प्रतापगढ़: जिले का स्वास्थ्य महकमा एक बार फिर गर्भ में मारे जा शिशुओं पर अंकुश लगाने के लिए रविवार से अभियान शुरू करने जा रहा है. इसकी सूचना देने वाले को सीएमओ 60 हजार का इनाम देंगे. इसके लिए आम लोगों को जागरूक किया जा रहा है. मुखबिर योजना के तहत स्टीकर में सबसे ऊपर 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' का पोस्टर बनाकर चस्पा किया जा रहा है. प्रसव से पूर्व लिंग जांच और चयनित गर्भपात को दंडनीय अपराध बताते हुए लोगों से सूचना देने की अपील की गई है.
पीसीपीएनडीटी अधिनियम 1994 के तहत गठित सलाहकार समिति के पदाधिकारियों, जिसमें जिला मजिस्ट्रेट के साथ जिले के 16 पदाधिकारी शामिल हैं, उनके नाम पदनाम और मोबाइल नंबर जारी किए गए हैं. आम जनमानस से अपील की गई है कि किसी भी अल्ट्रासाउंड केंद्र पर यदि लिंग परीक्षण की कोई जानकारी हो, तो संबंधित अधिकारियों को सूचित करें. ये सूचना पूरी तरह से गोपनीय रखी जाएगी. इस बाबत सीएमओ जीएम शुक्ल ने बताया कि लिंग परीक्षण कानूनन संघेय अपराध है और लिंग परीक्षण पर अंकुश लगाने के लिए मुखबिर योजना चला रखी है.
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लिंग परीक्षण को पूरी तरह से बंद करने के लिए सरकार द्वारा भारी भरकम राशि इनाम में घोषित की गई है. लिंग परीक्षण की सटीक सूचना देने वाले व्यक्ति को 60 हजार का इनाम दिया जाएगा और यदि कोई ग्राहक बनकर अल्ट्रासाउंड केंद्र का लिंग परीक्षण का पर्दाफाश करता है, तो उसे 1 लाख रुपये और उसके सहयोगी को 40 हजार रुपये का इनाम दिया जाएगा. साथ ही उसे सम्मानित किया जाएगा. बता दें कि जिले में शहर से लेकर गांव तक बिना रेडियोलॉजिस्ट के अवैध रूप से अल्ट्रासाउंड केंद्र संचालित किए जा रहे है जिनका मुख्य काम लिंग परीक्षण करना है.
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