प्रयागराज : सोमवार को अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद का अध्यक्ष चुने जाने के बाद महंत रवींद्र पुरी ने खुलकर भाजपा का समर्थन किया. उन्होंने ईटीवी भारत संवाददाता से खास बातचीत में कहा कि यूपी और उत्तराखंड में बीजेपी की सरकार बनाने के लिए अखाड़े के साधु संत तन-मन-धन से भाजपा का साथ देंगे. यही नहीं, उन्होंने यह भी कहा कि वो भाजपा की सरकार बनाने के लिए लोगों से अपील करने के साथ ही पार्टी का प्रचार भी करेंगे.
अखाड़ा परिषद अध्यक्ष के बयान से भाजपा नेताओं में खुशी
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष के इस खुले बयान के बाद से भाजपा नेताओं में भी खुशी की लहर दौड़ गयी है. प्रयागराज में भाजपा के नेताओं का साफ कहना है कि संतों के आशीर्वाद से यूपी में दूसरी बार प्रचंड बहुमत के साथ भाजपा की सरकार बनेगी. स्थानीय नेताओं का कहना है कि साधु संतों का आशीर्वाद बीजेपी को पहले भी मिलता रहा है. और संतों की कृपा से उत्तर प्रदेश में भाजपा दूसरी बार सत्ता हासिल करने वाली है.
'साधु-संतों ने हमेशा किया है भाजपा का समर्थन'
भाजपा नेताओं ने बताया कि इससे पहले भी देश के कई बड़े साधु-संतों ने भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनाने के लिए जनता से अपील कर चुके हैं. इसके साथ ही भाजपा से कई साधु-संत चुनाव लड़कर देश और प्रदेश की राजनीति को नयी दिशा दे चुके हैं. वर्तमान में यूपी सरकार के मुखिया खुद एक मठ के महंत हैं. ऐसे में अखाड़ों के साधु-संतों का आशीर्वाद मिलने से पार्टी को और भी अधिक मजबूती मिल रही है. अब जिस तरह से अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष ने भाजपा का समर्थन करने का एलान किया है. उसका बेहतर परिणाम आने वाले दिनों में होने वाले विधानसभा चुनाव में देखने को मिलेगा. संतों के आशीर्वाद और जनता के प्यार के दम पर ही उत्तर प्रदेश के साथ ही देश में भी भाजपा की सरकार बनी है. इसी तरह से साधु संतों का आशीर्वाद मिलता रहा तो आगे भी भाजपा की ही सरकार यूपी उत्तराखंड के साथ ही पूरे देश में बनेगी.
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मंगलवार को अखाड़ा परिषद ने की गंगा पूजा आरती
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद का अध्यक्ष चुने जाने के बाद महंत रवींद्र पुरी ने अखाड़ा परिषद के दूसरे पदाधिकारियों के साथ मिलकर संगम तट पर गंगा पूजा आरती की. अखाड़ा परिषद के नवनिर्वाचित अध्यक्ष ने महामंत्री व अन्य पदाधिकारियों के साथ मिलकर विधि-विधान के साथ संगम तट पर मां गंगा की पूजा अर्चना की. हर हर महादेव के जयघोष के साथ संतों ने गंगा पूजन के बाद आरती उतारी. इसके बाद सभी संतों ने प्रयागराज की परिक्रमा करते हुए मन्दिरों में पूजा आरती की. अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष का पद संभालने के बाद महंत रवींद्र पुरी ने मंगलवार को संगम तट पर पहुंचकर गंगा पूजन कर अपने कार्यकाल की शुरुआत की है.