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प्रतापगढ़: महानायक अमिताभ बच्चन को याद आया अपना पैतृक गांव बाबूपट्टी

अमिताभ बच्चन के पिता और मधुशाला जैसी कालजयी कृति की रचना करने वाले हरिवंश राय बच्चन प्रतापगढ़ जिले के बाबूपट्टी के ही रहने वाले थे. अमिताभ बच्चन ने 'कौन बनेगा करोड़पति' (केबीसी) कार्यक्रम में अपने गांव बाबूपट्टी को याद किया.

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Published : Oct 21, 2020, 7:29 PM IST

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बिग बी को याद आया अपना पैतृक गांव.

प्रतापगढ़: महानायक अमिताभ बच्चन ने 'कौन बनेगा करोड़पति' (केबीसी) कार्यक्रम में अपने गांव बाबूपट्टी प्रतापगढ़ को याद किया. दरअसल कार्यक्रम के दौरान एक प्रतिभागी ने यूपी के जौनपुर के रहने वाले अपने मौसा को फोन करने के लिए कहा. वहीं जब फोन मिलाया गया तो प्रतिभागी अंकिता के मौसा ने अमिताभ बच्चन से आग्रह किया कि वे एक बार अपने पैतृक गांव बाबू पट्टी जरूर आएं. इसके बाद अमिताभ ने भी उन्हें निराश नहीं किया और कहा कि वे बहुत जल्द बाबू पट्टी आएंगे. अमिताभ के इस बयान के बाद से प्रतापगढ़ के बाबू पट्टी में खुशी का माहौल है और एक उम्मीद जगी है कि बिग बी एक बार अपने पैतृक गांव जरूर आएंगे. दरअसल कई साल पहले अमिताभ बच्चन की पत्नी सांसद जया बच्चन स्वर्गीय अमर सिंह के साथ इस गांव में आई थीं और एक पुस्तकालय का निर्माण कराया था.

अमिताभ बच्चन के पिता और मधुशाला जैसी कालजयी कृति की रचना करने वाले हरिवंश राय बच्चन बाबूपट्टी के ही रहने वाले थे. यानि यह बच्चन परिवार का पैतृक गांव है. बिग बी के पूर्वजों की धरती पर लोगों को उम्मीद है कि अगर अमिताभ गांव की सुध ले लें तो उनके दिन भी बदल जाएंगे. हालांकि जया बच्चन पैतृक गांव पहुंची थीं और उनके प्रयास से एक पुस्तकालय भी वहां खुला, लेकिन अब उसका कोई नामलेवा नहीं है.

जया बच्चन ने गांव में एक डिग्री कॉलेज बनवाने की घोषणा भी की थी, लेकिन यह वादा आज तक पूरा नहीं हो सका. महानायक अमिताभ बच्चन की पत्नी तत्कालीन सांसद और फिल्म विकास परिषद की अध्यक्ष रहीं जया बच्चन और सांसद अमर सिंह बाबूपट्टी गांव आए थे. उस वक्त जया बच्चन के चचेरे ससुर शारदा प्रसाद श्रीवास्तव भी उनके साथ मंच पर मौजूद थे, जो कि अब इस दुनिया में नहीं हैं. मंच से जया बच्चन और मंत्री रामआसरे वर्मा ने गांव में महिला डिग्री कालेज खुलवाने की घोषणा की थी, लेकिन यह महज ऐलान भर ही रह गया.

बाबूपट्टी गांव के लोगों का कहना है कि सरकारें आईं और गईं, लेकिन गांव में बने हरिवंश राय बच्चन पुस्तकालय का दिन नहीं बहुर सका. यही नहीं विश्व सुंदरी और सदी के महानायक अमिताभ बच्चन की बहू ऐश्वर्या राय व उनके पति अभिषेक बच्चन की राह आज भी प्रतापगढ़ के बाबू पट्टी गांव के लोग देख रहे हैं. खुद जया बच्चन ने गांव के लोगों से वादा किया था कि वे ऐश्वर्या और अभिषेक को उनके बीच जरूर लाएंगी, लेकिन इतर इसके आज तक न तो अभिषेक-ऐश्वर्या आए और न ही जया बच्चन ने अपना वादा ही पूरा किया. केबीसी कार्यक्रम में अमिताभ बच्चन द्वारा बाबूपट्टी आने की बात जिले में तेजी से फैली और चर्चा तेज हो गई. इसके बाद लोगों को एक बार फिर उम्मीद है कि उनका यह सपना जरूर पूरा होगा और लोगों का इंतजार खत्म होगा.

