प्रतापगढ़: उत्तर प्रदेश आत्मनिर्भर बने और हर आदमी के पास रोजगार हो, प्रवासी श्रमिकों को अब कहीं पलायन न करना पड़े सरकार की यही मंशा है. इसके तहत एक दिन पहले ही प्रवासी कामगारों की स्किल मैपिंग के बाद आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश रोजगार कार्यक्रम जैसी महत्वाकांक्षी परियोजना की शुरुआत की गई है. ये बातें प्रतापगढ़ पहुंचे कैबिनेट मंत्री व प्रदेश के ग्राम्य विकास मंत्री राजेन्द्र प्रताप मोती सिंह ने कही.
शनिवार सुबह ग्राम्य विकास मंत्री मोती सिंह अपने गृह जनपद प्रतापगढ़ जिले पहुंचे. अपने आवास पर मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि यूपी सरकार सबको रोजगार देने जा रही है. योगी आदित्यनाथ सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना 'आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश रोजगार' कार्यक्रम का शुक्रवार को प्रधानमंत्री ने उद्घाटन किया, जिसका मकसद 1.25 करोड़ लोगों को रोजगार देना है.
31 जिलों के मजदूर होंगे लाभान्वित
राजेंद्र प्रताप मोती सिंह ने कहा कि यूपी में 30 लाख से अधिक मजदूर गैर राज्यों से लौटे हैं. इस महत्वाकांक्षी योजना के तहत 31 जिलों के मजदूर लाभान्वित होंगे. उन्होंने बताया कि सरकार लोगों के लिए रोजगार, व्यक्तिगत लाभ के कार्यक्रम, वृक्षारोपण, आर्गेनिक खेती जैसे तमाम रोजगारपरक कार्यक्रम करने जा रही है. बारिश के समय तालाबों और नालों में पानी भर जाने से मनरेगा के कार्यों में दिक्कतें पैदा हो रही हैं, इसको देखते हुए और भी नए काम मनरेगा से जोड़े जा रहे हैं.
सरकार को है प्रदेश के मजदूरों की फिक्र
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि इस समय गांव में भारी संख्या में पहुंचे प्रवासी मजदूरों की सरकार को फिक्र है, इसलिये सरकार ने ठाना है कि सभी को आत्मनिर्भर बनाना है. सरकार को सबका ध्यान रखना आता है. योगी सरकार अपना काम जिम्मेदारी से कर रही है. उन्होंने कहा कि गांव लौट चुके प्रवासी श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए बिहार और उत्तर प्रदेश में रोजगार अभियान की घोषणा की गई है. इससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत होने के साथ-साथ सामाजिक संरचना और राजनीति भी प्रभावित होगी.