प्रतापगढ़ : हांगकांग में आयोजित एशियन एथलेटिक्स यूथ चैम्पियनशिप में गोल्ड मैडल जीत कर उसैद खान ने इतिहास रच दिया. प्रतापगढ़ पहुंचने पर लोगों ने फूल-मालाओं से उनका स्वागत किया.
उसैद खान एशियन यूथ एथलेटिक्स अंडर-18 टीम में बतौर डिकैथलान खिलाड़ी हिस्सा लिया और 45 देशों के खिलाड़ियों को पीछे छोड़कर हांगकांग में भारत का परचम लहराया. साकेत एक्सप्रेस से प्रतापगढ़ पहुंचे उसैद का लोगों ने फूल मालाओं से स्वागत किया.
कौन हैं उसैद खान
उसैद ने बताया कि वह पुणे के आर्मी स्पोर्ट्स इंस्टीट्यूट का छात्र है. पिता प्रतापगढ़ में ही बैंक में गार्ड की नौकरी करते हैं. उनकी चार बहनें हैं और वह परिवार के सबसे बड़े लड़के हैं. उसैद के फौजी मामा ने उनकी खेल प्रतिभा से प्रभावित होकर आर्मी स्पोर्ट्स इंस्टीट्यूट में उनका दाखिला करवाया था. उसैद खान की दादी अपने पोते की इस उपलब्धि पर भावुक हो उठती हैं और कहती हैं कि वह कहता था कि अम्मा दुआ करना.
कोच को जीत का दिया श्रेय
उसैद ने अपनी जीत का श्रेय आर्मीस्पोर्ट्स इंस्टीट्यूट के साथ ही कक्षा पांचवीं तक कोच रहेमनोज पाल को भी दिया. उनके कोच मनोज पाल ने बताया कि उसैद बचपन से ही बहुत मेहनती था. उसके पिता कलीम समेत पूरा परिवार उनकी इस उपलब्धि से गौरवान्वित महसूस कर रहा है. उसैद का अगला लक्ष्य अंडर-20 चैंपियनशिप खेलना है.