जनपद मुख्यालय से 32 किमी. की दूरी पर स्थित बाबू पट्टी गांव रानीगंज तहसील के अंतर्गत आता है. सदी के महानायक के पूर्वजों के इस गांव में आज भी विकास की किरण नहीं दिखी है. अमिताभ बच्चन के गांव आने के वादे के बाद लोगों को फिर एक बार उम्मीद जगी है कि अमित जी के कदम से गांव विकास के पथ पर आगे बढ़ेगा और लोग गांव के बारे में जान सकेंगे.

प्रतापगढ़: महानायक अमिताभ बच्चन ने 'कौन बनेगा करोड़पति' (केबीसी) कार्यक्रम में अपने गांव बाबूपट्टी प्रतापगढ़ को याद किया. दरअसल कार्यक्रम के दौरान एक प्रतिभागी ने यूपी के जौनपुर के रहने वाले अपने मौसा को फोन करने के लिए कहा. वहीं जब फोन मिलाया गया तो प्रतिभागी अंकिता के मौसा ने अमिताभ बच्चन से आग्रह किया कि वे एक बार अपने पैतृक गांव बाबू पट्टी जरूर आएं. इसके बाद अमिताभ ने भी उन्हें निराश नहीं किया और कहा कि वे बहुत जल्द बाबू पट्टी आएंगे. अमिताभ के इस बयान के बाद से प्रतापगढ़ के बाबू पट्टी में खुशी का माहौल है और एक उम्मीद जगी है कि बिग बी एक बार अपने पैतृक गांव जरूर आएंगे. दरअसल कई साल पहले अमिताभ बच्चन की पत्नी सांसद जया बच्चन स्वर्गीय अमर सिंह के साथ इस गांव में आई थीं और एक पुस्तकालय का निर्माण कराया था.

अमिताभ बच्चन के पिता और मधुशाला जैसी कालजयी कृति की रचना करने वाले हरिवंश राय बच्चन बाबूपट्टी के ही रहने वाले थे. यानि यह बच्चन परिवार का पैतृक गांव है. बिग बी के पूर्वजों की धरती पर लोगों को उम्मीद है कि अगर अमिताभ गांव की सुध ले लें तो उनके दिन भी बदल जाएंगे. हालांकि जया बच्चन पैतृक गांव पहुंची थीं और उनके प्रयास से एक पुस्तकालय भी वहां खुला, लेकिन अब उसका कोई नामलेवा नहीं है.

जया बच्चन ने गांव में एक डिग्री कॉलेज बनवाने की घोषणा भी की थी, लेकिन यह वादा आज तक पूरा नहीं हो सका. महानायक अमिताभ बच्चन की पत्नी तत्कालीन सांसद और फिल्म विकास परिषद की अध्यक्ष रहीं जया बच्चन और सांसद अमर सिंह बाबूपट्टी गांव आए थे. उस वक्त जया बच्चन के चचेरे ससुर शारदा प्रसाद श्रीवास्तव भी उनके साथ मंच पर मौजूद थे, जो कि अब इस दुनिया में नहीं हैं. मंच से जया बच्चन और मंत्री रामआसरे वर्मा ने गांव में महिला डिग्री कालेज खुलवाने की घोषणा की थी, लेकिन यह महज ऐलान भर ही रह गया.

बाबूपट्टी गांव के लोगों का कहना है कि सरकारें आईं और गईं, लेकिन गांव में बने हरिवंश राय बच्चन पुस्तकालय का दिन नहीं बहुर सका. यही नहीं विश्व सुंदरी और सदी के महानायक अमिताभ बच्चन की बहू ऐश्वर्या राय व उनके पति अभिषेक बच्चन की राह आज भी प्रतापगढ़ के बाबू पट्टी गांव के लोग देख रहे हैं. खुद जया बच्चन ने गांव के लोगों से वादा किया था कि वे ऐश्वर्या और अभिषेक को उनके बीच जरूर लाएंगी, लेकिन इतर इसके आज तक न तो अभिषेक-ऐश्वर्या आए और न ही जया बच्चन ने अपना वादा ही पूरा किया. केबीसी कार्यक्रम में अमिताभ बच्चन द्वारा बाबूपट्टी आने की बात जिले में तेजी से फैली और चर्चा तेज हो गई. इसके बाद लोगों को एक बार फिर उम्मीद है कि उनका यह सपना जरूर पूरा होगा और लोगों का इंतजार खत्म होगा.

जनपद मुख्यालय से 32 किमी. की दूरी पर स्थित बाबू पट्टी गांव रानीगंज तहसील के अंतर्गत आता है. सदी के महानायक के पूर्वजों के इस गांव में आज भी विकास की किरण नहीं दिखी है. अमिताभ बच्चन के गांव आने के वादे के बाद लोगों को फिर एक बार उम्मीद जगी है कि अमित जी के कदम से गांव विकास के पथ पर आगे बढ़ेगा और लोग गांव के बारे में जान सकेंगे.

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