उन्होंने अपनी बगिया में प्याज को रखने के लिए गोडाउन बनाया. प्याज सड़े न इसके लिए उन्होंने चारों तरफ कूलर लगाए हैं. प्याज का दाम ठीक न मिलने की वजह से उन्होंने मंडी में प्याज नहीं बेचा. जब प्याज का दाम कुछ ठीक मिलने लगेगा, तब वो मार्केट में बिक्री करके खर्च किए गए पैसों की भरपाई करेंगे.

लॉकडाउन में बन गए प्याज व्यापारी
प्रेम मूर्ति पांडेय ने कहा कि मुंबई में 25 सालों तक नौकरी की है. अब मेरी नौकरी दो साल बची है. लॉकडाउन में फंसने की वजह से प्याज व्यापारी बना. सब कुछ ठीक रहा तो आगे प्याज के कारोबार को आगे बढ़ाने का काम करूंगा.

प्रयागराज: लॉकडाउन में बाहर फंसे लोग अपने घर पहुंचने के लिए तमाम जतन अपना रहे हैं. ऐसे में मुंबई में रहने वाले प्रयागराज के प्रेम मूर्ति पांडेय एक अलग आइडिया अपनाकर घर पहुंचे. 25 सालों से मुंबई एयरपोर्ट पर नौकरी करने वाले प्रेम मूर्ति ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की. उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार के नियमों का पालन करते हुए नासिक से लगभग तीन लाख रुपये का प्याज खरीदा और ट्रक पर लादकर व्यापारी बनकर घर पहुंचे. एयरपोर्ट बंद होने की वजह से घर पहुंचना था. इसकी वजह से प्याज व्यापारी बनकर प्रयागराज आए. घर पहुंचने के बाद प्रशासन ने 14 दिनों तक स्वास्थ्य निगरानी में रखा और उसके बाद रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद घर जाने की अनुमति मिली.

ईटीवी भारत संवाददाता से बात करते प्रेम मूर्ति पांडेय.

एयरपोर्ट कर्मचारी प्रेम मूर्ति ने बताया कि 21 दिनों तक चलने वाले पहले लॉकडाउन का पालन किया, लेकिन उसके बाद भी स्थिति सामान्य नहीं हुई और लॉकडाउन-2 शुरू कर दिया गया. ऐसे में घर का एक मात्र जिम्मेदार होने की वजह से घर पहुंचना जरूरी था. मुंबई एयरपोर्ट बंद होने की वजह से काम ठप हो गया था. तभी सरकार की तरफ से दिए गए निर्देशों का पालन करते हुए नासिक पहुंचकर 25 टन प्याज खरीदा. उसके बाद यूपी जाने के लिए ट्रक भाड़े पर लिया. प्याज, ट्रक का किराया और टैक्स मिलाकर घर पहुंचने में लगभग चार लाख रुपये खर्च हुए.

6 दिनों में तय किया सफर
प्रेममूर्ति पांडेय ने बताया कि मुंबई से लेकर नासिक और नासिक से लेकर प्रयागराज तक सफर तय करने में पूरे 6 दिन का समय लगा. ट्रक से सफर तय करते समय मास्क और सरकार की गाइडलाइंस के हिसाब से मुंबई से प्रयागराज पहुंचे. मुंबई से प्रयागराज पहुंचने के बाद जिला प्रशासन ने 14 दिनों तक निगरानी में रखा. जांच रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद घर जाने की अनुमति मिली.

प्याज रखने के लिए बनाया गोडाउन
प्रेममूर्ति ने बताया कि घर आने के बाद सबसे पहले उन्होंने प्याज को रखने की व्यवस्था की. उन्होंने अपनी बगिया में प्याज को रखने के लिए गोडाउन बनाया. प्याज सड़े न इसके लिए उन्होंने चारों तरफ कूलर लगाए हैं. प्याज का दाम ठीक न मिलने की वजह से उन्होंने मंडी में प्याज नहीं बेचा. जब प्याज का दाम कुछ ठीक मिलने लगेगा, तब वो मार्केट में बिक्री करके खर्च किए गए पैसों की भरपाई करेंगे.

लॉकडाउन में बन गए प्याज व्यापारी
प्रेम मूर्ति पांडेय ने कहा कि मुंबई में 25 सालों तक नौकरी की है. अब मेरी नौकरी दो साल बची है. लॉकडाउन में फंसने की वजह से प्याज व्यापारी बना. सब कुछ ठीक रहा तो आगे प्याज के कारोबार को आगे बढ़ाने का काम करूंगा.

Last Updated : May 30, 2020, 5:07 PM IST
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